अक्टूबर में होने वाले राजस्थान के चार बड़े त्यौहार और महोत्सव जिन्हें जरूर देखना चाहिए

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Photo of अक्टूबर में होने वाले राजस्थान के चार बड़े त्यौहार और महोत्सव जिन्हें जरूर देखना चाहिए by Nikhil Vidyarthi

अक्टूबर महीने में होने वाले राजस्थान के प्रसिद्ध मेले एवं आयोजन रंग और संस्कृति से लबालब होते हैं।

राजस्थान अपनी समृद्ध विरासत, संस्कृति और वैभव के लिए न सिर्फ भारत बल्कि विदेशों में भी खूब प्रसिद्ध है। जो राजस्थान की झिलमिलाती झीलों, मिठाईयों, जीवंत बाज़ारों और धरोहर श्रेणी के महलों और किलों में साफ झलकती है। ऐसे ही राजस्थान के कई पारंपरिक त्यौहार भी खूब लोकप्रिय हैं। इन में से कुछ त्यौहार जातीयता को दर्शाते हैं, कुछ विरासत और कुछ विशुद्ध रूप से सांस्कृतिक विरासत को दर्शाते हैं। ये त्यौहार राजस्थान के जीवन, विरासत और संस्कृति का उत्सव हैं। यह यहाँ आने वाले पर्यटकों को विभिन्न रंगों को देखने का अवसर देता है। इन सबके बारे में ध्यान केन्द्रित करने के बाद मैं कहता हूँ- राजस्थान अपने आप में 'अतुल्य भारत' का भाव समेटे हुए हैं!

अक्तूबर में होने वाले राजस्थान के चार बड़े त्यौहार और महोत्सव जिन्हें जरूर देखना चाहिए

दशहरा उत्सव (DUSSEHRA) 2023, 24 अक्टूबर

दशहरा भारत में मनाया जाने वाला एक लोकप्रिय हिंदू त्यौहार है। दशहरा भगवान राम द्वारा लंकापति रावण का वध कर अयोध्या लौटने का प्रतीक है। यह बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। राजस्थान के कोटा में होने वाला दशहरा महोत्सव पर्यटकों के लिए काफी अनोखा अनुभव होता है। स्थानीय ग्रामीण रंग-बिरंगे पारंपरिक परिधान पहनते हैं और भगवान राम की प्रार्थना करने के लिए लंबे जुलूस में शामिल होते हैं। इस दौरान कई सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। जिसमें प्रसिद्ध कलाकार शानदार प्रदर्शन भी करते हैं। हालाँकि, उत्सव का मुख्य आकर्षण है- 'रामलीला'! जिसका इंतजार स्थानीय लोग साल भर से कर रहे होते हैं। दर्शक कार्यक्रम के दौरान राम नाम का जाप करने लगते हैं। कार्यक्रम के समापन के दौरान दशानन रावण, उसके भाई कुंभकरण और बेटे मेघनाथ के बड़े पुतलों को जलाया जाता है। 75 फीट ऊंची इन मूर्तियों में पटाखे भरे होते हैं और आग लगाने के बाद ये फूटते हैं तो अंधेरे पर रोशनी की विजय दर्शाते हैं। पूरा माहौल सकारात्मकता से भर जाता है।

मारवाड़ महोत्सव (MARWAR FESTIVAL) 2023, 30-31 अक्टूबर

मारवाड़ महोत्सव जोधपुर का सबसे लोकप्रिय उत्सव है। यह महोत्सव राजस्थान के महान नायकों की याद में मनाया जाता है। हर साल आश्विन महीने में दो दिवसीय उत्सव का आयोजन होता है। पहले इसे मांड महोत्सव के नाम से जाना जाता था। इस महोत्सव का मुख्य आकर्षण राजस्थान के शासकों की रोमांटिक जीवनशैली पर केन्द्रित लोक संगीत है। मारवाड़ क्षेत्र का संगीत और नृत्य इस उत्सव का मुख्य विषय है। लोक नर्तक और गायक उत्सव में इकट्ठा होते हैं और दर्शकों का मनोरंजन करते हैं। ये लोक कलाकार अपने प्रदर्शन से इतिहास, लड़ाइयों और अपने गीतों के माध्यम से जीवित नायकों की झलक पेश करते हैं। महोत्सव के अन्य आकर्षणों में कैमल टैटू शो और मूंछें, पगड़ी बांधना, रस्साकशी, मटका दौड़, पारंपरिक पोशाक प्रतियोगिता भी हैं। इस उत्सव के आयोजन स्थलों में प्रसिद्ध क्लॉक टॉवर और ओसियां ​​के रेत के टीले शामिल हैं।

राजस्थान अंतर्राष्ट्रीय लोक महोत्सव (Rajasthan International Folk Festival/RIFF) - 26-30 अक्टूबर

जोधपुर में आयोजित होने वाला राजस्थान अंतर्राष्ट्रीय लोक महोत्सव एक वार्षिक उत्सव है। जो पारंपरिक लोक संगीत और कला का उत्सव है। इस आयोजन की शुरुआत वर्ष 2007 में जोधपुर में ही की गई थी। जिसका उद्देश्य राजस्थान के पारंपरिक लोक संगीत और कला को बढ़ावा देना है। यह हर साल शरद पूर्णिमा पर जोधपुर के मेहरानगढ़ किले में आयोजित किया जाता है।

महोत्सव के मुख्य आकर्षण में लोक संगीत और नृत्य, जैज़ संगीत, सुबह में गाए जाने वाले राग और विभिन्न इंटरैक्टिव सत्र शामिल हैं। इस वर्ष इसका आयोजन 26 अक्टूबर से 30 अक्टूबर 2023 (बृहस्पतिवार-सोमवार) तक होने वाला है।

आभानेरी फेस्टिवल (ABHANERI FESTIVAL) 2023

राजस्थान के दौसा जिले में एक गाँव है, अभानेरी, इसी गाँव के नाम पर इस उत्सव का नाम 'आभानेरी उत्सव' पड़ा है। यह गाँव आगरा रोड पर जयपुर से लगभग 90 किलोमीटर की दूरी पर है। यह उत्सव दो दिवसीय आयोजन है। जिसकी लोकप्रियता दुनिया भर के पर्यटकों के बीच है। इस साल यह आयोजन 17 सितंबर से 19 सितंबर हुआ। इस उत्सव की शुरुआत वर्ष 2008 में राजस्थान पर्यटन द्वारा की गई। आभानेरी चांद बावड़ी के लिए लोकप्रिय है। जो एक हजार साल पहले बनी सबसे बड़ी बावड़ियों में से एक है।

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