नर्मदा के चरणों में अहिल्या बाई होलकर ने इस प्राचीन नगरी को बनाया था अपने शासन का केंद्र

Tripoto
21st Apr 2022
Photo of नर्मदा के चरणों में अहिल्या बाई होलकर ने इस प्राचीन नगरी को बनाया था अपने शासन का केंद्र by Trupti Hemant Meher
Day 1

महेश्वर मध्य प्रदेश के खरगौन ज़िले में स्थित एक ऐतिहासिक नगर तथा प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। यह नर्मदा नदी के किनारे पर बसा है। 

प्राचीन समय में यह शहर होल्कर राज्य की राजधानी था। महेश्वर धार्मिक महत्त्व का शहर है तथा वर्ष भर लोग यहाँ घूमने आते रहते हैं। 

यह शहर अपनी 'महेश्वरी साड़ियों' के लिए भी विशेष रूप से प्रसिद्ध रहा है। महेश्वर को 'महिष्मति' नाम से भी जाना जाता है। 

महेश्वर का हिन्दू धार्मिक ग्रंथों 'रामायण' तथा 'महाभारत' में भी उल्लेख मिलता है।

देवी अहिल्याबाई होल्कर के कालखंड में बनाये गए यहाँ के घाट बहुत सुन्दर हैं और इनका प्रतिबिम्ब नर्मदा नदी के जल में बहुत ख़ूबसूरत दिखाई देता है। 

महेश्वर इंदौर से सबसे नजदीक है।

महेश्वर का इतिहास

Photo of Maheshwar by Trupti Hemant Meher

महेश्वर का इतिहास कई सौ साल नही बल्कि युगों पुराना माना जाता है, जिसका उल्लेख रामायण में भी मिलता है। महेश्वर शहर की स्थापना सबसे पहले हैहयवंशी राजा सहस्त्रार्जुन ने की थी, जिनके पास 500 रानियाँ थी। रामायण में मिले उल्लेख के अनुसार माना जाता है, की सम्राट सहस्त्रार्जुन इतने शक्तिशाली थे वह अपनी हजार भुजाओं द्वारा नंदा नदी की धारा को रोक सकता था। उन्होंने एक बार रावण को युद्ध में भी हरा दिया था और उसे गिरफ्तार कर लिया। और महेश्वर में स्थित रावणेश्वर मंदिर उस जीत का प्रतीक है।

लेकिन अहिल्या बाई के धार्मिक स्वभाव और बुद्धिमत्ता के कारण इस शहर को अपना वर्तमान महत्व और पहचान मिली है, जिन्होंने अपने गौरवशाली अतीत के कारण इस पवित्र शहर को होल्कर राज्य की राजधानी घोषित किया था।

महेश्वर में घूमने की जगहें

1. होल्कर फोर्ट महेश्वर

होल्कर फोर्ट महेश्वर में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहें में से एक है। यह शानदार किला कभी रानी अहिल्याबाई होल्कर का एक मनमोहक और बेहद खूबसूरत महल हुआ करता था, इसलिए इसे होल्कर किला या रानी के किले के नाम से जाना जाता है। यह किला रानी अहिल्याबाई होल्कर के निवास स्थान के साथ साथ उनका प्रशासनिक मुख्यालय था। वर्तमान में इस किले को गेस्टहाउस में बदल दिया गया है, जिसका मेनेजमेंट इंदौर के अंतिम महाराजा, राजकुमार शिवाजी राव होलकर के पुत्र करते हैं। यह महल मराठा वास्तुकला का अद्भुद नमूना है जो महेश्वर के प्रमुख पर्यटक स्थल में शुमार है और पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। जो पर्यटक यहां आना चाहते हैं, उन्हें प्राचीन समय की झलक देखने का आश्वासन दिया जा सकता है क्योंकि यह महल प्रतिष्ठित है और इतिहास को अपने आश्चर्यजनक और आकर्षक तरीके से वापस लाने के लिए प्रसिद्ध है।

2. मंडलेश्वर महेश्वर

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नर्मदा नदी के तट पर स्थित मंडलेश्वर प्राचीन मंदिरों का एक शहर है। मंडलेश्वर का उल्लेख रामायण और महाभारत के हिंदू महाकाव्यों में किया गया है, जिसे माहिष्मती भी कहा जाता है। शांत सुंदरता में बसा यह शहर अपने मंदिरों, किला और स्नान घाटों के लिए प्रसिद्ध है, जो निश्चित ही महेश्वर के प्रमुख पर्यटक स्थल में से एक है।

यह प्राचीन शहर अपने मंदिरों और पर्यटक स्थलों के साथ साथ साड़ियाँ में अपनी फूलों के डिजाइन के लिए भी पूरे देश में प्रसिद्ध हैं। मंडलेश्वर के मंदिरों और किलों की अद्भुत वास्तुकला की भव्यता के कारण मंडलेश्वर पर्यटकों, तीर्थ यात्रियों और कला प्रेमियों सहित सभी के लिए मंडलेश्वर में घूमने की सबसे जगहें में से एक बना हुआ है। यदि आप महेश्वर की यात्रा पर जाने वाले है तो मंडलेश्वर को अपनी यात्रा में शामिल अवश्य करें।

3. राजवाड़ा महेश्वर

श्रेय: ट्रिप एडवाइजर।

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भारत की सबसे शक्तिशाली महिला शासको में से एक रानी अहिल्याबाई होल्कर के शासन काल में निर्मित “राजवाड़ा” फैमली या दोस्तों के साथ महेश्वर में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहें में से एक है। राजवाड़ा न केवल मराठा वास्तुकला शैलियों को प्रदर्शित करता है बल्कि आश्चर्यजनक रूप से यह उन डिजाइनों को भी समेटे हुए है जो फ्रांसीसी और मुगल प्रवृत्तियों से प्रेरित मानी जाती हैं।

राजवाड़ा के प्रमुख आकर्षणों में से एक रानी अहिल्याबाई की मूर्ति है जो प्रवेश द्वार के ठीक ऊपर स्थित है। जब भी आप महेश्वर की यात्रा पर जायें तो अपनी यात्रा में इस खूबसूरत जगह घूमने अवश्य जायें जिसे महेश्वर आने वाले पर्यटकों के लिए स्वर्ग के समान माना जाता है।

4. जलेश्वर मंदिर महेश्वर

श्रेय: होलिडिफाई।

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भगवान शिव की तीसरे रूप जलेश्वर को समर्पित, जलेश्वर मंदिर महेश्वर के प्रमुख तीर्थ स्थल में से एक है। जलेश्वर मंदिर को पूरे क्षेत्र में सबसे सुंदर मंदिरों में से एक माना जाता है, जो स्थानीय श्रद्धालुयों के साथ साथ पर्यटकों के लिए भी आस्था का केंद्र बना हुआ है। कई बार मंदिर के बाहर तीर्थयात्रियों की लंबी लम्बी कतारें होती हैं, जो भगवान शिव का आशीर्वाद पाने के लिए मंदिर में दर्शन करने आते थे। इस बात इस मंदिर की महिमा और लोकप्रियता का अंदाजा लगाया जा सकता है। जलेश्वर मंदिर उन तीर्थ यात्रियों और पर्यटकों के घूमने के लिए एक दम सही है, जो महेश्वर में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहें सर्च कर रहे है।

5. नर्मदा घाट महेश्वर

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हरे-भरे वातावरण से घिरा नर्मदा घाट, महेश्वर शहर के निकट स्थित एक पसंदीदा ऑफ-बीट स्पॉट है। नर्मदा घाट एक पिकनिक स्पॉट होने के साथ साथ हिन्दू तीर्थ यात्रियों के लिए धार्मिक स्थल है, जहाँ हिन्दू धर्म के लोग आमवस्या, पूर्णिमा जैसे अन्य हिन्दू त्यौहारों में नर्मदा में स्नान करने के लिए आते है।

यदि आप महेश्वर की यात्रा पर जा रहे है, तो आपको नर्मदा घाट अवश्य जाना चाहिये, जहाँ आप भारत की सबसे पवित्र नदियों में से एक नर्मदा नदी में स्नान कर सकते है और घाट के किनारे अपनी फैमली के साथ एकांत में समय व्यतीत कर सकते है।

6. पंडरीनाथ मंदिर, महेश्वर

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पंडरीनाथ मंदिर महेश्वर के प्रसिद्ध मंदिर में से एक है, जो ब्रह्मांड के रक्षक भगवान विष्णु को समर्पित है। ऐसा माना जाता है कि द्वापर युग के अंत के दौरान, भगवान कृष्ण ने श्रावण के पवित्र महीने में अंधेरे पखवाड़े के आठवें दिन अवतार लिया था और इसलिए भगवान कृष्ण को पंडरीनाथ कहा जाता है। पंडरीनाथ मंदिर महेश्वर के प्रमुख पर्यटक स्थल में से एक है, जो हर साल हजारों श्र्धालुयों और पर्यटक भगवान विष्णु के दर्शन और उनका आश्रीबाद लेने के लिए आते है। इसके अलावा मंदिर के दरवाजों पर की गयी जटिल कलात्मकता का चित्रण में देखने लायक है।

7. खरगोन महेश्वर

खरगोन कुंडा नदी के तट पर स्थित है, जो अपने पर्यटक स्थलों और अपनी विविधता की संस्कृति के लिए जाना जाता है। खरगोन महेश्वर में घूमने के लिए एक और आकर्षक शहर है, जो नवग्रह मंदिर, अहिल्या किला, रिनमुक्तेश्वर महादेव मंदिर सहित अन्य पर्यटक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है। लेकिन यह शहर मुख्य रूप से नवग्रह मंदिर के लिए फेमस है, यह मंदिर एक पवित्र हिन्दू मंदिर है जिसे नवग्रहों के सम्मान के लिए बनाया गया है।

8. अहिल्येश्वर मंदिर महेश्वर

नर्मदा नदी के तट पर स्थित “अहिल्येश्वर मंदिर” भगवान शिव को समर्पित महेश्वर का एक और प्राचीन मंदिर है। महेश्वर के प्रमुख तीर्थ स्थल सर्च करने वाले पर्यटकों और तीर्थ यात्रियों को अहिल्येश्वर मंदिर की यात्रा जरूर करनी चाहिये। अहिल्येश्वर मंदिर में भगवान शिव जी के साथ साथ भगवान राम जी का एक मंदिर भी स्थित है, जो महेश्वर की यात्रा पर आने वाले पर्यटकों को बड़ी संख्या में आकर्षित करता है।

अहिल्येश्वर मंदिर की यात्रा में पर्यटक भगवान शिव और राम जी के दर्शन के साथ साथ मंदिर में अद्भुद नक्काशी देखें मिलेगी इनके अलावा सैनिकों और हाथियों के विभिन्न चित्रों से सजी मंदिर की दीवारें भी देखने योग्य है।

9. अहिल्या किला महेश्वर

महेश्वर में एक चट्टान के किनारे स्थित अहिल्या फोर्ट, महेश्वर के आकर्षक स्थल में से एक है। यह किला 250 साल पुराना है जिसे होल्कर किले के रूप में भी जाना जाता है। यह किला अपने ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है,क्योंकि यह फोर्ट 1766 और 1795 के दौरान मराठा रानी अहिल्याबाई होल्कर की राजधानी था।

अहिल्या किला के उपर से पूरे महेश्वर शहर और घाटो के अद्भुद नजारों को देखा जा सकता है, जो पर्यटकों लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। अक्सर पर्यटक महेश्वर की यात्रा में प्राकृतिक सोंद्रयता से भरपूर शहर के मनमोहनीय दृश्यों को देखने के लिए यहाँ आना पसंद करते है।

महेश्वर में शॉपिंग

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महेश्वर में शोपिंग करना भी महेश्वर टुरिसम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है। महेश्वर अपनी माहेश्वरी साड़ियों के उत्पादन के लिए पूरी इंडिया में प्रसिद्ध है। अगर आप अपनी वाइफ या फैमली के साथ महेश्वर घूमने आते है और यहाँ आकर माहेश्वरी साड़ियों शोपिंग नही की तो किया है। ऐसा नही है यह सिर्फ अपनी साड़ियों के लिए फेमस है, साड़ियों के अलावा महेश्वर के मार्केटो में आप हस्तलिप आईटम व अन्य स्थानीय चीजो की भी शोपिंग कर सकते है जो निश्चित ही आपकी ट्रिप को मेमोरिबल बना देगी।

कैसे पहुंचें?

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विमान मार्ग: महेश्वर के लिए कोई सीधी फ्लाइट कनेक्टविटी नही है। महेश्वर का निकटतम हवाई अड्डा देवी अहिल्याबाई होल्कर हवाई इंदौर में है, जो महेश्वर से लगभग 92 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह हवाई अड्डा भारत के प्रमुख शहरों से हवाई मार्ग द्वारा जुड़ा है और यहाँ दैनिक रूप से भी बिभिन्न उड़ाने संचालित की जाती है। एयरपोर्ट पर उतरने के बाद, महेश्वर पहुंचने के लिए आप बस, केब या एक टैक्सी किराए पर ले सकते हैं।

रेल मार्ग: महेश्वर में कोई सीधा ट्रेन रूट भी नही है। महेश्वर का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन मारवाहा है जो महेश्वर शहर से 39 किमी दूर है। लेकिन यहाँ भी सभी ट्रेने नही रूकती है, इसीलिए महेश्वर का सबसे प्रमुख रेलवे स्टेशन स्टेशन इंदौर है। इंदौर जंक्शन भारत के सबसे बड़े रेल जंक्शनो में से एक है इसीलिए देश के किसी भी हिस्से से आप ट्रेन से ट्रेवल करके इंदौर पहुच सकते है। इंदौर जंक्शन पर उतरने के बाद आप बस, टेक्सी या कब बुक करके महेश्वर जा सकते है।

सड़क मार्ग: महेश्वर राज्य के विभिन्न शहरों से सड़क मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है, और इसलिए देश के किसी भी हिस्से से महेश्वर की यात्रा करना आसान है। महेश्वर के लिए इंदौर, खंडवा जैसे प्रमुख शहरों से बसे भी संचालित की जाती है जिनसे कोई भी आसानी से महेश्वर पहुच सकता है। इस प्रकार आप बस या अपने निजी वाहन से यात्रा करके आसानी से अपने गंतव्य तक पहुच सकते है।

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