"जिंदगी के सफर के पड़ाव कई बिता दिए पर किरदार हमारा है के कुछ बदलता नहीं "।
हैलो हाय दोस्तों मेरे विश्वास पर विश्वास करके मेरी हिम्मत को बढ़ावा दीजिएगा जिससे कुछ अच्छा लिखने की कोशिश मैं कर सकू।
DEOGHAR,
झारखंड राज्य का एक शहर...
देवघर भारत के झारखंड राज्य का एक शहर है ।देवघर एक हिंदी शब्द है और इसका अर्थ है ऐसा स्थान जहां देवता और देवियों का वास होता है ।देवघर को" बैधनाथ धाम"" बाबा धाम" के नाम से भी जाना जाता है। यहां भगवान शिव का एक अत्यंत प्राचीन मंदिर स्थित है। हर सावन में यहां लाखों शिव भक्तों की भीड़ उमड़ती है। यहां भारत के विभिन्न भागों से तीर्थयात्री और पर्यटक आते ही है ,विदेशों से भी पर्यटक आते हैं, इन भक्तों को"कांवरिया "कहा जाता है। यह शिवभक्त बिहार के सुल्तानगंज के गंगा नदी से गंगाजल लेकर 105 किलोमीटर की दूरी तय कर देवघर में भगवान शिव को जल अर्पित करते हैं । शिव पुराण में लिखा है कि यह मंदिर श्मशान में है । श्मशान में कोई कुआं नहीं होता जबकि देवघर के प्रांगण में कुआं है ।
देवघर का इतिहास::
देवघर भारत का बारह शिव ज्योतिलिंगों में से एक है ।देवगढ़ भारत में 51 शक्तिपीठों में से भी एक है। बैधनाथ मंदिर के साथ ही साथ यह एक महत्वपूर्ण हिंदू तीर्थ स्थल केंद्र है ।देवघर सबसे बड़े शहर भागलपुर में 150 किलोमीटर दूर स्थित है ।देवघर पहले दुमका जिले का हिस्सा था। यह झारखंड का पांचवा सबसे बड़ा शहर है।
BAIDHNATH MANDIR ,DEOGHAR
देवघर स्थित भारतीय सिद्ध पीठ मंदिर::
बैधनाथ मंदिर भारतवर्ष के झारखंड राज्य के देवघर नामक स्थान में अवस्थित एक प्रसिद्ध मंदिर है। शिव का एक नाम "बैधनाथ "भी है , इस कारण लोग इसे "बैधनाथ धाम "भी कहते हैं। यह एक सिद्ध पीठ है इस कारण इस लिंग को" कामना लिंग" भी कहा जाता है।
SULTAN GANJ::
बिहार राज्य के भागलपुर जिले में स्थित एक ऐतिहासिक स्थल है । यह गंगा नदी के तट पर बसा हुआ है ।सुल्तानगंज में बाबा अजगबीनाथ का प्राचीन मंदिर है जो विश्व प्रसिद्ध है। उत्तर वाहिनी गंगा होने के कारण सावन के महीनों में लाखों कावरिया यहां गंगाजल लेने आते हैं। यह गंगाजल लेकर सभी कावरिया देवघर में स्थित बाबा बैधनाथ को चढ़ाने आते हैं ।बाबा बैधनाथ धाम भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक माना जाता है । सुल्तानगंज हिंदू तीर्थ स्थल होने के साथ-साथ बौद्ध पुरावशेषों के लिए भी प्रसिद्ध है।