पहाड़ों में आकर एक अलग-सा सुकून महसूस होता है। उनकी खूबसूरती को केवल तस्वीरों में नहीं कैद किया जा सकता है बल्कि पहाड़ों की रूहानियत को महसूस करने के लिए आपको खुद यहाँ आना चाहिए। भारत में जब भी पहाड़ों का जिक्र आता है तो सबसे पहले हिमाचल और उत्तराखंड की बात की जाती है। उत्तराखंड भारत का वो राज्य है जो अपने आप में बेहद सुंदर और आकर्षक नजारों से भरा हुआ है। उत्तराखंड में तमाम ऐसी जगहें हैं जिनके बारे में खूब लिखा पढ़ा जा चुका है। लेकिन क्या आप उत्तराखंड के सभी जिले और उनकी खूबियों के बारे में जानते हैं? अगर आप नहीं जानते हैं तो आपकी कुछ मदद हम कर देते हैं।
1. अल्मोड़ा
अपनी सांस्कृतिक विविधता के लिए मशहूर अल्मोड़ा उत्तराखंड का मशहूर हिल स्टेशन है। अल्मोड़ा समुद्र तल से 1,638 मीटर की ऊँचाई पर है। अल्मोड़ा को शुरू से बेशकीमती खूबसूरती और खुशनुमा मौसम के लिए जाना जाता है। चितई और नंदा देवी चोटी अल्मोड़ा के दो सबसे ज्यादा देखे जाने वाले पर्यटन स्थलों में से हैं। अल्मोड़ा के बाजारों में पहाड़ी सामानों की भी खूब वैरायटी देखने मिलेगी। अल्मोड़ा में अंगोरा ऊन से बने कपड़ों का भी बड़ा कारोबार है। यहाँ आपको अंगोरा शॉल और जैकेट आसानी से कम दाम में मिल जाएंगे। खानपान की बात करें तो अल्मोड़ा का सबसे फेमस व्यंजन बाल मिठाई का स्वाद यहाँ आने वाले हर घुमक्कड़ को लेना चाहिए। अल्मोड़ा की ये खूबियाँ इस जगह को देखने लायक बनाती हैं।
2. बागेश्वर
बागेश्वर जिला कुमाऊँ मण्डल में स्थित एक खुबसूरत जगह है। बागेश्वर मुख्य रूप से शिव भक्तों के लिए महत्वपूर्ण स्थान है। सरयू और गोमती नदी के संगम पर बसा बागेश्वर जिला मशहूर शिव मंदिर बागनाथ का घर भी है। बागेश्वर भीलेश्वर और नीलेश्वर पहाड़ों से घिरा हुआ है जो इस जगह की खूबसूरती में चार चाँद लगा देता है। कहा जाता है कि बागेश्वर जिले को महाभारत के समय में भी पवित्र माना गया है। मान्यताओं के अनुसार बागनाथ मंदिर के निर्माण का श्रेय कुमाऊँ के राजा को दिया जाता है। आम दिनों में बागेश्वर आपको किसी भी अन्य पहाड़ी शहर जैसा लगेगा लेकिन यदि आप शिवरात्रि के समय यहाँ आएंगे तब इस जिले की चमक देखने लायक होती है। साल के अन्य महीनों में भी ये जगह घुमक्कड़ों से भरी रहती है।
3. चंपावत
10 से 16वीं शताब्दी तक चली चंद साम्राज्य का राजधानी शहर चंपावत उत्तराखंड के जाने माने ऐतिहासिक जिलों में से है। आज चंपावत में ऐसे तमाम मंदिर हैं जो देखने लायक हैं। खास बात ये है कि इन सभी मंदिरों का निर्माण चंद साम्राज्य के दौर में हुआ था जिसके कारण इनका आर्किटेक्चर देखने लायक है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार भगवान शिव कुर्मावतार रूप में यहाँ प्रकट हुए थे। बालेश्वर महादेव, क्रांतेश्वर महादेव और नागनाथ मंदिर चंपावत के मुख्य मंदिरों में से हैं। इन सभी मंदिरों की बनावट देखकर आपको पुराने समय में चलने वाली नक्काशी और कारीगरों की काबिलियत का अंदाजा लग जाएगा। अगर आप उत्तराखंड घूमने आने का प्लान बना रहे हैं तो चंपावत आपकी लिस्ट में जरूर शामिल होना चाहिए।
4. नैनीताल
उत्तराखंड का सबसे फेमस हिल स्टेशन नैनीताल पर्यटकों को अपनी ओर खूब आकर्षित करता है। लेक डिस्ट्रिक्ट के नाम से जाना जाने वाला ये जिला उत्तराखंड के टॉप टूरिस्ट डेस्टिनेशन में से है। नैनीताल की खूबसूरती यहाँ आने वाले हर बंदे को मदहोश कर देती है। समुद्र तल से 2,000 मीटर की ऊँचाई पर स्थित नैनीताल कुल सात पहाड़ों से घिरा हुआ है जिन्हें सप्त श्रिंग कहा जाता है। पहाड़ों के विहिंगम नजारे और नैना झील का चमकदार पानी नैनीताल की प्राकृतिक छटा को और भी हसीन बना देते हैं। मान्यताओं के अनुसार भगवान शिव देवी सती के मृत शरीर को ले जा रहे थे जब देवी के नेत्र इस जगह पर गिर गए थे जो इस झील के बनने का कारण है। नैनीताल एक ऐसी जगह है जो हर घुमक्कड़ देखनी चाहिए।
5. पिथौरागढ़
पिथौरागढ़ को छोटा कश्मीर के नाम से भी जाना जाता है। उत्तराखंड का ये जिला अपने शानदार नजारों और मदहोश कर देने वाली खूबसूरती के लिए फेमस है। पिथौरागढ़ तिब्बत और नेपाल की सीमा से बेहद नजदीक स्थित है। इस जगह की ऊँचाई 1,645 मीटर है जिसके कारण पिथौरागढ़ उत्तराखंड के सबसे ज़्यादा पसंद किए जाने वाले टूरिस्ट डेस्टिनेशन में से है। पिथौरागढ़ घने जंगलों से भरा हुआ है। यहाँ पेड़ पौधों की बढ़िया वैरायटी तो मिलती ही है लेकिन साथ में ये जगह अपने वन्य जीवन के लिए भी खास मानी जाती है। पिथौरागढ़ में आपको शांति और सुकून मिलेगा और आप अपनी ट्रिप अच्छे से एन्जॉय कर पाएंगे।
6. उधमसिंह नगर
कुमाऊँ मण्डल के लिए दरवाजे का काम करने वाला उत्तराखंड का ये जिला बाकी सभी की तुलना में कम फेमस जरूर है लेकिन उसका ये मतलब एकदम नहीं है कि ये जगह खूबसूरती में किसी से कम है। उधम सिंह नगर के जिला मुख्यालय रुद्रपुर में हैं। कुमाऊँ हिमालय की तलहटी में बसा हुआ उधम सिंह नगर ग्रामीण जीवन देखने के लिए सही जगह है। पहाड़ी इलाकों में अक्सर जिंदगी की रफ्तार धीमी पड़ जाती है। यहाँ सुबह जल्दी होती है और सूरज ढलने के साथ ही लोग घरों के अंदर हो जाते हैं। उधमसिंह नगर में खेती का भी बहुत महत्व है। जिले के कुछ हिस्सों में आपको गाँव मिलेंगे तो कुछ में पक्के घर देखकर आप अचंभे में रह जाएंगे।
7. चमोली
चमोली उत्तराखंड के सबसे खूबसूरत और देखे जाने वाले जिलों में से है। चमोली में स्थानीय देवी देवताओं के काफी मंदिर हैं जिन्हें हर घुमक्कड़ को देखना चाहिए। इसके अलावा चमोली चिपको आंदोलन से भी जुड़ा हुआ है। चमोली जिले में ही चिपको आंदोलन की शुरुआत हुई थी जिसके बाद देशभर में इस आंदोलन को खूब समर्थन मिला था। उधमसिंह नगर की ही तरह चमोली में भी ग्रामीण जीवन देखा जा सकता है। चमोली में गढ़वाल का समृद्ध कल्चर और आर्ट भी देखा जा सकता है। हर घुमक्कड़ को कम से कम एक बार चमोली का चक्कर जरूर लगाना चाहिए।
8. देहरादून
उत्तराखंड का राजधानी शहर देहरादून सभी मायनों में खास जगह है। दून घाटी में स्थित ये जगह उत्तराखंड के बाकी सभी जिलों से एकदम अलग है। देहरादून को भारत का स्कूल कैपिटल भी कहा जाता है। उत्तराखंड में ऐसे तमाम स्कूल्स हैं जिनमें देश भर के बच्चे पढ़ना चाहते हैं। कारोबार के नजरिए से भी देहरादून उत्तराखंड के महत्वपूर्ण शहरों में से है। देहरादून में घूमने के लिए असंख्य जगहें हैं। देहरादून की लोकेशन के कारण भी ये जगह लोगों की पहली पसंद है। वीकेंड मनाने के लिए देहरादून बहुत अच्छी जगह है।
9. हरिद्वार
उत्तराखंड का बेहद महत्वपूर्ण जिला हरिद्वार सभी के लिए खास जगह है। विश्व के सभी पुराने शहरों में से एक हरिद्वार गंगा नदी के तट पर बसा हुआ है। हरिद्वार भारत के सबसे पवित्र शहरों में से है जिसकी हिंदू धर्म में बहुत मान्यता है। हरिद्वार चार धाम यात्रा का शुरूआती प्वॉइंट भी है। उत्तराखंड के मध्य में स्थित हरिद्वार में बेपनाह खूबसूरती निवास करती है। हरिद्वार में तमाम मंदिर और धार्मिक स्थल हैं जिनको देखने हर साल लाखों लोग आते हैं। हरिद्वार की हर की पौड़ी में आस्था की डुबकी लगाने वालों की लाइन लगी रहती है। लेकिन पिछले कुछ सालों में हरिद्वार केवल धार्मिक ही नहीं बल्कि प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों के रूप में भी विकसित हुआ है।
10. पौड़ी गढ़वाल
उत्तराखंड का ये जिला धार्मिक नजरिए से बेहद महत्वपूर्ण है। पौड़ी गढ़वाल के कंडोलिया मंदिर और डंडा नागराज मंदिर के दर्शन करने देश के कोने कोने से लोगों का आना जाना लगा रहता है। पौड़ी गढ़वाल मंडल में शामिल सभी जगहें देखने लायक हैं। चाहे यहाँ के मंदिरों की बात हो या पौड़ी गढ़वाल में रहने वाले स्थानीय लोगों की, ये जिला हर मामले में बढ़िया है। पौड़ी में आपको भगवान के दर्शन करने का सुख तो मिलेगा ही लेकिन साथ में आपको प्राकृतिक सुंदरता देखने का भी बढ़िया तोहफा मिलेगा।
11. रूद्रप्रयाग
उत्तराखंड के तमाम धार्मिक स्थलों में से एक रुद्रप्रयाग भी है। रुद्रप्रयाग में पंच प्रयाग, शिव मंदिर, चार धाम रोड और स्थानीय बाजार, ये सभी जगहें देखने लायक हैं। तीर्थ होने की वजह से रुद्रप्रयाग जिला सालभर पर्यटकों की भीड़ से भरा रहता है। शिव भक्तों के लिए रूद्रप्रयाग और भी खास जगह है। रुद्रप्रयाग में एडवेंचर और ट्रेकिंग का शौक रखने वाले लोगों के लिए भी तमाम विकल्प मौजूद हैं। जिसकी वजह से रुद्रप्रयाग लोगों का खूब आना जाना लगा रहता है।
12. टिहरी गढ़वाल
अगर आपको पहाड़ों से लगाव है और आपने अबतक उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल मंडल की यात्रा नहीं की है तो यकीन मानिए आपने एक बेहद महत्वपूर्ण चीज मिस कर दी है। टिहरी गढ़वाल में केवल भारत ही नहीं बल्कि एशिया का सबसे बड़ा और ऊँचा बांध है जिसको हर घुमक्कड़ को जरूर देखना चाहिए। टिहरी डैम विश्व का 10वाँ सबसे ऊँचा बांध है जो भिलंगना और भागीरथी नदियों का पानी नियंत्रित करता है। ये दोनों ही नदियाँ हिमालय की सबसे महत्वपूर्ण जल स्त्रोतों में से हैं। हर घुमक्कड़ को टिहरी गढ़वाल की खूबसूरती जरूर देखनी चाहिए।
13. उत्तरकाशी
उत्तरकाशी जिला हमेशा से अपनी बेपनाह खूबसूरती के लिए जाना जाता है। उत्तरकाशी जिला शिव मंदिर के लिए मशहूर है जिसके दर्शन करने हर साल हजारों लोग आते हैं। उत्तरकाशी को भारत के उत्तरी हिस्से का काशी कहा जाता है। उत्तराखंड का ये जिला मुख्य रूप से मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है। उत्तरकाशी में घुमक्कड़ों को गर्मियों के समय हरे-भरे लहलहाते बुग्याल देखने के लिए मिलेंगे और ठंड के मौसम में पूरा इलाका बर्फ की चादर के नीचे ढक जाता है। सर्दियों में उत्तरकाशी जन्नत जैसा लगता है और यहाँ जाना यकीनन सुखद एहसास है।
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