9-5 की नौकरी कई बार काफी झिलाऊ हो जाती है. ऐसा लगता है कि सब कुछ छोड़कर निकले पड़े. बस यूँ ही. किसी ऐसी जगह के लिए निकल पड़ें जहाँ जाना तय न हो.
ऐसे ही एक एहसास ने अगस्त 2019 में मुझे दिल्ली से निकलने पर मजबूर कर दिया था.
मैंने तुरंत अपने हेड ऑफ डिपार्टमेंट को छुट्टी के लिए एक एप्लीकेशन लिख डाला. और उसी स्पीड से उधर से सहमती भी मिल गई. फिर क्या मैं निकल पड़ा था एक छोटी लेकिन खूबसूरत ट्रिप के लिए---
आप भी देखिये इस ट्रिप की कुछ झलकियाँ-