उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में जल्द ही भारत की पहली नाइट सफारी होगी, जिसे सिंगापुर की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। लखनऊ में कुकरैल वन क्षेत्र को विश्व स्तरीय नाइट सफारी और जैव विविधता पार्क के रूप में विकसित किया जाएगा। योगी सरकार ने लखनऊ की कुकरैल नदी को चैनलाइज करने और आकर्षक रिवरफ्रंट बनाने की योजना बनाई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में मंगलवार को यूपी कैबिनेट की बैठक में लखनऊ में नाइट सफारी स्थापित करने की परियोजना को मंजूरी दी गई। इस समय देश में सफारी तो काफी है लेकिन रात की सफारी नहीं है। यूपी के वन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि सिंगापुर में दुनिया की पहली नाइट सफारी की तर्ज पर 2027.47 हेक्टेयर में फैले कुकरैल क्षेत्र में 350 एकड़ जमीन विकसित की जाएगी. यह भारत की पहली नाइट सफारी होगी। लखनऊ के घनी आबादी वाले इलाके में स्थित लखनऊ चिड़ियाघर को यहां शिफ्ट किया जाएगा।
इस नाईट सफारी में आने वाले पर्यटक ट्रेन के साथ-साथ जीप पर भी सवारी कर सकते हैं। इसके अलावा उन्हें कैंपिंग, माउंटेन बाइक ट्रैक, वॉल क्लाइंबिंग, माउंटेनियरिंग, ट्री टॉप रेस्टोरेंट, नेचर ट्रेल और फूड कोर्ट की भी सुविधा मिलेगी। वन मंत्री ने बताया कि कुकरैल में 75 एकड़ तेंदुआ और बाघ के लिए जबकि 60 एकड़ जंगली भालू के लिए रिज़र्व किया जाएगा। यहाँ के जंगली जानवरों को खुले आसमान के नीचे पिंजरों में रखा जाएगा। यह एक ओपन-एयर चिड़ियाघर होगा जो रात में ही खोला जाएगा। दिन में आने वाले पर्यटकों के लिए थीम पार्क होगा। मंत्रिपरिषद द्वारा स्वीकृत प्रस्ताव के अनुसार रात्रि सफारी एवं चिड़ियाघर में कुकरैल रेंज के खुले एवं अनुपयोगी क्षेत्र का ही उपयोग किया जायेगा। क्षेत्र में बहने वाली नदी को चैनलाइज किया जाएगा और यहां एक आकर्षक रिवर फ्रंट विकसित किया जाना है।
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