भारत की राजधानी दिल्ली का धड़कता हुआ दिल यानी खरीददारों, दुकानदारों और टूरिस्ट की हलचल से गुलजार रहने वाला चाँदनी चौक का ऐतिहासिक बाज़ार और दिल्ली की सबसे प्रसिद्ध पहचानों में से एक चाँदनीचौक अपने नए अवतार में तैयार बैठा है, आप सब के इंतजार में।
चाँदनीचौक सौंदर्यीकरण
लाल किले से फतेहपुरी मस्जिद के बीच 1.3 किमी के रास्ते का सौंदर्यीकरण यूरोपीय तरीके से किया गया है। नया स्ट्रीटस्केप, नान मोटराइज्ठ वाहनों और पैदल यात्रियों के लिए अलग-2 लेन, नया रंगरूप और वरिष्ठ नागरिकों के लिए ई- वाहन जैसी व्यवस्थाएं की गई हैं। इसके अलावा नयी अग्निशमन सुरक्षा तकनीक और सीवेज प्रणाली भी ईस्तेमाल की जा रही हैं। सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक मोटरवाहनों की एंट्री बंद रहेगी।
इस पूरे कार्य में 90 करोड़ रुपये की लागत आयी है। इस ऐतिहासिक बाजार की खूबसूरती और क्राउड मूवमेंट की असानी को बढ़ाकर पर्यटन को बढावा देना इस पूरे नवीनीकरण का उद्देश्य है।
लाल किला, चाँदनीचौक
ऐतिहासिक और भव्य लाल किला जहां से हर साल 15 अगस्त को देश के प्रधानमंत्री तिरंगा फहराते हैं, चाँदनी चौक आए तो इसको देखना तो बनता है।
कोविड -19 की वज़ह से इसका उपयोग में आना एक साल टल गया था। आज की स्थिति में कोविड से बचाव के लिए सभी नियमों का पालन करते हुए इस शानदार बाजार के नए रूप को देखने का प्लान बनाएं।
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