शहरों को लेकर कुछ ऐसे स्टीरियोटाइप जिन्हें बदलने की ज़रूरत है 

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Photo of शहरों को लेकर कुछ ऐसे स्टीरियोटाइप जिन्हें बदलने की ज़रूरत है by Aastha Raj

भारत विभिन्न रंगों से बना है और यहाँ के लोग एक दूसरे के लिए अपने स्नेह की वजह से जाने जाते हैं। पर यह कहना बिलकुल गलत नहीं होगा कि जब दूसरे राज्यों के बारे में चर्चा होती है तो हर राज्य को लेकर हमारे मन में रूधिप्रद धारणा जिसे हम अंग्रेजी में स्टीरियोटाइप कहते हैं बनी हुई है। ये हैं कुछ ऐसे स्टीरियोटाइप जिनसे सच्चाई कोसों दूर है।

पंजाब

धारणा : यहाँ सिर्फ सिख रहते हैं और पूरे दिन कोई व्यक्ति सरसों के खेत में बल्ले बल्ले कर रहा होता है।

सच: पंजाबी लोगों के अलावा यहाँ की 38% जनसँख्या हिंदू धर्म के लोगों की है। इसलिए जब आप अगली बार पंजाब आयें तो इस चीज़ की बिलकुल उम्मीद न करें कि आपको कोई व्यक्ति खेतों के बीच घर आजा परदेसी गाता हुआ नज़र आएगा।

दिल्ली

धारणा : सबकी पहुँच बहुत ऊपर तक है। ‘तू जानता नहीं है मेरा बाप कौन है’

सच : दिल्ली में रहने वाले हर व्यक्ति ने कभी न कभी इस वाक्य का प्रयोग ज़रूर किया होगा पर इसका मतलब ये नहीं है कि वहाँ हम और आप जैसे आम लोग नहीं रहते। दिल्ली की 33% जनता दूसरे राज्य से आई है और बाकि लोगों की तरह उतनी ही मुश्किलों का सामना करती है।

महाराष्ट्र

धारणा : महारष्ट्र= मुंबई= फ़िल्मी सितारे

सच: महारष्ट्र में 10 शहर, 36 जिल और 109 सब डिवीज़न हैं। मुंबई को तो महाराष्ट्र की सांस्कृतिक राजधानी भी नहीं माना जाता है। यहाँ की सांस्कृतिक राजधानी पुणे है।

झारखण्ड

धारणा:

बिहार का दूसरा नाम

सिर्फ महेंद्र सिंह धोनी की वजह से मशहूर है

सच: झारखण्ड और बिहार दो अलग अलग राज्य हैं। झारखण्ड हमारे देश का दूसरा सबसे बड़ा खनिज उत्पादक है और कप्तान कूल धोनी के अलावा भी इस राज्य ने देश को बहुत कुछ दिया है।

चेन्नई, तमिल नाडू, आंध्र प्रदेश, केरल, तेलंगाना, कर्नाटक

धारणा : यहाँ या तो सब मद्रासी हैं या फिर मल्लू। यहाँ खाना सिर्फ चावल और नारियल के तेल से बना होता है।

सच : मद्रासी शब्द तब गायब हो गया जब जब राज्य का नाम मद्रास से चेन्नई हो गया। चेन्नई तमिल नाडू की राजधानी है। मल्लू मलयाली लोगों को बोला जाता है, मतलब वो लोग जो मलयालम बोलतें हैं और जो केरल से हैं। पूरा दक्षिण भारत 5 राज्यों से मिलकर बना है और इन राज्यों की हर चीज़ एक दूसरे से अलग है। (खाना, भाषा और वातावरण)। सभी राज्यों की अपनी अलग खासियत है और अलग संस्कृति। मालाबार फिश, चेतिनाद चिकन, उपमा और पेसरात्तु कुछ ऐसे व्यंजन हैं जो चावल से नहीं बनते और एक बार आपको ज़रूर खाना चाहिए।

गुजरात

धारणा: शाकाहारी राज्य, 24 घंटे डांडिया

सच : गुजरात एक शाकाहारी राज्य बिलकुल नहीं है। हाँ यहाँ मांसाहारी लोग कम रहते हैं पर इसका ये मतलब नहीं है कि वहाँ आपको मांस मछली मिलेगी ही नहीं। सूरत में ज़यादा मांसाहारी लोग रहते हैं। और हाँ, यहाँ के लोगों को डांडिया बेहद पसंद है पर कोई 24 घंटे डांडिया नहीं करता। त्योहार के वक़्त लोग डांडिया खेल कर उत्सव का आनंद लेते हैं।

राजस्थान

धारणा : ऊंट, साफ़ा और रेगिस्तान

सच : कई सालों में राजस्थान में कई बदलाव आये हैं। शहर अब विकसित हो चुकें है और रेत का तूफान अब पुरानी बात हो चुकी है। साफ़ा अब सिर्फ बूढ़े लोग पहनते हैं। ऊंट सफारी आज भी राजस्थान का एक अहम हिस्सा है जो आपको हर जगह नहीं मिलेगा और सिर्फ थार रेगिस्तान के आसपास ही आपको इसका अनुभव कर सकते हैं।

हरियाणा

धारणा : यह एक राज्य नहीं बल्कि उपद्रव से भरा पंजाब का एक गाँव है।

सच: हरियाणा एक ऐसा राज्य है जो भारत के इतिहास और अर्थव्यवस्था दोनों के लिए अहम है। महाभारत का युद्ध कुरुक्षेत्र में लड़ा गया था। उत्तर भारत का आईटी हब गुरुग्राम हरियाणा में है। हरियाणा के सफल खिलाडियों की फ़ेहरिस्त बहुत लम्बी है। दुःख की बात तो यह है कि इस राज्य को हमेशा उपद्रव से जोड़ कर देखा जाता है जो गलत है।

हिमाचल

धारणा: हिमाचल= कसोल, मक्लोड़गंज और ड्रग्स

सच : हिमाचल में इतना कुछ है कि मुझे आपको बताने की भी ज़रूरत नहीं है।

उत्तर पूर्वी भारत

धारणा : एक बड़ा राज्य। ‘चिंकी’ लोगों का घर जहां मोमोस मिलते हैं।

सच : उत्तर पूर्वी भारत 8 राज्यों से मिल कर बना है- अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम और त्रिपुरा। हर राज्य की अपनी अलग संस्कृति और भूगोल है। भले ही पूरे देश में मोमोस और दिमसम मशहूर हैं पर यहाँ के लोगों के लिए ये स्पेशल डिश भी नहीं है। यहाँ का खाना बाकि सभी राज्यों से बहुत अलग है। ‘चिंकी’ को मतलब है जो चीनी लोगों की तरह दिखते हैं। उन लोगों को शर्म आनी चाहिये जो इस शब्द का प्रयोग भारतीयों के ऊपर करते हैं।

तेलंगाना

धारणा : हैदराबाद का नया नाम, बिरयानी, बिरयानी और सिर्फ बिरयानी

सच : तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद है। खाने के मामले में हैदराबादी बिरयानी के अलावा ऐसे कई डिश हैं जिन्हें खा कर आप उँगलियाँ चाटते रह जायेंगे।

छत्तीसगढ़

धारणा : छुप जाओ! यहाँ सिर्फ नक्सली हैं, मेरे बिस्तर के नीचे, बाथरूम के अन्दर, फ्रिज के अन्दर, हर जगह!

सच: ये पढ़िए और इस खूबसूरत जगह के बारे में अपनी धारणा बदलिए।

जम्मू-कश्मीर

धारणा: यहाँ सिर्फ आतंकवाद है।

सच : जहांगीर का वो शेर- ‘अगर फिरदौस बरोये ज़मीन अस्त, हामी असतो, हामी असतो, हामी अस्त। अगर कहीं धरती पर जन्नत है तो यहीं है।

यहाँ आतकवाद की परछाई है पर इसका ये मतलब नहीं की कश्मीर में सिर्फ यही होता है। अगर आप यहाँ के खूबसूरत पहाड़ और घाटियों को देख लेंगे तो आपको लगेगा आप परियों के देश में हैं।

नेपाल

धारणा: उत्तर पूर्वी भारत का एक छोटा सा हिल स्टेशन जहाँ बहादुर और मोमोस वाली आंटी रहती है।

सच: मेरा साथ बोलिए- नेपाल भारत का हिस्सा नहीं है! नेपाल हमारा खूबसूरत पड़ोसी देश है जिसके साथ हमारे अच्छे रिश्ते हैं।