मैं कोई पर्यावरणविद नही लेकिन इतना जरूर कह सकता हूँ कि ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में लगी आग इतनी सामान्य घटना नही !
हमे जरा सी गर्मी लगी तो A.C चला लिया , जरा सी ठण्डक को तो रूम हीटर और ढेर सारा कार्बन प्रकृति में छोड़ दिया लेकिन उन बेज़ुबानों का क्या जिनके लिए जंगल ही सब कुछ है !
इस भयंकर आग में जल के मरने वाले जीवों की संख्या 5 मिलियन हो या कोई और आंकड़ा हो लेकिन इतना तो जरूर है कि यह सच मे बहुत ह्रदयविदारक है और इसमें हमारा भी योगदान है इस बात से हम बिल्कुल भाग नही सकते !
भूटान जैसे कुछ देशों को अगर छोड़ दे तो किसी भी देश के एजेंडे में अपनी प्रकृति को बचाने जैसे विचार शून्य के बराबर ही है !
विकास की अंधी दौड़ में हम अपनी खूबसूरत प्रकृति के साथ जितना बुरा कर सकते थे हमने उससे भी ज्यादा बुरा किया !
ऑस्ट्रेलिया से लगातार आ रहे मार्मिक वीडियो आज इतनी मार्मिक कहानी बयाँ कर रहे है कि हम इंसान है यह कहते हुए भी शर्मिंदगी सी हो रही है !
नीचे की picture को देखिए और इन बेज़ुबानों के दर्द को समझिए ! ये कितने लाचार और मजबूर है आज !
अगर मानव के अंधे develpoment के हस्तक्षेप को हटा दे तो यह बेज़ुबान प्रकृति की सर्दी , गर्मी और बरसात सह पाने में सक्षम होते है जंगल उनके लिए उनका घर है और वो बिना किसी मानवीय मदद के अपना जीवन चक्र पूरा कर पाने में capable है ! लेकिन जब इसमें मानवीय हस्तक्षेप होता है तब असम जैसी बाढ़ और ऑस्ट्रेलिया के जंगलो जैसी आग की घटनाएं जन्म लेती है !
ऑस्ट्रेलिया की जंगलो में आग लगने का कारण वहां का बढ़ा हुआ तापमान और जंगलो की खत्म होती नमी है ! इसको एक शब्द में पिरोये तो Global warming ! तो क्या हम इस आग के लिए जिम्मेदार नही है क्या सच मे हमारा इसमें जरा भी योगदान नही है !
एक रिपोर्ट के मुताबिक ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में लगी आग ने लगभग कोआला की आधी आबादी को नष्ट कर दिया है मतलब आधे कोआला आग में जल गए !
हम मंगल पर जीवन ढूढ़ रहे है और चांद पर पानी औऱ करोड़ो रूपये खर्च कर रहे है ! लेकिन आज जो हमें इस धरती से मिला है हम उसे बर्बाद कर रहे है !
इन teddy bear जैसे खूबसूरत कोआला के मार्मिक वीडियो से हम बच नही सकते !
@हम क्या कर सकते है @
A little effort is countable सो हम अपनी प्रकृति को बचाने के लिए जो कुछ कर सकते है वो करे !
Global warming एक बड़ा मुद्दा है जिसके लिए सरकारों को अपनी जिम्मेदारी निभानी पड़ेगी लेकिन अपनी प्रकृति को बचाने के लिए हम जो कर सकते है वो करे !
Ideal condition में zero waste life style possible नहीं है लेकिन हमारी जागरूकता हमे इसके बहुत समीप लाकर खड़ा कर सकती है अगर हम अपने दैनिक जीवन मे थोड़ा सा जागरूक हो जाये !
वैसे हम अपनी धरती के साथ आज जो कुछ भी कर रहे है क्या हम भविष्य में खुद survive कर पाएंगे यह भी एक बड़ा प्रश्न है !
एक salute उनके लिए भी जो बस कोशिश में है कुछ ही सही लेकिन शिद्दत से जान बचाने में लगे है !