मानसून का समय ह्रदय में एक अलग एहसास जगा देता है और ये एहसास होता है प्यार का। पानी की बूंदें, बदलो का उमड़ना, झरनों का वो कल कल स्वर आपको एक अलग ही दुनियाँ में ले के जाता है। अगर आप भी बहुत करीब से उस एहसास को महसूस करना चाहते हैं तो चले आइये मेघालय।
जब आप गुवाहटी से मेघालय की राजधानी शिलांग आते हैं तो शिलांग से ठीक पहले खूबसूरत ऊमियम या बढ़ा पानी लेक अपनी बाहों को खोले आपका स्वागत करती है। इसकी खूबसूरती को देख के आप पागल हो जाएंगे ये मेरा दावा है।
1. शिलांग
शिलांग मेघालय की राजधानी भी है। शिलांग को पूर्व का स्कॉटलैंड भी कहा जाता है। यहाँ देखने की कुछ प्रमुख जगहों के नाम ये रहे- शिलांग पीक, एलेफेंटा वाटरफाल, वार्ड लेक।
2. चेरापूंजी
चेरापूंजी को सोहरा भी बोला जाता है। चेरापूंजी मानसून के मौसम में जाने के लिए बेस्ट जगह है जिसका कारण है यहाँ के वाटरफाल। चेरापूंजी के आस पास दर्जनों वाटरफाल हैं। जो चेरापूंजी को एक अलग लेवल पर ले जाते हैं।
3. वेई सव्दोंग
ये वाटरफाल मेघालय के सब से खूबसूरत झरनों में से एक है। यहाँ की खूबसूरती देख के आपको इस से पहली नजर में ही प्यार हो जाएगा।
4. दैन्थ्लें फॉल्स
वेई सव्दोंग से कुछ ही दूरी पर है दैन्थ्लें फॉल्स जिसके आसपास कुछ झरने और हैं और साथ में हैं कुछ प्राकृतिक स्विमिंग पूल जहां आप नहाने का मजा भी ले सकते हो।
5. नोहकलिकाइ
ये जलप्रपात भी चेरापूंजी के समीप ही स्थित है। इस जल प्रपात की ऊँचाई 1,100 फुट है। यह प्रपात भारत के सबसे ऊँचे झरनों में से एक है। चेरापूँजी भारी वर्षा के लिये प्रसिद्ध रहा है इस प्रपात के जल का स्रोत यही वर्षा है। सर्दी के मौसम में दिसम्बर से फरवरी के मध्य वर्षा नहीं के बराबर होने से सूखे समय में यह प्रपात लगभग सूख जाता है। इस झरने के ठीक नीचे नीले-हरे रंग के जल वाले तैरने के स्थान बन गये हैं।
6. द सेवेन सिस्टर्स वॉटरफॉल
इस झरने का नाम ही इसके बारे में बताने के लिए बहुत है। इस जलप्रपात से 7 जल प्रपात एक साथ नीचे गिरते हैं।
7. करंग सूरी वॉटरफॉल
इसको अगर मेघालय का सब से सुन्दर वाटरफाल कहा जाये तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी ये है ही इतना खूबसूरत। यहाँ आप लाइफ जैकेट ले के स्विमिंग भी कर सकते हैं।
8. डौकी
डॉकी मेघालय और बांग्लादेश बॉर्डर पर उंमगोट नदी के किनारे बसा हुआ है। ये जगह पूर्व का ऋषिकेश भी है यहाँ आप बोटिंग, स्नोर्कलिंग, स्कूबा डाइविंग और फिशिंग कर सकते हैं। यहाँ नदी का पानी इतना साफ़ है जैसे आपको लगेगा आपकी नाव हवा में तैर रही हो।
डौकी जाने का सब से सही समय है। सितंबर लास्ट से ले कर मार्च तक है। उस समय यहाँ पर नदी का पानी सब से साफ़ रहता है। तब आप यहाँ पर कैम्पिंग भी कर सकते हैं। बरसात के समय यहाँ का पानी थोड़ा गंदा हो जाता है।
9. मावलिननॉन्ग
ये गाँव एशिया का सब से साफ़ गाँव है। इस गाँव में आपको बहुत सारे होमस्टे भी मिल जाएंगे लेकिन गंदगी नहीं मिलेगी।
10. लैत्लुम
ये जगह शिलांग से पास मे ही है। यहाँ के पहाड़ों की सुंदरता के क्या कहने! यहाँ से आप दूर-दूर तक फैली हुई घाटियाँ को देख सकते हैं और ट्रेक भी कर सकते हैं।
अब अगर मेरे जैसा प्रकृति प्रेमी मेघालय जाये और वहाँ मानसून के मौसम में कोई ट्रेक न करे तो उसकी घुमक्कड़ी अधूरी ही रहती है। इसलिए अब आपको ले चलता हूं मेघालय के सब से 2 खूबसूरत ट्रेक की ओर।
11. मव्र्य्न्ग्खंग ट्रेक
इस ट्रेक को बेंम्बू ट्रेक भी कहते हैं। ये ट्रेक बहुत ही साहसिक है और एडवेंचर से भरपूर है। ये ट्रेक वाखेन गाँव के पास है। गाँव वालों ने बांस की मदद से पूरा ट्रेक बनाया है जो अपने आप में अद्भुत और कबीले तारीफ है।
12. डबल डेकर लिविंग रूट ब्रिज और रेनबो फॉल्स ट्रेक
ये ट्रेक भी बहुत शानदार है। इसके लिए आपको पहले करीब 4000 सीडियां उतर के 6 km जाना होता है जहां आपको मिलता है कुदरत और लोगों के सहयोग से बना डबल डेकर लिविंग रूट ब्रिज। ये पुल 2 पेड़ों की जड़ों को आपस में जोड़ कर बनाया गया है।
यहां से करीब 7 km का और ट्रेक कर के आप पहुँच सकते हो रेनबो वाटरफाल जहां धूप आने पर आपको झरने के ठीक नीचे एक इंद्रधनुष दिखाई देगा।
ये तो हो गई घुमने फिरने की बात अब हो जाये कुछ खाने की बात!
कहाँ खाएँ?
ML 05 जी हाँ ये ही नाम है इस कैफे का। अब आप सोच रहे होंगे ये कैसा नाम है। दरअसल ML 05 शिलांग Rto का रजिस्ट्रेशन नंबर है। जिसके वजह से इसका नाम ML 05 पड़ा है। ये कैफे शिलांग चेरापूंजी हाईवे पर शिलांग से केवल 7 km की दूरी पर है। नाम की तरह ही ये कैफे की अंदर की सजावट भी है।
मेघालय आने का सही समय है बरसात का मौसम। पूरा मेघालय मानसून के समय में बहुत खुशनुमा रहता है तो देर किस बात की है आ जानिए।
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