हर घुमक्कड़ की इतिहास में दिलचस्पी जरूर होनी चाहिए क्योंकि भारत इतिहास के गलियारों से भरा हुआ है। अगर आपकी इतिहास के बारे में जानने का शौक नहीं होगा तो बेहद खूबसूरत जगहें भी आपको फीकी लगेंगी। वहीं अगर आपको इतिहास में दिलचस्पी होगी तो कुछ न होते हुए भी बहुत कुछ देख पाएंगे। बुंदेलखंड को वीरों की भूमि कहा जाता है। खजुराहो से लेकर ओरछा तक हर जगह बेहद ऐतहासिक है। यही वजह है लोग इन जगहों को देखने आते हैं। इन्हीं फेमस जगहों में से कुछ जगहें ऐसी भी हैं जिनको अक्सर नजरंदाज कर दिया जाता है। बुंदेलखंड का ऐसी ही खूबसूरत कस्बा है, बरुआसागर।
झांसी से लगभग 20 किमी. की दूरी पर बसा उत्तर प्रदेश का एक छोटा-सा कस्बा है, बरुआसागर। जहाँ जरूरत के अनुसार, लोगों को सब कुछ मिल जाता है। इस जगह का नाम बरुसागर झील के नाम पर रखा गया है। इस झील को लगभग 250 साल पहले बनवाया गया था। कहा जाता है कि 1744 में यहीं पर चंदेल राजा मराठाओं से लड़े थे। एक खूबसूरत कस्बा आपको कई अनछुए पहलुओं को दिखाएगा, जिनको देखकर आपका दिल खुश हो उठेगा। बुंदेलखंड जाएं तो बरुआसागर घूमने का प्लान जरूर बनाएं।
क्या देखें?
1. बरुआसागर किला
बुंदेलखंड के इस छोटे-से कस्बे की सबसे फेमस जगह है, बरुआसागर किला। इस किले को चंदेल राजा उदित सिंह ने बनवाया था। झील के किनारे स्थित इस किले से बेहद खूबसूरत नजारा दिखाई देता है। ये किला बहुत बड़ा नहीं है लेकिन यहाँ पर आपको सुकून मिलेगा। बाद में ये किला रानी लक्ष्मीबाई का समर पैलेस बन गया। जहाँ पर वे कुछ समय बिताने के लिए आती थी। पंचायत शैली में बने इस किले में कई कमरे हैं और कई कमरे अंधेरे की वजह से बंद किए गए हैं। बरुआसागर आएं तो यहाँ आना न भूलें।
2. बरुआसागर लेक
बरुआसागर में एक बहुत बड़ा तालाब है जिसके नाम पर इस कस्बे का नाम पड़ा है। किले के बिल्कुल ठीक पीछे स्थित इस लेक को 250 साल पहले बुंदेला राजा उदित नारायण ने पानी की कमी को पूरा करने के लिए बनवाया था। आज भी ये झील भरी रहती है। बारिश के मौसम में झील का पानी नीचे गिरता है तो झरने का रूप ले लेता है। उस समय ये झील सबसे खूबसूरत लगती है। बरुआसगर आएं तो इस खूबसूरत झील को देखना न भूलें।
3. जराय का मठ
बरुआसागर से लगभग 5 किमी. की दूरी पर जराय का मठ है जिसे 860 ईसवीं में परातिहारस ने बनवाया था। राजाओं की लड़ाई में खुबसूरत जराय का मठ खंडहर में तब्दील हो गया। बाद में 17वीं शताब्दी में इसको पुननिर्माण हुआ। जराय के मठ के अंदर भगवान शिव और पार्वती की मूर्ति है। इस छोटे-से मंदिर की नक्काशी देखने लायक है। पंचायत शैली में बला ये मंदिर आपकी बकेट लिस्ट का हिस्सा जरूर होना चाहिए।
4. स्वर्गाश्रम
कस्बे के बिल्कुल बीचों-बीच स्थित स्वर्गाश्रम बेहद हरियाली भरी और खूबसूरत जगह है। यहाँ पर आप कई मंदिरों के दर्शन कर सकते हैं। नहाने के लिए दो कुंड भी बने हुए हैं जिसका पानी कस्बे की झील से आता है। इसके अलावा दूर-दूर तक हरियाली ही हरियाली है। यहाँ पर आप अपनी फैमिली और दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने के लिए आ सकते हैं। इसके अलावा अपने किसी खास के साथ वक्त बिताने के लिए अच्छी जगह है।
5. राजा महल
बरुआसगर से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर स्थित ओरछा में राजा महल है। 16वीं शताब्दी में रुद्रप्रताप सिंह ने इस महल को बनवाना शुरू किया था और 17वीं शताब्दी में राजा मधुकर शाह ने पूरा करवाया था। इस महल में शाही फैमिली रहा करती थी। बेहतरीन आर्किटेक्चर वाला ये महल किसी हर किसी को देखना चाहिए महल के सबसे ऊँची जगह पर खड़े होकर आप चतुर्भुज मंदिर और रामराजा मंदिर देख पाएंगे। बुंदेलखंड की यात्रा में राजा महल तो अपनी बकेट लिस्ट में होना ही चाहिए।
6. जहांगीर महल
ओरछा का ये खूबसूरत महल मुगल शासक जहाँगीर के नाम पर रखा गया है। ओरछा के राजा बीर सिंह देव ने इस महल को बनवाया था। मुगल शासक जहाँगीर के सम्मान में इस महल को बनवाया गया था। इस महल का आर्किटेक्चर बेमिसाल है। इन महलों को देखकर बुंदेलखंड आपको और भी खूबसूरत लगने लगेगा। इसके अलावा आप यहाँ पर राजा राम मंदिर, भूलभुलैया, कंचना घाट, छत्रियां और लक्ष्मी नारायण मंदिर देख सकते हैं।
कैसे पहुँचे?
फ्लाइट सेः यदि आप फ्लाइट से बरुआसागर जाना चाहते हैं तो सबसे नजदीकी ग्वालियर एयरपोर्ट है। ग्वालियर से बरुआसागर की दूरी लगभग 150 किमी. है। आप ग्वालियर से बस से झांसी आ सकते हैं। झांसी से बरुआसगर के लिए आपको बस और टैक्सी दोनों मिल जाएगी।
ट्रेन सेः अगर आप रेल मार्ग से ग्वालियर जाना चाहते हैं तो सबसे निकटतम बरुआसागर रेलवे स्टेशन है लेकिन यहाँ कुछ ही ट्रेन रूकती हैं। इसलिए आपको झांसी तक ट्रेन से आना चाहिए। इसके बाद बस या टैक्सी से बरुआसागर जाना चाहिए।
वाया रोडः आप सड़क मार्ग से भी बरुआसागर आसानी से पहुँच सकते हैं। अगर आपके पास खुद की गाड़ी है तो दिल्ली की ओर से आगरा, मथुरा, ग्वालियर होते हुए झांसी पहुँचिए और फिर वहाँ से मऊरानीपुर की ओर जाएंगे तो 20 किमी. दूर बरुआसागर मिल जाएगा। इसके अलावा दिल्ली जैसे बड़े शहरों से झांसी के लिए बसें चलती हैं।
कब जाएं?
वैसे तो आप उत्तर प्रदेश क बरुआसागर जाने का प्लान कभी भी बना सकते हैं लेकिन आपको मानसून और गर्मियों में यहाँ नहीं जाना चाहिए। गर्मियों में धूप की वजह से आप अच्छे-से घूम नहीं पाएंगे तो बरसात में बाहर नहीं निकल पाएंगे। इसलिए आपको बरुआसागर सर्दियों में दिसंबर से फरवरी के बीच में आना चाहिए। यहाँ पर आपको रुकने में कोई दिक्कत नहीं होगी। यहाँ बहुत सारे छोटे होटल है। इसके अलावा अच्छे होटलों के लिए ओरछा और झांसी जा सकते हैं।
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