
मेघो के घर में प्रकृति के खूबसूरत नजारे... दुनियां की सबसे गीली धरती चेरापूंजी में है जन्नत के नजारे....!!
मित्रों नमस्कार..,
यू तो भारत में घुमने फिरने मौज मस्ती के लिए अनगिनत जगहें है, जहां आप अपनी छुट्टियों को बिता सकते है अपने परिवार के साथ मौज मस्ती और सुकुन पा सकते है।लेकिन उन सबसे थोडा अलग सा है मेघों का घर मेघालय, जिसे भारत का स्काटलैंड भी कहा जाता है। आप सोंच रहे होंगे हम बार बार मेघों (बादल) का घर क्यू कह रहे है, तो मै आपको बता दूं कि दुनिया में सर्वाधिक वर्षा के लिए जाने जाने वाला चेरापूंजी इसी राज्य में स्थित है।जहां साल के 12 महीनें बारीस होती है। लोग इसे बारिश की राजधानी भी कहते है। वैसे तो मेघालय में घुमने की कई बेहतरीन जगहें है लेकिन उनमें चेरापूंजी अपने आपमें विशेष है। राजधानी शिलांग से करीब 56 किमी दूर चेरापूंजी के खुबसूरत नजारे मन को मोह लेते है।ऊंचे नीचे पहाडी रास्तों से होकर बादलों को छू कर महसूस करने का यह सफल बेहद सुखद और सुहाना प्रतीत होता है।
चेरापूंजी का सबसे खूबसूरत नोहकलिकाइ जलप्रपात का है।इसे भारत का सबसे ऊंचा झरना भी कहा जाता है। करीब 1115 फीट ऊंचाई और 75 फीट चौडा यह जलप्रपात सात धाराओं में गिरता है।इसे ऊपर से ही इसे देखा जा सकता है हालाकि इसके नीचे पहुंचने का रास्ता बनाया जा रहा है।
इसके अलावा मेघालय की राजधानी शिलांग से सटे एलिफैण्ट फाल्स भी अपने आप में बेहद खूबसूरत है।इसके अलावा उमियम झील, डबल डेकर लिविंग रुट ब्रिज यहां बेहद आकर्षक है।जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षिक करते है।

