प्रकृति हमारी मां है । इसमें कोई दोराय नहीं है। प्रकृति से ही हमे सब कुछ मिलता है। प्रकृति सिर्फ हम मनुष्यो के लिए ही भी वरन पेड़ पौधे,जीव जंतु इत्यादि के लिए भी उतनी ही महत्वपूर्ण है । जैसे हम इंसानों को अपने प्राकृतिक आवास में रहना पसंद होता है । हमे अच्छे साफ सुथरे शहरों गांवों में रहना पसंद होता हैं। वैसा ही जीव जंतुओं, और पक्षियों को भी उनके प्राकर्तिक आवास में रहना पसंद होता है। जो आवास उनके फलने फूलने के हिसाब से माकूल हो। जहा शांति हो , अच्छी जलवायु हो , पेड़ पौधे हो , पानी हो। इत्यादि। प्रकृति हम सिर्फ मनुष्यो के लिए ही नही वरन और जीव जंतुओं, पक्षियों के लिए भी उतनी ही महत्वपूर्ण है।
कुल मिलाकर ये एक पारस्थिक तंत्र है । इस तंत्र में हम सभी जुड़े हुए है। अगर हम मनुष्य इस तंत्र में अपनी जिम्मेदारी
ढंग से निभायेंगे तो बाकी और घटक जैसे जीव जंतु इत्यादि भी इस तंत्र में बने रहेंगे । ये हम सब के लिए अच्छा है।
दिल्ली एनसीआर को वैसे कुदरत ने बड़े करीने से सजाया संवारा है। यहां किसी चीज की कमी नही। यहां नोएडा महानगर के बिलकुल पास एक बर्ड सेंचुरी भी है । जिसे
सूरजपुर बर्ड सेंचुरी या वेटलैंड भी कहते हैं।
ये बेहद शांत और सौम्य जगह है । अगर आपको ऑफबीट जगह पसंद हैं। आपको कुछ पल प्रकृति के साथ कनेक्ट करना पसंद हैं। आपको बर्ड वाचिंग अर्थात चिड़ियां को उनके प्राकर्तिक आवास में देखना पसंद है। तो ये जगह आपको पसंद आएगी । ये एक खास इको सिस्टम है।
जो देशी विदेशों पक्षियों को पसंद आता है । यहां वो सब कुछ है हो उन्हें चहिए तभी तो सर्दियो के मौसम में कई दुर्लभ प्रजाति के विदेशी पक्षी हजारों किलोमीटर की दुरी तय करके यहां पहुंचते है। ये जगह हरियाली से भरपूर है । यहां एक प्राकर्तिक झील जैसी जगह है। जहा आप शांति से घूमते हुए पक्षियों को निहार सकते है।
आप दिल्ली से आस पास के किसी भी शहर से यहां आसानी से आ सकते है । यहां पक्षियों की ऐसी ऐसी प्रजातियां दिखने को मिल जाती हैं। जो प्राय हम सभी को दिखने का न मिले । पक्षियों को उनके खुद के प्राकर्तिक आवास में देखना बड़ा ही सुखद अहसास होता है। जीवन में प्रकृति से जुड़ाव बहुत जरूरी है । विज्ञान भी इसकी पुष्टि करता है । की जो लोग प्रकृति से जुड़ाव रखते हैं। जो लोग प्रकृति को सह अस्तित्व की भावना से देखते है । वो अन्य लोगो की तुलना में ज्यादा अच्छा जीवन जीते हैं।
ये बर्ड सेंचुरी कई मायनों में खास और अहम है। अगर हम पक्षियों के प्राकर्तिक आवासों जैसे की ये जगह है । इन जगह को बचाने में कामयाब हुए तो हम अपना भी अस्तित्व
बचा पाएंगे। मैने पहले ही बताया था की । इस परिस्थिक तंत्र में हम सब जुड़े हुए है। अगर इस तंत्र में कुछ भी फेर बदल हुआ तो कुछ भी नही बचेगा। इसीलिए हम जीव जंतुओं और पक्षियों को , उनके प्राकर्तिक आवासों को बचाना ही होगा ।
अंततः ये हम सबके लिए अच्छा होगा । हम मनुष्य जाति अपने को बहुत बुद्धिमान मानती है । तो ज्यादा जिम्मेदारी भी हमारी ही होनी चाहिए। इस बर्ड सेंचुरी में 3 से 4 बर्ड वाचिंग टावर भी है। जिनके ऊपर चढ़कर आप नजारे का मजा ले सकते हो । अगर आपके पास एक अच्छी दूरबीन हो तो क्या ही कहने ।
अंदर बर्ड सेंचुरी में शोर गुल करना सख्त मना है । इसीलिए पूरी जिम्मेदारी से यहां घूमे । अन्य किसी और बर्ड सेंचुरी की तरह यहां कोई फीस भी नही है। और डी एस एल आर कैमरा ले जाने के लिए भी कोई अन्य फीस नही है। झील के किनारे किनारे चलकर आप पक्षियों को करीब से देख सकते हो , उनके पिक्चर्स ले सकते हो उन्हें बिना परेशान करे , और कुछ पल सुकून के अपने साथ भी जी सकते हो
तो आप कब आ रहे हो सूरजपुर बर्ड सेंचुरी ।
लेकिन अगर आपको सच में पक्षियों से प्रेम है , सच में आपको प्रकृति से प्रेम है। तभी यहां आए।
नोट– कोई शुल्क नही है , कैमेरा भी ले जा सकते हैं।
पता – सूरजपुर बर्ड सेंचुरी सूरजपुर, ग्रेटर नोएडा उत्तर प्रदेश
अपनी गाड़ी से या बाइक से आ सकते है। पब्लिक प्रांसपोर्ट
की व्यवस्था अभी बहुत ठीक नही हैं।
नजदीकी मेट्रो – एक्वा लाइन पर परी चौक मेट्रो है। यहां से
कैब या टैक्सी कर सकते हैं।
दिल्ली से दूरी लगभग 40 से 50 किलोमीटर हैं।