कोई कुछ भी कह ले, पर रेल से सफर करने में जो मजा आता है, उसका कोई जोड़ नहीं है, इसीलिए वह उम्र-भर याद रहता है. पटरी पर दौड़ती रेल, खिड़की से दिखती अनजान जगहें और कुदरत के अनदेखे नजारे मन मोह लेने के लिए काफी होते हैं.
लंबे सफर में अगर परिवार, दोस्त-यार, सगे-संबंधी एक-साथ हैं तो घर से बाहर निकलने से पहले सामान आदि रखने से जुड़ी कुछ सावधानियां बरत लेनी चाहिए, ताकि सफर का मजा किरकिरा होने से बच जाए.
अगर आपने अपना ट्रिप पहले से प्लान कर रखा है और आने-जाने की टिकट पहले से बुक करा रखी हैं, तो इसे सोने पे सुहागा समझ लीजिए. अपने बैग में टिकट रखना आपकी पहली प्राथमिकता होनी चाहिए. साथ में यात्रा कर रहे किसी एक जिम्मेदार सदस्य का कोई भी ओरिजनल पहचान-पत्र (आधार-कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी कार्ड आदि) रखना न भूलें. चूंकि कोरोना काल चल रहा है तो फेस मास्क (अनिवार्य) और सेनेटाइजर जरूर अपनी लिस्ट में शामिल कर लें.
'जितने बालिग सदस्य उतने बैग का फार्मूला' बड़ा अच्छा होता है. इससे हर सदस्य को अपने बैग का ध्यान रखने की आदत पड़ती है और साथ ही किसी एक को ज्यादा भारी सामान नहीं ढोना पड़ता है.
बैग में जरूरत के कपड़े ही रखें. इसके अलावा दूसरी अहम चीजों जैसे टूथपेस्ट, टूथब्रश, पेपर सोप, कंघा, दवाएं (सिर दर्द, बुखार, उल्टी, पेटदर्द आदि), परफ्यूम, पानी की बोतल, घर का खाना (जो जल्दी खराब न हो), फल, बिस्कुट-चिप्स, तौलिया आदि रखने में कोई बुराई नहीं है.
सफर में ज्यादा भोजन न करें. भले ही नींद न आए पर अपनी कमर को आराम देने के लिए रात को जरूर सोएं. सुबह जल्दी उठ कर वाशरूम का इस्तेमाल कर लें, वरना एक समय पर उस में रश ज्यादा हो सकता है.
कोरोना के बाद से ट्रेन में रात को सोने के लिए कंबल या चादर इत्यादि सामान नहीं मिलता है, इसलिए अपना इंतजाम पहले से करके रख लें. मोबाइल फोन के लिए चार्जर, ईयरफोन और पावर बैंक भी रखना न भूलें. ज्यादा लंबे सफर में एक एक्सटेंशन कॉर्ड भी रख सकते हैं.
चूंकि आपके मोबाइल फोन में ही फोटो लेने और वीडियो बनाने की सुविधा होती है तो महंगा कैमरा ले जाने से बचें. अगर यात्रा-संस्मरण लिखने के शौकीन हैं तो राइटिंग पैड और पेन रख सकते हैं. वैसे, मोबाइल फोन पर भी टाइपिंग करने की सुविधा होती है. रास्ते में खींचे गए फोटो भी सफर को रोमांचक बना देते हैं.
चूंकि लंबे सफर में हमेशा जूते पहन कर नहीं बैठा जा सकता है, तो रेल सफर में स्लीपर या चप्पल का इस्तेमाल अच्छा रहता है. इसी तरह कपड़ों में एकदम चुस्त कपड़े पहनने के बजाय ढीले-ढाले कपड़े ज्यादा मुफीद रहते हैं, जैसे गोल गले की ढीली टीशर्ट, लोअर आदि.
अगर सफर एक दिन के आस-पास या उससे ज्यादा का है तो समय बिताने के लिए कोई गेम जैसे सांप-सीढ़ी, लुडो, ताश आदि भी रख सकते हैं. इसके अलावा पत्र-पत्रिकाएं या कहानी अथवा उपन्यास की किताब भी अच्छा ऑप्शन होती हैं.
अगर साथ में छोटा बच्चा है या कोई महिला है तो दूध की बोतल, दूध का पाउडर, डायपर और सेनेटरी पैड भी रखें. कुछ पॉलीथिन बैग और रद्दी अखबार भी काम आ सकते हैं. खाने के डिस्पोजल बर्तन भी रखना न भूलें.
रास्ते में अनजान लोगों से कुछ भी खाने-पीने से बचें और अपने बैग आदि की सुरक्षा के लिए लोहे की चेन और ताला भी जरूर रखें.
यात्रा में ज्यादा नकद पैसा लेकर न चलें और बिना बात अपनी निजी जानकारी दूसरों को देने से बचें. हर स्टेशन पर उतरकर यहां-वहां चहलकदमी करने या चलती रेल में दरवाजे पर खड़े होने की बेवकूफी न करें.
परिवार के साथ सफर पर निकलना एक सुखद अहसास होता है, इसलिए इसे भरपूर एंजॉय करें. जागरूक रहें. इससे आपकी यात्रा मंगलमय होगी.