मध्य प्रदेश की 5 हेरीटेज साइट, जिनको देखे बिना घुमक्कड़ी अधूरी

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Photo of मध्य प्रदेश की 5 हेरीटेज साइट, जिनको देखे बिना घुमक्कड़ी अधूरी by Musafir Rishabh

हमारा ये जहाँ रंग बिरंगे रंगों से भरा हुआ है। किसी को पहाड़, जंगल और झरने वाले रंग पसंद हैं तो कोई इतिहास के गलियारे में जाना पसंद है। मध्य प्रदेश को भारत का दिल कहा जाता है। मध्य प्रदेश में कई हेरीटेज साइट हैं। कुछ जगहें तो इतनी शानदार हैं कि आपको हैरान कर देंगी। ऐसी जगहों पर होना अपने आप में एक अनोखा अनुभव है। हम आपको मध्य प्रदेश की सबसे शानदार 5 हेरीटेज साइट के बारे में बताने जा रहे हैं। फौरन आपको इन जगहों को एक्सप्लोर करने का प्लान बनाना चाहिए।

मध्य प्रदेश की 5 हेरीटेज साइट:

1- ग्वालियर किला

मध्य प्रदेश का ग्वालियर किला मध्यकालीन के अद्भुत नमूनों में से एक है। 8वीं शताब्दी में बने इस किले को बलुआ पत्थर से बनाया गया था और ये देश के सबसे बड़े किलों में से एक है। गोपांचल पहाड़ी पर स्थित ग्वालियर के किले पर मुहम्मद गजनी, मुगलों, रानी लक्ष्मीबाई और ब्रिटिशों का कब्जा रहा है। किले में कई ऐतहासिक स्मारक, जैन मंदिर, बुद्ध मंदिर, गुजारी महल, मानसिंह महल, जहाँगीर महल, करण महल और शाहजहाँ महल मौजूद हैं। मध्य प्रदेश की यात्रा में ग्वालियर किले को देखना न भूलें।

2- भोजेश्वर मंदिर, भोजपुर

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से 32 किमी. दूर एक ऊंची पहाड़ी पर स्थित हैं, भोजेश्वर मंदिर। इस मंदिर को भोजपुर मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। इस मंदिर के निर्माण के बारे में किवंदती है कि पांडव अपने वनवास के दौरान माता कुंती के साथ यहीं जंगलों में रह रहे थे। भीम ने विशाल पत्थरों से एक ही रात में माता कुंती के लिए मंदिर का निर्माण किया और शिवलिंग स्थापित की। इस मंदिर की खासियत इसका अधूरा होना है। भोजेश्वर महादेव मंदिर 106 फुट लंबा और 77 फुट चौड़ा है। मंदिर की गर्भगृह की छत 40 ऊंचे-ऊंचे स्तंभों पर टिकी हुई है।

3- ताज उल मस्जिद, भोपाल

भोपाल की ताज उल मस्जिद भारत ही नहीं एशिया की सबसे बड़ी मस्जिदों में से एक है। ताज उल मस्जिद का अर्थ है, मस्जिदों का ताज। इस देखने के लिए दुनिया भर से लोग आते हैं। सिकंदर बेगम ने दिल्ली की जामा मस्जिद को देखकर भोपाल में इस मस्जिद को बनवाने का सपना देखा था। शाहजहाँ बेगम ने इसका निर्माण शुरू करवाया था जो कई बार शुरू हुआ और रूका। 1985 में इस मस्जिद का निर्माण पूरा हो पाया। भोपाल की इस खूबसूरत मस्जिद को देखे बिना मध्य प्रदेश की घुमक्कड़ी अधूरी है।

4- सांची स्तूप

मध्य प्रदेश कई ऐतहासिक जगहों की पनाहगार है। ऐसी ही एक शानदार और खूबसूरत जगह है, सांची स्तूप। भोपाल शहर से 46 किमी. दूर सांची गांव में स्थित सांची स्तूप देखने लायक है। सांची में 3 स्तूप हैं। सांची को 1989 में यूनेस्को की विश्व विरासत स्थल की सूची में शामिल किया गया था। सांची स्तूप का निर्माण मौर्य शासक अशोक ने तीसरी शताब्दी ई.पू. में करवाया था। इस स्तूप की ऊंचाई लगभग 16.4 मीटर और व्यास 36.5 मीटर है। 1818 में ब्रिटिश अधिकारी जनरल टेलर ने इसकी खोज की थी। आपको इस हेरीटेज साइट को एक बार जरूर देखना चाहिए।

5- बुरहानपुर

इंदोर से लगभग 163 किमी. दूर स्थित बुरहानपुर में कई ऐतहासिक जगह हैं। बुरहानपुर को दक्षिण का प्रवेश द्वार भी कहा जाता है। घूमने के लिए बुरहानपुर मध्य प्रदेश की सबसे शानदार जगहों में से एक है। बुरहानपुर वही जगह है जहाँ पहले ताजमहल बनने वाला था लेकिन नहीं बन पाया। इसी जगह पर मुमताज बेगम की जान गई थी इसलिए शाहजहाँ यहाँ पर ताजमहल बनाना चाहते थे। ताजमहल की बनावट को आप यहाँ देख भी सकते हैं। बुरहानपुर में असीरगढ़ किला भी देखने लायक है। मध्य प्रदेश की इस शांत और खूबसूरत जगह को आपको जरूर देखना चाहिए।

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