

तेरह मंजिल अन्य ऋषिकेश मंदिरो के बिलकुल विपरीत है , जो एक ही देवता को समर्पित हैं, इस मंदिर में कई देवता हैं और आपको एक ही समय में उन सभी की पूजा करने का एक अद्भुत अवसर प्रदान होता है।

अद्धभुत वास्तुकला, सुखद स्थान और पवित्रता जो वातावरण चार चाँद लगा देती है, जो इसको पूरे आसपास के पवित्र मंदिरों में से एक बनाती है। इसको त्र्यंबकेश्वर मंदिर के रूप में भी जाना जाता है, मंदिर के ऊपर से आसपास के मनोरम दृश्यों का आनंद लिया जा सकता है। लक्ष्मण झूला और शहर के अन्य स्थलों से थोड़ी पैदल दूरी पर ही ऋषिकेश में है |
13 मंजिल मंदिर या त्रयंबकेश्वर मंदिर का इतिहास:
तेरा मंजिल मंदिर को कैलाश निकेतन मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यह ऋषिकेश में सबसे लोकप्रिय हिंदू मंदिरों में से एक है। आदि शंकराचार्य ने 9वीं शताब्दी ईस्वी में इस हिंदू मंदिर की स्थापना की थी।
मंदिर में और उसके आसपास की चीजें:
सीढ़ियों आपको इस बहुमंजिला इमारत के अंदर ले जाएगी। मंदिर परिसर के अंदर कई दुकानें हैं ,
कीमती रत्न
आभूषण
हस्तशिल्प वस्तुएं
और कलाकृतियाँ।
इमारत की ऊपरी मंजिल से जगमगाती गंगा नदी का विहंगम दृश्य देखें।
इसके अलावा, यहाँ से आकर्षक सूर्यास्त के दृश्य को देखना न भूलें जो किसी की कल्पना से परे है।

त्र्यंबकेश्वर मंदिर से घूमने के लिए आसपास के कुछ आकर्षण हैं:
Ram Jhula
Lakshman Jhula
Parmarth Niketan
Swarg Ashram
Triveni Ghat
Neelkanth Mahadev temple etc.
Entrance Fees: Free
Opening and Closing Time: From 6 am to 7 pm