
आज हम आपको पंच केदार में से एक उत्तराखण्ड के रुद्रप्रयाग जिले में 3460 मीटर की ऊचांई पर स्थित तुंगनाथ महादेव (विश्व का सबसे ऊंचाई पर स्थाई पर स्थित शिव मन्दिर)की यात्रा के बारे में सम्पूर्ण जानकारी देने वाले हैं । यहां आप कैसे आये, कहां रुके, यात्रा में कितना खर्च आता है, साथ ही अगर आप बाबा केदारनाथ के दर्शन के बाद तुंगनाथ जा रहे हैं, तो आप कैसे जायेंगे व कम से कम कितना खर्च आयेगा इसके बारे में देगें पूरी जानकारी ।
चलिये सबसे पहले बात करते हैं कि यहां की यात्रा के लिये कौन सा सीजन बढ़ाया रहेगा –
दोस्तों आपको बता दूं यात्रा मार्ग तो वैसे पूरे साल खुला रहता है । लेकिन मन्दिर में दर्शन आप सिर्फ मई से अक्टूबर के मध्य में ही कर सकते हैं । इसके बाद नवंबर से अप्रैल तक मन्दिर के कपाट बंद रहते हैं । इस दौरान यहां पर आकर विन्टर ट्रेकिंग कर सकते हैं व बाहर से मन्दिर के दर्शन प्राप्त कर सकते हैं । इसलिये आपको बता दूं यदि आप दर्शन के लिये आ रहे हैं तो आप जून से अक्टूबर के बीच आयें और हां आप केदार नाथ यात्रा के बाद भी यहां पहुंच दर्शन कर सकते हैं।
दोस्तो अगर बात करें कि आप यहां किस साधन से यहां पहुंच सकते हैं तो -
सबसे पहले बात करते हैं ट्रेन की- तो इसका नजदीकी रेलवे स्टेशन ऋषिकेश है । लेकिन दोस्तों आप यहां आने के लिये आप भारत के किसी भी हिस्से से उत्तराखण्ड में स्थित हरिद्वार या देहरादून रेलवे स्टेशन भी पहुंच सकते हैं । क्योंकि भारत के ज्यादातर राज्यों से ट्रेनें देहरादून या हरिद्वार ही आती हैं । आपको बता दें कि तुंगनाथ पहुंचने के लिये इन तीनों ही स्टेशन से आपको वाया रोड टैक्सी या बस से उत्तराखण्ड में स्थित चोपटा पहुंचना होगा । चोपटा से आगे आपको 04 कि0मी0 का ट्रेक करने के बाद आपको तुंगनाथ महादेव के दर्शन मिल पायेंगे । दोस्तों हरिद्वार से चोपटा की दूरी लगभग 185 कि0मी0 है । जबकि ऋषिकेश से चोपटा की दूरी लगभग 165 कि0मी0 है ।
चलिये अब बात करें हवाईमार्ग की तो इसका नजदीकी हवाई अड्डा ज़ॉली ग्राण्ट हवाईअड्डा है, जो कि देहरादून में स्थित है । यहां पहुंचकर भी आपको सड़क मार्ग से टैक्सी या बस से चोपटा पहुंचना होगा ।
और अगर आप अपने निजी वाहन से आ रहे हैं तो भी आपको हरिद्वार, ऋषिकेश, देवप्रयाग, व ऊखीमठ होते हुये चोपटा पहुंचना होगा । यहां से आगे आपको लगभग 04 कि0मी0 ट्रेक करके जाना होगा ।
चलिये अब बात करते हैं हरिद्वार, ऋषिकेश, देहरादून रेलवे स्टेशन या एयरपोर्ट पहुंच आप आगे का सफर कैसे करेंगे ।
रेलवे स्टेशन व एयरपोर्ट से निकल आप बस या टैक्सी करके सीधे चोपटा पहु्ंच सकते हैं ।
दोस्तों सबसे पहले बात करें बसों की तो हरिद्वार, ऋषिकेश से चोपटा के लिये बसें आपको सुबह 04 बजे से देर शाम तक मिलती हैं । लेकिन मेरी राय में आप सुबह जल्दी ही 04 से 06 के बीच निकल लें, क्योंकि इस समय में आपको सीधी बसें मिलेंगी और यह सफर करीब 8 से 9 घण्टे का होता है । बसें आपको हरिद्वार, ऋषिकेश से सीधे चोपटा न छोड़, उखीमठ छोड़ती हैं, और उखीमठ से आपको शेयरिंग टैक्सी कर चोपटा पहुंचना होता है । आपको बता दें, उखीमठ से चोपटा मार्ग पर बसें नहीं चलती हैं । हरिद्वार, ऋषिकेश से उखीमठ तक का बस का किराया 320 से 350 रुपये पड़ता है । और उखीमठ से चोपटा का शेयरिंग टैक्सी का किराया 100 रुपये प्रतिव्यक्ति पड़ता है । बस टिकट आप बस स्टैण्ट पर बने काउण्टर से या बस में सवार होकर सीधे ले सकते हैं । दोस्तों यदि आपको सीधी बस उखीमठ के लिये न मिले तो आप हरिद्वार, ऋषिकेश, रुद्रप्रयाग व कुण्ड, होते हुये उखीमठ पहुंच सकते हैं और वहां से चोपटा ।
दोस्तों अब बात करें टैक्सी की तो आपको बता दूं – फुल बुक टैक्सी का हरिद्वार या ऋषिकेश से उखीमठ तक का किराया 3500 से 4000 के बीच एक ओर का पड़ता है । और उखीमठ से चोपटा का फुल बुक टैक्सी का किराया 1000 से 1200 रुपये लगता है ।
चलिये दोस्तों अब बात करते हैं यदि आप केदारनाथ से तुंगनाथ जा रहे हैं ।
दोस्तों मैने केदारनाथ यात्रा का ब्लाग पहले ही डाल दिया है, जिसमें पूरी जानकारी दी है । उसको आप मेरी प्रोफाइल पर जाकर पढ़ सकते हैं । दोस्तों आपको केदारनाथ से तुंगनाथ बस व टैक्सी दोनों ही साधन से 01 से 02 बार बदलकर जाना होगा । दोस्तों केदारनाथ से तुंगनाथ की दूरी करीब 88 कि0मी0 है । सोनप्रयाग से गुप्तकाशी, उखीमठ होते हुये चोपटा पहुंचना होता है । इस यात्रा में आपको 02 से 03 घंटे चोपटा पहुंचने में व फिर चोपटा से 02 से 03 घंटे ट्रेक कर तुंगनाथ पहुंचने में लग जायेगें ।
दोस्तों केदारनाथ से ट्रेक कर वापस सोनप्रयाग पहुंच आपको सोनप्रयाग से गुप्तकाशी जोकि मात्र 30 किमी है, के लिये सीधी बस मिल जायेगी । दोस्तों इस मार्ग पर आपको पूरे दिन बसें मिल जायेगी । लेकिन मेरी राय में आप सोनप्रयाग से सुबह की पहली बस को पकड़ लिजिये जो आपको सुबह 06 बजे मिल जायेगी । जिसका किराया 80 प्रतिव्यक्ति पड़ता है ।
दोस्तों गुप्तकाशी से आपको शेयरिंग टैक्सी से आगे का सफर करना होगा । शेयरिंग टैक्सी आपको गुप्तकाशी से 200 रुपयें प्रति व्यक्ति किराये में आपको उखीमठ सीधे छोड़ देगी । इसके बाद आप उखीमठ से शेयरिंग टैक्सी से 100 रुपये प्रति व्यक्ति खर्च कर चोपटा पहुंच सकते हैं । दोस्तों आपको बता दूं यदि आपका बजट ज्यादा है या आप 04 से 05 लोग हैं तो आप गुप्तकाशी से सीधे चोपटा के लिये 2000 रुपयें में टैक्सी फुल बुक कर सीधे जा सकते हैं ।
दोस्तों अब बात करते हैं घोड़ा/खच्चर के किराये की
अगर आप चोपटा से आगे पैदल यात्रा नहीं करना चाहते हैं
तो आपको घोड़ा चोपटा से मिल जायेगा । दोस्तों चोपटा से मन्दिर तक का घोड़े का किराया लगभग 800 रुपये एक ओर का लगता है । यदि आप सिर्फ अपना बैग पिट्टू पर लदवाना चाहते हैं तो भी करा सकते हैं ।
और दोस्तों आपको एक इम्पार्टेण्ट बात बता दूं कि यहां हैलीकॉप्टर सेवा उपलब्ध नहीं है ।
अब बात करते हैं कि आप तुंगनाथ में कहां पर रुकेगे-
दोस्तों आपको चोपटा में ट्रैक के गेट के आसपास ही होमस्टे व होटल मिल जायेगें । जिनका किराया 500 रुपये से लेकर 1000 रुपये तक लगता है । इसके आलावा ऊपर मन्दिर के बिल्कुल आसपास ही आपको होमस्टे मिल जायेगें । लेकिन डिपेन्ड करता है कि आप कब जा रहे हैं । दोस्तों मन्दिर के आसपास होमस्टे सिर्फ गर्मी के समय जून से अक्टूबर के बीच ही मिलते हैं । क्योंकि इसके बाद बर्फ के कारण मन्दिर के कपाट बन्द होते ही सारे आसपास के लोग भी होमस्टे व दुकाने बन्द कर नीचे आ जाते हैं । दोस्तों आपको बता दूं यहां की विन्टर ट्रेकिंग काफी मशहूर है । काफी लोग यहां शीत ऋतु में पहुंचते हैं ।
दोस्तों अगर आप मई से अक्टूबर के मध्य आ रहे हैं तो आप सीधा चोपटा पहुंच, वहां से अपनी ट्रेकिंग शुरु कर सकते हैं । और मेरी राय में तो आप नीचे चोपटा में न रुक, उपर मन्दिर के आसपास होमस्टे लेकर रुकें, मन्दिर के आसपास काफी होमस्टे हैं । जो आपको 600 से 1000 में मिल जायेगें । यहां रुक आप शाम को होने वाली तुंगनाथ महादेव की आरती में शामिल हों व अगले दिन सुबह जल्दी उठकर 05बजे निकल जाये चन्द्रशीला के लिये । चन्द्रशीला का सनराइज बहुत ही अलग होता है । दोस्तों इसके साथ ही आपको बता दूं कि ये होमस्टे वाले आपको स्वादिष्ट चूल्हे पर बना व कुछ पहाड़ी डिशे खाने में परोसते हैं जिनका आनंद लेना बिल्कुल न भूलें ।
चलिये दोस्तों आब बात करते हैं पैदल ट्रैक की-
पैदल ट्रैक शुरु होता है चोपटा से यहां से आपको करीब 04 कि0मी0 का ट्रेक कर पहुचना होता है तुंगनाथ महादेव । दोस्तों इसके आलावा आपको बता दूं तुंगनाथ मन्दिर से मात्र 02 कि0मी का और ट्रेक कर आप जा सकते है चन्द्रशीला पीक पर भी । यहां से सनराइज देखना अपने आप में अद्भुत है । दोस्तों यहां का सनराइज बहुत ही फेमश है । चन्द्रशीला पर पहुंच, आप गंगा धाम मन्दिर में दर्शन कर सकते हैं, जो कि पीक पर ही बना हुआ है । दोस्तों बात करें चोपटा से तुंगनाथ तक के ट्रेक की तो यह ट्रेक काफी सुन्दर है । इस 04 कि0मी के ट्रेक को करने में आपको 2 से 3 घंटे लग जायेगे और तुंगनाथ से चन्द्रशीला जाने में करीब 01 घंटा । दोस्तों इस चोपटा से मन्दिर के ट्रेक के बीच आपको सिर्फ जून से अक्टूबर के बीच 01 या 02 दुकानें चाय, बिस्कुट मैगी की मिल जायेगी । सर्दियों के दौरान तो आप चोपटा से ही बिस्कुट, चाक्लेट, पानी लेकर आयें । उपर कुछ भी नहीं मिलता ।
चलिये अब बात करते हैं यदि आप विन्टर में दिसम्बर से मार्च के मध्य आरहे हैं तो
दोस्तों ज्यातार लोग जो विन्टर ट्रेकिंग के लिये आते हैं वो नीचे चोपटा में ही रुकते हैं या चोपटा से उखीमठ में । विन्टर में आपको सुबह जल्दी ही ट्रेक शुरु करना चाहिये, जिससे कि आप सीधे 06 कि0मी0 का ट्रेक कर चन्द्रशीला पीक पर पहुंच अद्भुत सनराइज को अपनी यादों में कवर पर सके । उसके बाद आप वापसी में तुंगनाथ महादेव के दर्शन करते हुये नीचे उतर सकते हैं । दोस्तों लेकिन विन्टर ट्रेकिंग में अगर ज्यादा बर्फ है तो आपको नीचे से गाइड लेकर जाना होता है । या तो आप किसी ट्रेकर कम्पनी से टूर बुक करके आ रहे हैं तो उनका गाइड आपको ऊपर ले जाता है ।
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