वैसे तो पूरा राजस्थान ही राजसी ठाठ-बाट का जीता-जाता उदाहरण है, लेकिन रंग और संस्कृति के इस भंडार में मेरी पसंदीदा जगह है जैसलमेर। इसलिए मैं तो यहाँ के रेत के टीलों की सवारी कर चुका हूँ और अपने अनुभव के साथ आपकी अगली जैसलमेर यात्रा की पूरी तैयारी भी कराने वाला हूँ। जैसलमेर के आकर्षण से लेकर घूमने के सबसे अच्छे समय के बारे में सारी जानकारी आपको यहाँ मिलेगी।
जैसलमेर अपने खूबसूरत किले, झीलों और उद्यानों के लिए प्रसिद्ध है। शहर हमें राजस्थान की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और रंगों की झलक देता है। ऊँट व्यापार के रास्ते पर बसे होने के कारण जैसलमेर एक अहम और व्यवसायिक शहर है।जैसलमेर में मनाए जाने वाले त्योहार भारत और दुनियाभर से सैलानियों को इस शहर तक खींच लाते हैं।
1. जैसलमेर की एक झलक
जैसलमेर शब्द का मतलब है "जैसल का पहाड़ी किला",जो भारत का एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण है। जैसलमेर का नाम महारावल जैसल सिंह के नाम पर रखा गया है, जिन्होंने 1156 ईस्वी में शहर की स्थापना की थी। यह शहर डेजर्ट सफारी और इसके जैसलमेर किले के लिए जाना जाता है, जो एक जीवित किला है और इसे स्वर्ण किले के रूप में भी जाना जाता है। जैसलमेर शहर को 'गोल्डन सिटी' के नाम से भी जाना जाता है। इसकी वजह है सुनहरे, रेतीले रंग में रंगे यहाँ के घर और किले।
राज्य - राजस्थान (भारत)
घूमने के लिए दिन - 2-3 दिन
खासियत- ऐतिहासिक स्मारक
भाषा - हिंदी, राजस्थानी, अंग्रेजी, उर्दू
मौसम -गर्मी (25-44⁰C) सर्दी (5-24 )C)
यात्रा के लिए सही समय- अक्टूबर से मार्च
2. इतिहास
जैसलमेर शहर की स्थापना 1156 में एक राजपूत राजा महारावल जैसल सिंह ने की थी। जैसलमेर के इतिहास में राजपूतों के साहस और दृढ़ संकल्प का भी पता चलता है। यह शहर एक प्रमुख व्यापार केंद्र हुआ करता था क्योंकि यह भारत के लिए पश्चिमी देशों का व्यापार मार्ग था।
3. घूमने की जगहें
• जैसलमेर का किला (जैन मंदिर, महल, मुसुम, सिटी व्यू पॉइंट)
• कुलधारा- एक छोड़ा हुआ रहस्यमयी गाँव
• अमर सागर
• सैम सैंड ड्यून्स
• जैसलमेर युद्ध संग्रहालय
• गडीसर झील
• पटवों की हवेली
• नाथमल जी की हवेली
• सलीम सिंह की हवेली
• बड़ा बाग
• थार विरासत संग्रहालय
• इंडो पाक बोर्डर (लोंगेवाला पोस्ट और तनोट माता मंदिर)
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4. करने के लिए चीजें
• ऊंट सफारी
• जीप सफारी
• गडीसर झील में नौका विहार
• रेगिस्तान का त्योहार
5. मेले और त्योहार
मेले और त्योहार शहर की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की झलक देते हैं। डेजर्ट फेस्टिवल जैसलमेर का मुख्य त्यौहार है जो फरवरी और मार्च के महीने में मनाया जाता है। यह त्योहार सैम सैंड ड्यून्स में मनाया जाता है जो शहर से 42 कि.मी. की दूरी पर स्थित है। त्योहार के प्रमुख आकर्षणों में ऊंट दौड़, लोक प्रदर्शन और सांस्कृतिक कार्यक्रम शामिल हैं।
रामदेवरा मेला एक और लोकप्रिय त्योहार है जो इस शहर में मनाया जाता है। यह त्योहार संत बाबा रामदेव को श्रद्धांजलि देने के लिए मनाया जाता है। इन उत्सवों के दौरान शहर में पर्यटकों का तांता लग जाता है।
6. खरीदारी
जैसलमेर अपने मिरर-वर्क, कढ़ाई वाले कपड़ों और कालीनों, कंबल, तेल के लैंप, पुराने स्टोनवर्क आइटम, रंगीन कपड़े, लकड़ी के सामान, रेशम के वस्त्रों और चांदी के गहनों के लिए अच्छी तरह से जाना जाता है। जैसलमेर में कुछ मशहूर बाजार सदर बाजार, पंसारी बाजार, सीमा ग्राम, गांधी दर्शन, माणक चौक और खादी ग्रामोद्योग एम्पोरियम हैं। किले में अच्छी दुकानें भी हैं, जहाँ आप राजस्थानी पारंपरिक सामान खरीद सकते हैं। अगरआप जैसलमेर में हैं तो यहाँ ज़रूर जाना चाहिए। जैसलमेर के बाज़ार की बात करें तो यहाँ मोलभाव की ज़रूरत नहीं पड़ती, दुकानदार पहले ही कीमत ठीक लगाते हैं।
7. यात्रा का कार्यक्रम
पहला दिन- कुलधरा और अमर सागर, रेगिस्तान की सफारी, ऊंट की सवारी, थार के रेगिस्तान में रात भर का शिविर
दूसरा दिन- युद्ध संग्रहालय, गडीसर झील, पटवों की हवेली और नाथमल की हवेली
तीसरा दिन- जैसलमेर किले की सड़कों पर घूमें, पैलेस संग्रहालय का आनंद लें, स्थानीय बाजारों घूमें सलीम सिंह की हवेली देखें। स्थानीय बाज़ारों और हस्तशिल्प की दुकानों पर जाएँ, स्थानीय व्यंजनों और राजस्थानी व्यंजनों का आनंद लें।
चौथा दिन- बड़ा बाग और भारत पाक बोर्डर (लोंगेवाला पोस्ट और तनोट माता मंदिर)
8. कैसे पहुँचें
हवाई मार्ग से - जैसलमेर हवाई मार्ग से सीधे जुड़ा हुआ नहीं है। जैसलमेर से लगभग 300 कि.मी. दूर स्थित जोधपुर हवाई अड्डा, रेगिस्तान की भूमि का निकटतम हवाई अड्डा है। जोधपुर एयरपोर्ट से पर्यटक शहर पहुंचने के लिए टैक्सी किराए पर ले सकते हैं।
सड़क मार्ग से- जैसलमेर शहर NH 15 पर स्थित है। राजस्थान रोडवेज के डीलक्स और साधारण बसों के साथ-साथ कई निजी ऑपरेटर जैसलमेर को देश के सभी महत्वपूर्ण शहरों से जोड़ते हैं। बस टर्मिनस से, यात्री अपने होटल या घूमने की जगहों तक पहुंचने के लिए परिवहन के स्थानीय साधनों का फायदा उठा सकते हैं।
रेल द्वारा - जैसलमेर की भारत के सभी महत्वपूर्ण शहरों के साथ दैनिक कनेक्टिविटी है। जैसलमेर पहुँचने के लिए दिल्ली, जयपुर और जोधपुर की सीधी ट्रेनों का लाभ उठाया जा सकता है। जैसलमेर भारत की सबसे शानदार ट्रेन "पैलेस ऑन व्हील्स" से यात्रा के प्रमुख स्टेशनों में से एक है।
प्रमुख शहरों से दूरी:
दिल्ली: 793 कि.मी.
जयपुर: 585 कि.मी.
जोधपुर: 294 कि.मी.
उदयपुर: 522 कि..मी
9. ठहरने की जगह
जैसलमेर राजस्थान घूमने आले वालों के लिए एक अहम जगह है। पर्यटकों के रुकने लिए अलग- अलग तरह के विकल्प मौजूद हैं। आप जैसलमेर में कई होटलों में से चुन सकते हैं और गेस्ट हाउस में बजट होटल से लेकर लग्ज़री और हेरिटेज होटल तक ले सकते हैं। सैम सैंड ड्यून्स (रेत के टीले) और खुरी में रेगिस्तान शिविर और टेंट भी चुन सकते हैं। शिविरों में ये तंबू कई तरह की आधुनिक सुविधाओं से लैस हैं और पर्यटकों के लिए आराम मुहय्या कराने के लिए हर चीज़ की देखभाल की जाती है।
10. जैसलमेर के आस-पास
यह भारतीय राज्य राजस्थान के पश्चिमी भाग में स्थित है। यह राजस्थान का सबसे बड़ा जिला और भारत में देश का तीसरा सबसे बड़ा जिला है। थार मरुस्थल के दिल में स्थित इसके पश्चिमी हिस्से में पाकिस्तान है और दक्षिण में बीकानेर का खूबसूरत शहर है। जोधपुर जैसलमेर के पूर्वी भाग में स्थित है, जो रंग और परंपरा का एक और शहर है। राज्य के अन्य हिस्सों की तुलना में इस शहर की जनसंख्या काफी कम है।
जैसलमेर के लोग और राजस्थान की ट्रेन पर सवार लोग,ये सभी उन बाकी लोगों से काफी अलग थे जिनसे मैं अब तक मिला हूँ। जैसलमेर में यहाँ के ज्यादातर लोग अच्छी अंग्रेजी बोलते हैं, साफ कपड़े पहनते हैं, और भिखारी नहीं हैं। वे स्वभाव से बहुत मिलनसार और मददगार होते हैं।यहाँ के लोग भले ही सख्त लगें लेकिन सभी में काफी सहनशीलता है।
आखिर में मैं व्यक्तिगत रूप से हर किसी को एक बार इस सुनहरे शहर की यात्रा करने की सलाह ज़रूर दूँगा। इसकी सुंदरता आपको हमेशा अचंभे में छोड़ देती और आपके दिल में एक अलग जगह बना लेगी।