दोस्तों!! आपने वो चीन वाले फोटोज़ या वीडियोज़ जरूर देखे होंगे जिसमें लोग एक कांच के बने ब्रिज पर चलते दिखाई देते हैं और जिनमें से कुछ लोग बड़े आराम से उस ब्रिज पर चल लेते हैं वहीं कुछ लोग डर के मारे उस ब्रिज पर बैठ जाते हैं | यह देखकर हमारा भी मन करता है कि काश हम भी ऐसे ब्रिज देख पाते | तो अब आपको जानकर खुशी होगी कि हमारे देश में भी कुछ ऐसे 'ग्लास ब्रिज' या फिर 'स्काईवॉक' तैयार किए गए हैं | तो आइए जानते हैं इन ग्लास ब्रिजों के बारे में --
(1) पेलिंग स्काईवॉक - सिक्किम राज्य के पेल्लिंग में स्थित यह स्काईवॉक भारत का प्रथम ग्लास स्काईवॉक है | इसका उद्घाटन सन् 2018 में किया गया था | इसे 'स्काईवॉक पेलिंग ग्लास ब्रिज' नाम दिया गया | समुद्र तल से इसकी ऊंचाई 720 फीट है | यह ब्रिज पेलिंग टाउन से 3 किमी. की दूरी पर प्रसिद्ध चोनरेजिंग की मूर्ति के पास बना हुआ है | यह स्काईवॉक सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक खुला रहता है और इसका टिकट मूल्य सिक्किम वासियों के लिए 20 रूo और बाकी लोगों के लिए 50 रूo है | यह स्काईवॉक खूबसूरत तो है ही पर इसके चारों तरफ की हसीन वादियाँ और मनमोहक नजारे इसे और खूबसूरत बनाते हैं | इस ग्लास ब्रिज को अमेरिका के ग्रेंड केन्यन के स्काईवॉक के तर्ज पर बनाया गया है |
(2) काकीनाडा ग्लास ब्रिज - आंध्र प्रदेश के काकीनाडा में काकीनाडा बीच पर एक सस्पेंशन ब्रिज का निर्माण किया गया है | इसकी उंचाई 45 मीटर है | जब पर्यटक यहां जाते हैं तो उन्हें झटकों का अनुभव होता है | पुल पर पैदल चलने वाले लोगों को शीशे पर पानी की परछाई के कारण पानी पर चलने सा अहसास होता है | इस पुल को हावड़ा पुल की तर्ज पर बनाया गया है | यहाँ एक बार में 200 लोग खड़े हो सकते हैं और यहाँ का टिकट मूल्य 20 रूo है |
(3) राजगीर ग्लास ब्रिज, बिहार - भारत का सबसे प्रसिद्ध यह ग्लास ब्रिज बिहार के राजगीर में स्थित है | इस ग्लास ब्रिज को चीन के ग्लास ब्रिज के तर्ज पर बनाया गया है | पांच पहाड़ियों से घिरे राजगीर में बने इस ब्रिज पर एक दिन में 800 लोगों को जाने की अनुमति है | यह पुल 250 फुट की ऊंचाई पर बना हुआ है जिस पर चलना हवा में तैरने जैसा है जो कि वाकई में बहुत रोमांचकारी है | इस स्काईवॉक पर सैर करने के लिए टिकट लगता है जिसका मूल्य है 125 रू० | यहाँ जू सफारी तथा नेचर सफारी भी तैयार किया गया है जिसका आनंद पर्यटक ले सकते हैं |
इन ग्लास ब्रिजों के अलावा दो और ग्लास ब्रिज निर्माणाधीन हैं जिनका निर्माण आने वाले कुछ सालों में हो सकता है --
(1) केदारनाथ ग्लासब्रिज- चीन की तर्ज पर केदारनाथ में भी एक कांच के पुल के निर्माण की योजना है | यह पुल केदारनाथ यात्रा के मुख्य पड़ाव रामबाड़ा में मंदाकिनी नदी के ऊपर बनाया जाएगा जहाँ से पर्यटक रोमांच और प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकेंगे | केदारनाथ घाटी में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए और यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए बहुत से विकासकार्य किए जा रहे हैं, उनमें से यह ब्रिज भी एक आकर्षण का केंद्र होगा |
(2) ऋषिकेश ग्लासब्रिज - उत्तराखंड के प्रसिद्ध टूरिस्ट डेस्टिनेशन ऋषिकेश में गंगा नदी के ऊपर भी एक ग्लास ब्रिज का निर्माण कार्य जारी है | 94 साल पुराने लक्ष्मण झूला को सुरक्षा कारणों से अब बंद कर दिया है और उसी के समानांतर इस ग्लास ब्रिज को बनाया जा रहा है | यह पुल 132.3 मीटर लंबा और 8 मीटर चौड़ा होगा | इस पुल में दोनों तरफ कांच और बीच में 2.5 मीटर चौड़ी रोड बनाई जाएगी जिस पर हल्के दोपहिया वाहन चल सकेंगे | कहा जा रहा है कि यह पुल 150 साल तक चल सकेगा |