भारत के सबसे सुंदर राज्यों की बात करें तो सबके जुबान पे उत्तराखण्ड का ही नाम आयेगा। यह भारत का एक ऐसा राज्य हैं जहां साल भर पर्यटकों का जमावड़ा लगा रहता हैं। आपको उत्तराखण्ड में सब कुछ देखने को मिल जायेगा खुबसुरत वादियां,नदियां, तलाबे, पहाड़, चार धाम और खुबसुरत घाटियां। उन खुबसुरत जगहों में से एक हैं अगलर घाटी। यह उत्तराखण्ड के सबसे छुपे हुए रत्न में से एक हैं।
अगलर घाटी
अगलर घाटी मसूरी में छिपी जगहों में से एक हैं। यह घाटी मसूरी से लगभग 40 किमी दूर हैं। पक्षियों की विभिन्न प्रजातियाँ यहाँ यमुना नदी का पानी पीने और भोजन की तलाश में आती हैं। यह एक बहुत ही ख़ूबसूरत घाटी हैं। यह जगह कई वनस्पतियों और जीवों का घर है। यहां तितलियों की विभिन्न प्रजातियां भी देखी जा सकती हैं। यह जगह ट्रेकिंग के प्रति उत्साही और प्रकृति प्रेमियों के लिए जन्नत जगहों में से एक हैं।यहां पहाड़ियों पर ओक और रोडोडेंड्रोन के पेड़ हैं, और छत के कृषि क्षेत्रों के छोटे-छोटे टुकड़े हैं। जो कि देखने में बहुत ही मनोहर लगते हैं।
अगलर घाटी के आकर्षण
अगलर वैली मसूरी के अनछुए स्थान में से एक हैं। जहां का मुख्य आकर्षण तितलियो का महात्सव हैं। आप इस घाटी के चारों ओर रंग-बिरंगी तितलियों का मनमोहक दृश्य भी देख सकते हैं। यहां का एक और मुख्य आकर्षण यह हैं कि पक्षियों की विभिन्न प्रजातियाँ यहाँ यमुना नदी का पानी पीने और भोजन की तलाश में आती हैं। यहां आपको आमतौर पर वैगटेल, किंगफिशर, बुलबुल, ग्रे हॉर्नबिल, मैना, फिंच, तोता जैसे पक्षी आसानी से दिख जायेंगे। अगलर घाटी में कुछ फेमस पारंपरिक त्योहार मनाएं जाते हैं जिस में से एक हैं मौंड मेला। यह त्योहार जून में मनाया जाता हैं। जिसको देखने काफ़ी पर्यटक आते हैं। मौंड मेले का इतिहास सदियों पुराना हैं। मेला प्रारंभ होने से पहले सुबह पारंपरिक प्रार्थनाओं और ढोल नगाड़ों की थाप के साथ शुरू होता हैं। मौंड मेले के दौरान मछली पकड़ने की प्रथा हैं। उत्तराखंड के लोगों द्वारा हर साल मौंड मेला बहुत ही धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। अगर आप उत्तराखंड के इस त्योहार का अनुभव लेना चाहते हैं, तो आप जून में अगलर घाटी की यात्रा कर सकते हैं।
अगलर घाटी में क्या करें?
अगलार घाटी में आप ट्रैकिंग कर सकते हैं। अगर आप ट्रैकिंग का शौक़ रखते हों तो यह जगह आप के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं हैं। ट्रैकिंग में आपको सुन्दर मनोहर दृश्य देखने को मिलेंगे। इसके साथ ही आप यहां बर्ड वॉचिंग , वन की सैर, तारों को देखना और आस पास के सुंदर गांव की सैर कर सकते हैं। यहां आप गांव में होने वाले पारंपरिक सस्कृति और विरासत को देख सकते हैं। साथ ही साथ यहां के लोकल फूड का सेवन कर सकते हैं जो आपको एक अलग अनुभव देगा।
अगलर घाटी में कहां रूके?
अगलर घाटी का निकटतम शहर थत्यूर हैं। यह एक ऑफबीट और बेहद ही खूबसूरत जगह हैं। जहां पर आपको आसानी से होटल मिल जायेंगे। इसके आलावा आप मसूरी या धनोल्टी में भी होटल बुक कर सकते हैं। अगलर घाटी से मसूरी की दूरी 40 किलोमीटर हैं जहां आपको आपके बजट के हिसाब से रूम मिल जायेंगे।
अगलर घाटी कैसे जाएं?
हवाई जहाज से: हवाई जहाज में अगलर घाटी जाने के लिए आपको देहरादून हवाई अड्डे पर आना होगा। यहां से आपको टैक्सी या कैब कर के अगलर घाटी आसानी से पहुंच सकते हैं।
ट्रेन से: अगलर घाटी के पास निकतम रेलवे स्टेशन देहरादून रेलवे स्टेशन हैं। यहां से आपको टैक्सी या कैब कर के अगलर घाटी आसानी से पहुंच सकते हैं।
बस से: बस से अगलर घाटी जाने के लिए आपको पहले देहरादून बस स्टैंड जाना होगा। देहरादून से मसूरी 36 किलोमीटर है और वहां जाने के लिए आपको हर आधे घंटे में बस मिल जायेगी। देहरादून से मसूरी जाने के लिए बस का किराया 65 रुपए है। यहां से आपको टैक्सी या कैब कर के अगलर घाटी आसानी से पहुंच सकते हैं।
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