दोपहर 03:50pm पर शताब्दी ट्रैन से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से बैठे, मेरे साथ 2 लोग और थे। 09pm रात्रि हम लोग कानपुर स्टेशन पर पहुंचे।
कानपुर में जागेश्वर बगीचा आश्रम (श्री श्री108 पंकजानन्द सरस्वती जी महाराज) में विश्राम हुआ, दूसरे दिन जागेश्वर धाम(स्वयंभू) महादेव का दर्शन एवम विवाहोत्सव में शामिल हुए।
कल्याणपुर विधानसभा की माननीय विधायक श्रीमती नीलिमा कटियार जी व उनकी माता जी से मुलाकात हुई।
कानपुर से दोपहर के बाद लखनऊ के लिए निकले, ac जनरथ में करीब 3 घंटे के सफर के बाद सायंकाल में मेरा आज पहली बार लखनऊ आना हुआ।
लखनऊ बस स्टेशन पर उतरकर cab से हम लोग गोमतीनगर की और निकले, लखनऊ की खूबसूरती के विषय में जितना सुना था, उससे कहीं अधिक सुंदर लखनऊ दिखाई दिया, अपने रिश्तेदार(भाई) के घर पर रात्रि विश्राम हुआ।
लखनऊ में बाबा नीब करौरी महाराज जी के भक्त व प्रेमी श्री रवि सिंह जी(लखनऊ नगर निगम) ने गाड़ी व ड्राइवर की व्यवस्था करवाई, हम सुबह 10 बजे मेरे ईष्ट श्री राम जी की जन्मभूमि श्री अयोध्या धाम के लिए निकले, 01 बजे अयोध्या धाम में आज प्रथम बार दर्शन का सौभाग्य मिला।
श्री राम जन्मभूमि, श्री हनुमान गढ़ी, श्री कनक भवन सरकार, श्री सरयू घाट दर्शन कर सायंकाल में लखनऊ को वापसी रवाना हो गए, रात्रि में 09 बजे हम लोग वापस लखनऊ गोमतीनगर घर पहुंचे।
आज प्रातःकाल 10 बजे हम लोग लखनऊ भ्रमण के लिए निकले, नवाबों का शहर लखनऊ, तहजीब का शहर लखनऊ।
सबसे पहले पूज्य गुरुदेव बाबा नीब करौरी महाराज जी द्वारा स्थापित "श्री हनुमान सेतु मंदिर" का दर्शन किया, आनंदमय समय बीता, फिर हम लोग बड़ा इमामबाड़ा, भूल-भुलैया देखने गए, बेहतरीन कलाकृति के साथ अद्भुत बनावट और सुरक्षा की दृष्टि से नायाब इमामबाड़ा लखनऊ शहर का "दिल" है। मस्जिद, बावड़ी, और भूल-भुलैया आदि घूमकर हम लोग, छोटा इमामबाड़ा, क्लॉक-टॉवर, बाजार घूमकर, लखनऊ से 22 km की दूरी पर स्थित चंद्रिका देवी मंदिर के दर्शन को निकल गए, श्री श्याम प्रभु खाटू वाले की तपस्थली, जहाँ बर्बरीक को माँ ने दर्शन दिए और आशीर्वाद दिया, उसके बाद वापसी में विपश्यना मेडीटेशन सेन्टर में गए, मानसिक शांति व सकारात्मक ऊर्जा का स्थान, अपने आप को जानने का स्थान, कुछ समय बिताकर, श्री रवि सिंह जी से उनके दफ्तर में मुलाकात की, फिर अम्बेडकर पार्क व जनेश्वर मिश्र पार्क को देखकर वापस गोमतीनगर घर आए, रात्रि ही हमें हल्द्वानी के लिए निकलना था, भोजन कर बस स्टेशन हजारी बाग में पहुंचे, रास्ते में गाड़ी के ड्राइवर ने विधानसभा, हजरत महल दिखाया, बाजार आदि देखकर हम समय पर अपनी volvo बस हल्द्वानी के लिए खड़ी थी, में बैठ गए, अगले दिन प्रातःकाल 06 बजे हम हल्द्वानी घर पहुंच गए।