गोकर्ण की शांति या पांडिचेरी में पार्टी? एक परफेक्ट ट्रॉपिकल वेकेशन के लिए आप कहाँ जाना चाहेंगे?

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आज कल हर घुमक्कड़ ट्रॉपिकल वेकेशन पर जाना चाहता है। दूर तक फैला समुंदर, तट से टकराती लहरों की आवाज, किनारे पर फैली रेत, नारियल के ऊँचे पेड़ और खूब सारा स्वादिष्ट सी फूड। ये वो सपना है जिसको हर कोई सच करना चाहता है। जैसे बर्फ देखने के लिए लोग हिमाचल और उत्तराखंड जाना पसंद करते हैं वैसे ही बीच पर रिलैक्स करने के लिए हर कोई दक्षिण भारत के समुंदरों में गोता लगाना चाहता है। एक समय था जब बीच का जिक्र आते ही सबसे पहला नाम गोवा का आता था। लेकिन अब समय बदल गया है और उसके साथ-साथ लोगों की पसंद भी। अब सभी लोग बीच पर तो जाना चाहते हैं लेकिन ऑफबीट जगहों को भी देखना चाहते हैं। उन्हें केवल बीच ही नहीं बल्कि उसके अलावा भी घूमने वाली जगहों की भूख होती है। ऐसी ही दो खूबसूरत और शानदार जगहें हैं गोकर्ण और पांडिचेरी।

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एक तरफ जहाँ पांडिचेरी की लोकप्रियता के किस्से दुनियाभर में मशहूर हैं वहीं दूसरी तरफ गोकर्ण में पर्यटन की गाड़ी भी धीरे-धीरे पटरी पर आ रही है। लेकिन अक्सर ऐसा होता है हम ट्रॉपिकल वेकेशन पर जाना तो चाहते हैं लेकिन चुनाव करने की बारी आते ही दो जगहों में फंस जाते हैं। तो अगर आप अपनी बीच वाली वेकेशन के लिए गोकर्ण या पांडिचेरी को लिस्ट में शामिल कर रहे हैं तो इन दोनों जगहों के बारे में हम आपको बता देते हैं।

1. भीड़ या शांति?

गोकर्ण: पांडिचेरी के मुकाबले गोकर्ण में भीड़ कम रहती है। ये जगह फेमस जरूर हो गई है लेकिन ये अब भी टिपिकल पर्यटन मैप पर नहीं आती है। यहाँ लोकल लोगों के साथ साथ पर्यटकों की भी संख्या कम रहती है इसलिए अगर आप ट्रॉपिकल वेकेशन चाहते हैं लेकिन बहुत सारे लोगों के बीच में नहीं रहना चाहते तो गोकर्ण आपके लिए बढ़िया विकल्प है। यहाँ की बीचों पर भी शांति रहती है। इसलिए आप मखमली धूप के नीचे लेटकर लहरों का भरपूर मजा ले सकते हैं।

पांडिचेरी: अगर आप उन लोगों में से हैं जिन्हें ट्रॉपिकल वेकेशन पर जाना पसंद आता है तब आपके मन में पांडिचेरी जाने का ख्याल जरूर आया होगा। गोकर्ण की तुलना में पांडिचेरी में लोगों ज्यादा भीड़ रहती है। ऐसा इसलिए क्योंकि गोवा के बाद अगर कोई जगह है जहाँ का कल्चर भारतीय और विदेशी घुमक्कड़ों को खूब पसंद आता है तो वो पांडिचेरी ही है। यहाँ की सड़कों से लेकर बीचों तक हर जगह में आपको लोगों का झुंड मिलेगा। इसलिए अगर आप उन लोगों में से हैं जो शांति और सुकून के बीच अपने वेकेशन को यादगार बनाना चाहते हैं तो पांडिचेरी आने से पहले आपको थोड़ा सोच लेना चाहिए।

2. समय और बजट

पैसा और समय दो ऐसी चीजें हैं जिसका असर घुमक्कड़ी पर सबसे ज्यादा पड़ता है। अगर आपका बजट कम है तो आप चाहते हुए भी कई जगहों पर नहीं जा पाते हैं जहाँ आप बहुत समय से जाना चाहते हैं। बजट के साथ-साथ समय भी आपकी ट्रिप को बांधने में बहुत जरूरी होता है। अगर आपके पास कम समय है तो आपको या तो पास की किसी जगह पर जाना चाहिए या तो किसी ऐसी जगह पर जाना चाहिए जहाँ घूमने के लिए कम चीजें हों।

गोकर्ण: अगर आपके पास समय की कमी है तो गोकर्ण आना आपके लिए बेहतर ऑप्शन रहेगा। पांडिचेरी की तुलना में गोकर्ण छोटा है इसलिए यहाँ आप कम समय में आसानी से घूम सकते हैं। इसके अलावा गोकर्ण में कम पैसों में अच्छे से घूमा जा सकता है। जिस चीज को लेने के लिए आपको पांडिचेरी में ज्यादा पैसे देने होंगे वही चीज गोकर्ण में आपको कम दाम में मिल जाएगी। इसलिए अगर आप बजट ट्रेवल के साथ-साथ कम समय में घूमने का आनंद लेना चाहते हैं तो आपको गोकर्ण आना चाहिए।

पांडिचेरी: गोकर्ण की तुलना में पांडिचेरी में घूमने और करने के लिए ज्यादा चीजें हैं। इसलिए अगर आप पांडिचेरी आने का प्लान बना रहे हैं तो आपको कम से कम 5 से 7 दिन लेकर आना चाहिए। पांडिचेरी के अलावा आप ओरोविल भी घूमने जा सकते हैं जिसमें आपको कम से कम 2 दिनों का समय लगेगा। खास बात ये है कि गोकर्ण की ही तरह पांडिचेरी में भी बजट घुमक्कड़ी संभव है। अगर आपको पार्टी करना और आलीशान होटलों में रहने की चाहत नहीं है तो पांडिचेरी में भी आप आराम से कम पैसों में घूम सकते हैं। लेकिन अगर आप शॉपिंग करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको थोड़े पैसे खर्च करने पड़ेंगे।

3. साफ सुथरे बीच

गोकर्ण और पांडिचेरी दोनों ही जगहों पर साफ-सफाई की कोई कमी नहीं है। इन दोनों ही जगहों के बीच बेहद साफ हैं इसलिए आप आराम से यहाँ समय बिता सकते हैं। ठंडी हवा के बीच बैठकर समुद्र की लहरों को तट से टकराते हुए देखना आपको जरूर पसंद आएगा। इन दोनों जगहों की खास बात ये है कि सरकार के साथ-साथ यहाँ के लोकल लोगों ने भी साफ-सफाई कायम रखने में बहुत योगदान दिया है। दोनों जगहों पर हर थोड़ी दूर पर कचड़ा डालने के लिए डस्टबिन लगाए गए हैं जिससे बीच की सफाई और खूबसूरती बरकरार रहती है। गोकर्ण और पांडिचेरी दोनों जगहों पर बीच पर ही कई सारे कैफे भी बने हुए हैं। लेकिन अच्छी बात ये है कि कैफे से निकलने वाले कचड़े को भी सही तरीके से डिस्पोज किया जाता है। जिस वजह से दोनों ही जगहों की बीच पर आपको ना के बराबर गंदगी देखने के लिए मिलेगी।

4. पार्टी कल्चर

पांडिचेरी में आपको पार्टी कल्चर ज्यादा देखने के लिए मिलता है। गोकर्ण में पार्टियाँ तो होती है लेकिन अगर आप पक्के पार्टी करने वाले हैं तो आपको गोकर्ण की जगह पांडिचेरी ज्यादा पसंद आएगा। पांडिचेरी में बहुत सारे कैफे और बार हैं जहाँ हर शाम छोटे-छोटे म्यूजिकल कंसर्ट का आयोजन किया जाता है। इन जगहों पर आप लाइव म्यूजिक के साथ पार्टी करने का मजा उठा सकते हैं। इन सभी जगहों पर आपको एंट्री फी के साथ-साथ अपने पीने और खाने के लिए पैसे अलग से चुकाने होते हैं। किसी खूबसूरत गाने की धुन पर थिरकते हुए एक हसीन शाम बिताना आखिर किस घुमक्कड़ को नहीं अच्छा लगेगा। ऐसा माहौल दिन भर घूमने के बाद दोस्तों के साथ घुमक्कड़ी के किस्से दोहराने के लिए बिल्कुल सही है।

5. देश में विदेश का मजा

पांडिचेरी: पांडिचेरी को भारत का छोटा फ्रांस कहा जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि बहुत हद तक पांडिचेरी का कल्चर और यहाँ के आर्किटेक्चर में फ्रांस की झलक दिखाई देती है। आप पांडिचेरी में किसी भी हिस्से में चले जाइए आपको कोई ना कोई चीज ऐसी जरूर दिखाई देगी जिसमें फ्रांसीसी कल्चर का प्रभाव दिखता है। अगर आप रॉक बीच वाले इलाके में जाते हैं तब तो ये पूरा इलाका ही आपको किसी फ्रेंच कॉलोनी से कम नहीं लगेगा। भारत में होते हुए भी आपको विदेश में घूमने का मजा मिल जाएगा। इसके अलावा आप पांडिचेरी के कुछ रेस्त्रां में भी पारंपरिक फ्रेंच क्विजीन का स्वाद चख सकते हैं। अगर ये सभी बातें आपको रोमांचित कर रही हैं तो बिना देर किए आपको पांडिचेरी जाने का प्लान बना लेना चाहिए।

गोकर्ण: पांडिचेरी की तुलना में गोकर्ण में आपको विदेश जैसा एहसास तो नहीं होगा लेकिन इस जगह में भी एक अलग अपनापन है। यहाँ की गलियों और लोगों दोनों में ही एक तरह का चुंबकीय असर है जो आपको गोकर्ण में कुछ और दिन गुजारने के लिए आकर्षित करेगा। गोकर्ण में आपको बढ़िया मेहमाननवाजी के साथ-साथ स्लो ट्रेवल करने का भी मजा मिल सकता है। ऐसा नहीं है कि पांडिचेरी के लोग अच्छे नहीं हैं या मेहमाननवाजी में कोई कमी है लेकिन क्योंकि वो जगह घुमक्कड़ों से ज्यादा टूरिस्टों से पटी रहती है इसलिए आपको लोकल लोगों से जुड़ने का उतना कुछ खास मौका नहीं मिल पाता है। इसलिए अगर आप ठहरकर वाइब महसूस करना चाहते हैं तो आपके लिए गोकर्ण बेहतर विकल्प होगा।

6. क्या देखें?

गोकर्ण: गोकर्ण में आपके पास करने और देखने के लिए कई चीजें नहीं हैं। लेकिन खास बात ये है कि ये सभी चीजें आपको रिपीटेड भी नहीं लगेंगी। आप अलग-अलग बीच पर जाकर मजा कर सकते हैं या किसी कैफे में जाकर जायकेदार खाना खा सकते हैं। इसके अलावा आप याना की गुफाएं, मिरजन किला, महालासा मंदिर और महाबलेश्वर मंदिर देख सकते हैं। अगर बीच और कैफे को छोड़कर देखा जाए तो गोकर्ण में घूमने के लिए आपके पास मंदिर और कुछ छोटे-छोटे जिले ही बचते हैं। लेकिन एक चीज है जिसके लिए आपको गोकर्ण आना चाहिए। अगर आपको एडवेंचर से लगाव है और अगर आपको पानी में रोमांचक खेल खेलना पसंद आता है तब आपको गोकर्ण जरूर आना चाहिए। गोकर्ण की लगभग हर बीच पर कुछ शानदार खेल होते है जिनमें आप हिस्सा ले सकते हैं।

पांडिचेरी: गोकर्ण की तरह पांडिचेरी में भी आपके पास घूमने के लिए असंख्य ऑप्शन्स हैं। पांडिचेरी में आप बीच के अलावा अलग-अलग कैफे और रेस्त्रां में खाना खाने जा सकते हैं। आप किसी बार में लाइव म्यूजिक सुनते हुए अपनी शाम को रंगीन भी बना सकते हैं। आप चाहें तो इन कंसर्ट में परफॉर्म भी कर सकते हैं। पांडिचेरी और उसके आसपास आप व्हाइट टाउन, पिचावराम मैंग्रोव फॉरेस्ट, ओरोविल, चर्च, अरबिंदो आश्रम जैसी जगहों पर घूम सकते हैं।

तो आप एक परफेक्ट ट्रॉपिकल वेकेशन के लिए कहाँ जाना पसंद करेंगे? हमें कमेंट बॉक्स में बताएं।

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