लड़कियां कार नहीं चला सकती, अकेले ट्रैवल नहीं कर सकती, कोई बिजनेस शुरू नहीं कर सकती, और किसी पुरुष की मदद के बिना घर नहीं चला सकती, ये कुछ ऐसी धारणाएं हैं जो महिलाओं के बारे में बनी हुई हैं और हमारी सोसायटी में प्रचलित हैं हालांकि ये सभी झूठ हैं और समय-समय पर महिलाओं ने इन्हें तोड़ती आई हैं।
जब भी किसी लड़की के अकेले ट्रैवल करने की बात आती है तो सबसे पहले हमारे दिमाग में जो बात आती है, वह है सेफ्टी। हमें लगता है कि लड़कियों को अकेले तो ट्रैवल करना ही नहीं चाहिए क्योंकि उनके लिए यह खतरे से खाली नहीं है। जो महिलाएं अकेले ट्रैवल करना पसंद करती हैं, उन्हें अक्सर इन सवालों का सामना करना पड़ता है कि क्या यह सेफ है?
लेकिन आपको बता दें कि अकेले ट्रैवल करने का मतलब परेशानी को बुलावा देना बिल्कुल नहीं है। लड़कियों के सोलो ट्रैवल करने से जुड़ी ऐसी बहुत सारी रूढ़िवादी धारणाएं हैं जिन्हें वास्तव में तोड़ने की जरूरत है। ये 2021 है और इस समय में भी लोग समझते हैं कि लड़कियों को कहीं भी जाने, कोई भी जरूरी काम करने के लिए किसी मर्द की कंपनी की जरूरत होती है।
हम यहां बता रहे हैं कुछ ऐसे ही मिथक यानी झूठी बातें जो लड़कियों के सोलो ट्रैवल को लेकर प्रचलित हैं-
मिथक- अकेले जाने में खतरा है
यह एक कॉमन सलाह है जो अक्सर लोग देते हैं कि अकेले लड़की का ट्रैवल करना उनके लिए खतरा हो सकता है। इसके साथ ही, दोस्त और परिवार के लोग आपको डेली न्यूजपेपर या चैनलों में आ रही क्राइम न्यूज भी आपको सुना देते हैं। हालांकि यह बिल्कुल सेफ है और अगर आप अपने कॉमन सेंस को फॉलो करती हैं तो आपको किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी।
मिथक- अजनबी लोगों से बातें करना
हम सभी जानते हैं कि नए लोगों से मिलते वक्त हमें थोड़ा सावधान रहना चाहिए और ये केवल ट्रैवल करने के लिए नहीं बल्कि आपकी डे-टू-डे लाइफ पर भी अप्लाई होता है। लेकिन कई ट्रिप पर आपको ऐसे लोग मिलते हैं जो पहले अजनबी होते हैं और फिर आपके अच्छे दोस्त बन जाते हैं या वो लोग जो आपको बेहतर बनने के लिए इंस्पायर करते हैं इसलिए आप नए लोगों से मिलने से ना डरें लेकिन सावधानी बरतें।
मिथक- सेक्सुअल हैरेसमेंट जरूर होगा
यह एक सबसे आम मिथक है और सबसे मुख्य कारण भी जिसकी वजह से महिलाएं सोलो ट्रैवल से डरती हैं। आप दुनिया के किसी भी कोने से किसी भी महिला से पूछें, और मैं आपसे वादा कर सकती हूं कि उसने अपने शहर में भी यौन उत्पीड़न का अनुभव किया होगा। यह कहना दुखद है कि यह महिलाओं की रोजाना की जिंदगी का हिस्सा है। इसलिए बेहतर है कि आप यह एडवाइस करें कि इससे कैसे बचा जा सकता है या मैनेज किया जा सकता है।
मिथक- महिलाएं सोलो ट्रैवल नहीं कर सकतीं
ट्रैवल करते समय महिलाओं को कुछ अलग तरह की मुश्किलों और दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, यह सच है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि महिलाएं सोलो ट्रैवल नहीं कर सकती। हालांकि अगर आप अपने इन्ट्यूशन को फॉलो करती हैं तो परेशानियों से बच सकती हैं। हम जानते हैं कि महिलाओं के लिए सोलो टैवल रिस्की हो सकता है लेकिन इतना नहीं, जितना कि कहा जाता है।
मिथक- आप अकेला महसूस करेंगी
सोलो ट्रैवल को लेकर सबसे ज्यादा डर लोगों को इस बात को होता है कि कहीं वो ट्रिप पर अकेला तो महसूस नहीं करेंगे। लेकिन सच्चाई यह है कि एक साल पहले की तुलना में अब आप सफर करते हुए अधिक दोस्त बना सकते हैं। आप बहुत से ऐसे लोगों से मिलेंगे जो आपकी ज़िंदगी बदल देंगे। इसलिए चिंता की जरूरत नहीं।
मिथक- सिंगल हैं तो ही सोलो ट्रैवल करें
ऐसा अक्सर कहा जाता है कि जब आप शादी कर लेते हैं या अगर आप किसी को डेट कर रहे हैं तो आप सोलो ट्रैवल नहीं कर सकते हैं। हालांकि ऐसा नहीं है। आज के समय में महिलाएं इन मिथकों को तोड़ रही हैं और फैमिली होने के बाद भी वो सोलो ट्रैवल कर रही हैं। आप किसी कमिटेड रिलेशन में होने के बावजूद सोलो ट्रैवल कर सकती हैं।