भारत के इतिहास में कई राजा-महाराजाओं का जिक्र मिलता है।हालांकि पिछले पांच दशकों में बहुत कुछ बदल गया है।1971 में भारत के संविधान में हुए 26 वें संशोधन के साथ ही राजाओं को मिलने वाली विशेष उपाधियों और उन्हें मिलने वाले प्रिवी पर्स (महाराजाओं को मिलने वाले वित्तीय लाभ) को समाप्त कर दिया गया। इसके बाद शाही परिवारों को कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ा। हालांकि, अभी भी ऐसे कई शाही परिवार हैं जो नए जमाने में अपने पूर्वजों की तरह पूरे ठाठ से जीवन जी रहे हैं।आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ राजवंश परिवारों के बारे में।
मेवाड़ राजघराना
मेवाड़ राजघराना करोड़ों की लग्जरी गाड़ियों का शौकीन रहा है और वर्तमान में इस राजघराने के प्रमुख सरंक्षक अरविंद सिंह है जो महंगी कारों के शौकीन है।मेवाड़ राजघराने का राजस्थान में होटल का बिजनेस है, जिसका नाम एचआरएच ग्रुप ऑफ़ होटल्स है। इसके अलावा मेवाड़ राजघराने के पास उदयपुर की लेक पिछोला में जाग मंदिर के नाम से बहुत ही खूबसूरत होटल भी है।
आपको बता दें कि इस ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर खुद अरविंद सिंह मेवाड़ है जिनका 12 लोगों का स्टाफ है।लग्जरी कारों के अलावा अरविंद सिंह के पास कई रोल्स रॉयस गाड़ियां भी है। हम बता दें कि यह सभी रॉल्स रॉयस गाड़ियां अरविंद सिंह के नाम रजिस्टर्ड नहीं है, वास्तव में यह सारी गाड़ियां मेवाड़ के अलग-अलग राजाओं की निशानियां है। इसके अलावा इनके पास Mercedes के कई मॉडल और एक एमजी टीसी भी हैं।मेवाड़ राजघराने के संरक्षक अरविंद सिंह अक्सर नई नई गाड़ियों के लॉन्चिंग कार्यक्रमों में देखे जाते हैं।
सिंधिया रॉयल फैमिली
एक आरटीआई में खुलासा हुआ था कि ज्योतिरादित्य के पास 24 करोड़ रुपए के गहने हैं, जो उन्हें पुश्तैनी रूप से मिले हैं। पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री और कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया इस रॉयल फैमिली से आते हैं।
सिंधिया परिवार के पास 25 से अधिक कंपनियों के शेयर हैं।
बड़ौदा की रॉयल फैमिली
बड़ौदा की रॉयल फैमिली भी अपने ठाट-बाट के मामले में किसी से कम नहीं।वर्तमान में बड़ौदा रॉयल फैमिली के प्रमुख समरजीत सिंह गायकवाड़ हैं, जिनका रियल स्टेट का कारोबार है।बिजनेस के क्षेत्र में इन्हें अरबपति माना जाता है, इनके पास विश्व प्रसिद्ध 600 एकड़ में फैला 187 कमरों का महल है जिसका नाम लक्ष्मी निवास है।लक्ष्मी निवास महल को सन 1890 में महाराजा सयाजी राव तृतीय ने बनवाया था।
इस महल में आराम की तो सारी चीजें हैं ही इसके अलावा इस भव्य महल में पर्सनल गोल्फ कोर्स भी है।हालांकि इस शाही परिवार में काफी सालों से प्रॉपर्टी से जुड़ा विवाद चल रहा था जिसे 2013 में सुलझा लिया गया था।
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वाडियार रॉयल फैमिली
मैसूर (कर्नाटक) के वाडियार राजवंश के मुखिया 23 साल के यदुवीर राज कृष्णदत्ता वाडियार हैं। 10 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की प्रॉपर्टी वाले इस राजवंश के पास 15 लग्जरी कारों का कलेक्शन हैं। इसके अलावा इनके पास कई महंगी घड़ियों का भी कलेक्शन है।
गौरतलब है कि पूर्व राजा श्रीकांत दत्त चार बार मैसूर से सांसद भी रह चुके हैं। उन्होंने 2004 में कांग्रेस के टिकट से चुनाव लड़ा था। उन्होंने अपने इलेक्शन एफिडेविट में डेढ़ हजार करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी होने की बात कही थी।
राजकोट रॉयल परिवार
जब बात चले शाही परिवारों की तो भला उसमें राजकोट का शाही परिवार कैसे पीछे रह सकता है।राजकोट रॉयल फैमिली के पास अरबों रुपए की प्रॉपर्टी है और युवराज मांधातासिन जडेजा राजकोट के राजघराने के प्रमुख हैं। मंधातासीन जडेजा अब पूरी तरह से बिजनेस में उतर चुके हैं तथा इसमें उन्होंने हाइड्रो पावर प्लांट और बायो फ्यूल डेवेलोपेमेंट के क्षेत्र में करीब 100 करोड़ रुपए का इन्वेस्ट भी किया है, इसके साथ-साथ इस शाही परिवार ने पूरे गुजरात में पिज्जा स्टोर खोलने के लिए अमेरिका की एक बड़ी कंपनी के साथ पार्टनरशिप भी की है। अन्य शाही परिवारों के साथ साथ इस रॉयल फैमिली के पास भी शानदार रोल्स रॉयल कारों का जबरदस्त कलेक्शन है।
अलसीसर की रॉयल फैमिली
राजस्थान के अलसीसर रॉयल फैमिली के मुखिया अभिमन्यु सिंह हैं। इन्हें खेत्री का राजा भी कहा जाता है। इस रॉयल फैमिली की जयपुर और रणथंभौर में कई बड़ी हवेलियां हैं। जयपुर वाली अलसीसर हवेली को एक हेरिटेज होटल में बदल दिया गया है।
ये हर साल होने वाले इलेक्ट्रॉनिक डांस फेस्टिवल, मैग्नेटिक फील्ड के को-स्पॉन्सर भी हैं। अभिमन्यु सिंह के पास 1953 में इस्तेमाल होने वाली अमेरिकन आर्मी की जीप है। जीप को अमेरिका ने कोरिया युद्ध के समय पाकिस्तान को दिया था, जिस पर 1962 में भारत ने कब्जा कर लिया था। बाद में अभिमन्यु सिंह के दादा ने इस जीप को नीलामी में खरीदा था।
बीकानेर शाही परिवार
बीकानेर शाही परिवार के भी अपने अमीरी के अलग ही किससे रहे हैं।फिलहाल इस फैमिली की एकमात्र वारिस राज्यश्री कुमारी है जो शूटिंग में खासी दिलचस्पी रखती है तथा शूटिंग के क्षेत्र में ही राज्यश्री कुमारी ने अर्जुन अवार्ड भी जीता है।इसके अलावा राज्यश्री कुमारी राजस्थान के कई चेरिटेबल ट्रस्ट की प्रमुख भी है तथा इनके नाम से कई समाजसेवी संस्थाएं भी चलती है।बीकानेर की रॉयल फैमिली की वारिस राज्यश्री कुमारी का एक हेरिटेज होटल भी है। जिसका नाम लालगढ़ महल है। इस होटल के अंदर श्री सादुल नाम का म्यूजियम भी बना हुआ है जिसमें कई पुराने हथियार सहेज कर रखे गए हैं।
जोधपुर शाही परिवार
जोधपुर का शाही परिवार देश के सबसे प्रसिद्ध और चर्चित शाही परिवारों में से एक है, जिनके नाम अथाह संपत्ति दर्ज है।वर्तमान में इस फैमिली के प्रमुख गजसिंह है, जिनके पास उम्मेद भवन के नाम से दुनिया का सबसे बड़ा निजी घर है, जिसमें 347 के करीब कमरे हैं।हम आपको बता दें कि उम्मेद भवन भारत के सबसे महंगे होटल में से एक है।
पूरा उम्मेद भवन होटल नहीं है बल्कि इसके एक हिस्से को होटल बना लिया गया है जिससे मैनेज करने के लिए प्रसिद्ध ताज ग्रुप के साथ जोधपुर की रॉयल फैमिली ने अनुबंध किया हुआ है।
उम्मेद भवन के बारे में एक दिलचस्प बात यह है कि साल 1929 में जब भीषण अकाल पड़ा था तब उम्मीद भवन को तोड़ दिया गया था ताकि इससे दुबारा बनवा कर लोगों को रोजगार दिया जा सके।इस पूरे भवन को ट्रैवलर्स चॉइस अवार्ड में बेस्ट होटल का अवार्ड भी दिया गया है। वैसे उम्मेद पैलेस के अलावा जोधपुर की इस रॉयल फैमिली के पास कुछ और शानदार किले भी हैं।
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