घूमने के बारे में सोचना आसान है लेकिन उसे करते रहना बेहद मुश्किल है। हममें से कई लोग घुमक्कड़ करने के बारे में सोचते रहते हैं तो कई लोग अपने इस जुनून को पूरा भी करते हैं। आज मैं आपको तीन दोस्तों की कहानी सुनाने वाला हूं। जिनके बारे में जानने के बाद आप यहीं कहेंगे कि घुमक्कड़ी की कोई उम्र नहीं होती है। ये तीन दोस्तों की कहानी है जिनकी उम्र 60 साल से ज्यादा हो हो चुकी है। जिन्होंने एक साथ 4,500 किलोमीटर की रोडि ट्रिप चंडीगढ से पोंडिचेरी तक की। इन सीनियर सिटीजन ने वो सब किया जो हमने जिंदगी न मिलेगी दोबारा और दिल चाहता जैसी मूवी में कई बार देखा है। इसे कहते हैं असली घुमक्कड़ी।
इस शानदार घुमक्कड़ी को 68 साल के रॉबिन नकाई उनकी 65 साल की अमृता और उनकी दोस्त उषा हुड्डा ने पूरा किया। वे चंडीगढ़ से मुंबई, कोंकण, गोवा, हंपी होते बैंगलोर और चेन्नई तक 4,500 किमी. की रोड ट्रिप की। यहाँ से वे फ्लाइट से अंडमान निकोबार गए। वहाँ कुछ दिन बिताने के बाद वे पोंडिचेरी गए। पोंडिचेरी से वे वापस अपने घर लौट गए।
प्लानिंग
इस यात्रा के बारे में रॉबिन कहते हैं कि होली के बाद से आए कोरोना वायरस की वजह से मैं और मेरी पत्नी घर पर रहते-रहते बोर हो गए थे। हम कुछ एडवचेंर करना था। हम एक रोड ट्रिप पर जाना चाहते थे। हमने इसके लिए अपनी काॅलेज की दोस्त को उषा को फोन किया और साथ चलने को कहा। अपने जैसों के साथ घूमने का एक अलग तरह का मजा है। हम कंफर्टबेल जगह पर रहने से लेकर एडवेंचर की चीजें सब एक साथ की।
हम तीनों ने स्लो ट्रेवल करने का फैसला किया और हम रोड ट्रिप के अनुभवों को एंजॉय करने लगे। मुंबई से गोवा पहुँचने में मुश्किल से 12 घंटे लगते हैं लेकिन हमने इसे चार दिनों में पूरा किया है। हमने रूकते हुए कोंकण कोस्ट में अलीबाग, गणपतिपुले, गुहागर और रत्नागिरी को एक्सप्लोर किया। हमने देखा कि समुद्र तट के किनारे ओलिव रिडले कछुए रेंग रहे थे। हम अपनी घुमक्कड़ी का पूरा मजा ले रहे थे।
2020 को छोड़कर रॉबिन और अमृता दो दशकों से गोवा आते रहे हैं। इसलिए उन्होंने 2021 की शुरूआत में गोवा में तीन सप्ताह तक रूकने का प्लान बनाया। यहाँ पर दोस्तों के साथ वक्त बिताना, मछलियां पकड़ना और रिलेक्स करना। गोवा में छुट्टियों जैसा माहौल मिलता है। बेंगलुरु के रास्ते में हम एक ऑर्कोलाजिकल साइट हंपी गए। एक-दूसरे पर खड़ी चट्टाने और पत्थर काटकर बने मंदिर, यहाँ की सुंदरता और बेजोड़ नक्काशी ने हमें इस जगह का दीवाना बना दिया।
रास्ता
इस ट्रिप में ज्यादातर हाईवे बहुत अच्छे थे। कुछ जगहों पर रोड की जगह पत्थर और मिट्टी थी। इस यात्रा में ये लोग दिन में 5-6 घंटे डाइव करते और रात में नई जगह पर रूकते। बैंगलोर से चेन्नई पहुँचने के बाद वे अंडमान घूमना चाहते थे। इसके लिए वे पोर्ट ब्लेयर गए।
पोर्ट ब्लेयर पहुँचने के बाद उन्होंने फिर से रोड ट्रिप शुरू की। उन्होंने पोर्ट ब्लेयर से डिगलीपुर जाने के लिए 300 किमी. की दूरी को कवर करने की यात्रा शुरू की। इस सफर में रोड बहुत खराब थी, जिस वजह से गाड़ी बहुत धीमी चलाना पड़ रहा था। रास्ते में उनको जंगल और अदिवासी मिल रहे थे। 16 घंटे के सफर के बाद वे अंडमान की एक खूबसूरत जगह पर पहुँच गए। ये रॉस और स्मिथ आइलैंड है, जहाँ पर आपको कम लोग ही दिखाई देंगे।
कम आबादी वाले ये आईलैंड अपने सफेर रेत वाले बीच, कोरल, कछुए के घोंसले और अलग-अलग प्रकार के रंगों के पानी के लिए जाना जाता है। अंडमान से वापस लौटते हुए उन्होंने पोंडिचेरी में रूकने का फैसला किया। यहाँ उन्होंने फ्रेंच कॉलोनी को देखते हुए घंटों वक्त बिताया। इसके अलावा उन्होंने फ्रेंच कैफे का स्वाद चखा।
सीनियर सिटीजन के लिए रोड ट्रिप पर जाने के लिए कुछ सुझाव:
इन तीनों के पास रोड ट्रिप के कोई खराब अनुभव नहीं है। इसके बावजूद तीनों के पास कुछ सुझाव है जो सभी घुमक्कड़ों, खासकर सीनियर के लिए काफी मददगार हो सकते हैं।
1. रोड पर ज्यादातर ढाबा में सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहती है जिससे वे काफी सेफ हैं।
2. किसी भी जगह पर आगे बढ़ने से पहले रोड की स्थिति की बारे में जान लें। इसके लिए स्थानीय लोगों से बात करें।
3. डायरेक्शन के लिए गूगल के साथ लोकल लोगों से कंफर्म करें।
4. घूमने जाने से पहले किसी अच्छे मैकेनिक से गाड़ी की जांच करा लें।
5. लोकल फूड को एंजॉय करें। ज्यादातर जगह पर आपको ये अच्छा और फ्रेश मिलेगा।
6. दिन में ट्रेवल करें।
7. भारी पिकनिक बास्केट की जगह अपने साथ हल्के स्नैक्स लेकर चलें। इसके लिए फ्रूट्स, नट्स और बिस्कुट अच्छे ऑप्शन हो सकते हैं।
8. रात में ड्राइविंग से करने से बचें। पहले से ही मंजिल को तय कर लें ताकि अंधेरा होने से पहले आप उस जगह तक पहुँच जाएं।
9. ठहरने के लिए एडवांस बुकिंग कर लें ताकि बाद में दिक्कत न हो।
ळम तीनों इस बात में भरोसा रखते हैं कि सहज और लापरवाह रहें तभी आप रोड ट्रिप को एंजॉय कर सकेंगे।
आखिरकार, हम सिर्फ एक बार जीते हैं।
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