जैसलमेर: श्रद्धालुओं के लिए खुले बाबा रामदेव समाधि स्थल के कपाट

Tripoto
30th Jun 2021
Photo of जैसलमेर: श्रद्धालुओं के लिए खुले बाबा रामदेव समाधि स्थल के कपाट by Smita Yadav
Day 1

कोरोना महामारी से बचाव और लॉक डाउन के चलते पश्चिमी राजस्थान का सबसे बड़ा बाबा रामदेव का मंदिर 20 मार्च से ही बंद था। कोई भी श्रद्धालु बाबा रामदेव मंदिर में पहुंचकर दर्शन नहीं कर पा रहा था। लेकिन अब पश्चिम राजस्थान का कुंभ कहे जाने वाले सबसे बड़े आस्था स्थल बाबा रामदेव समाधि का मुख्य द्वार 76 दिनों के लंबे समय अंतराल के पश्चात 1 जुलाई को बाबा रामदेव समाधि समिति की तरफ से अभिषेक आरती के पश्चात प्रातः 5:00 बजे आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया हैं। ऐसे में देश भर में रहने वाले बाबा रामदेव के लाखों करोड़ों भक्तों में खुशी की लहर देखने को मिल रही है। और अब श्रद्धालुओं को दर्शन करने में कोई दिक्कत नहीं आएगी। पिछले लंबे समय से श्रद्धालुओ को बाबा रामदेव समाधि स्थल का मुख्य द्वार खुलने का बेसब्री से इंतजार था। इस संबंध में सोमवार को समाधि समिति और जिला प्रशासन की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई थी, जिसमें समाधि स्थल को खोलने को लेकर जिला कलेक्टर ने आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए गए और मंदिर को खोलने का निर्णय लिया गया।

सरकारी गाइडलाइन जिनका पालन करना होगा

Photo of जैसलमेर: श्रद्धालुओं के लिए खुले बाबा रामदेव समाधि स्थल के कपाट by Smita Yadav
Photo of जैसलमेर: श्रद्धालुओं के लिए खुले बाबा रामदेव समाधि स्थल के कपाट by Smita Yadav

कोरोना के कारण सरकारी गाइडलाइन का पालना करते हुए बाबा रामदेव समाधि स्थल को खोला जाएगा, जिसमें आपको कोविड से बचाव की वैक्सीन की प्रथम डोज लगी होने वाले लोगों को ही समाधि स्थल के अंदर दर्शन करने की अनुमति दी जाएगी वहीं, पूजन सामग्री सहित अन्य प्रकार की प्रसाद सामग्री लेकर अंदर जाने पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध रहेगा। सभी श्रद्धालु मास्क लगाकर सोशल डिस्टेंस की पालना करने के साथ ही मंदिर में प्रवेश कर सकेंगे। इसके लिए समाधि समिति की तरफ से सभी आवश्यक तैयारियां पूर्ण कर ली गई है।

तो फिर देर किस बात की पश्चिम राजस्थान का कुंभ कहा जाने वाला बाबा रामदेव का समाधि स्थल की यात्रा का प्लान जल्द बना लें। और अपनी यात्रा का आनंद लें।

कैसा लगा आपको यह आर्टिकल, हमें कमेंट बॉक्स में बताएँ।

अपनी यात्राओं के अनुभव को Tripoto मुसाफिरों के साथ बाँटने के लिए यहाँ क्लिक करें।

बांग्ला और गुजराती के सफ़रनामे पढ़ने के लिए Tripoto বাংলা और Tripoto ગુજરાતી फॉलो करें।

रोज़ाना Telegram पर यात्रा की प्रेरणा के लिए यहाँ क्लिक करें।