बद्रीनाथ और माना जायें तो क्या-क्या देखें!!

Tripoto
27th Feb 2021

बद्रीनाथ की पावन धरती पर बद्रीनाथ धाम के पट इस सीजन के लिए खुल गएं है, तो देर किस बात कि जान लीजिए इन जगहों को और यहां पर जरूर जाएं..🏔

Alaknanda River in Badrinath

Photo of Badrinath by Roaming Mayank

भगवान विष्णु को समर्पित बद्रीनाथ के वर्तमान मंदिर का निर्माण आदि शंकराचार्य द्वारा 1200 साल पहले, प्राचीन बद्रीनाथ मंदिर का पुनरुद्धार करके बनवाया गया था। चार धामों में से एक यह हिन्दुओं की आस्था का एक अभिन्न हिस्सा है। बद्रीनाथ में कई पर्यटक आकर्षण हैं जो आपकी यात्रा को यादगार बना देते हैं। तो आइये चलें फिर.......🚙🏞

Badrinath Dham

Photo of Badrinath Temple by Roaming Mayank

बद्रीनाथ मंदिर से लगभग 45 मिनट ट्रेक करके भगवान विष्णु की वास्तविक चरण पादुका बिंदु के दर्शन एक गुफा में करें.

Photo of Vishnu Charan Paadhuka (God's Footprint) by Roaming Mayank

जैन धर्म का बहुत सुंदर और प्रतिष्ठित मंदिर है अष्टापद जैन मंदिर, जरूर देखें।

बद्रीनाथ मंदिर से बिल्कुल नजदीक एक प्राकृतिक सल्फर युक्त गर्म पानी का सोता है जो अलकनंदा में मिलता है। इस कुंड में स्नान करके त्वचा को लाभान्वित करने वाले अनुभव का आनंद लें।

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प्राकृतिक सल्फर युक्त गर्म पानी का सोता

Photo of Tapt Kund Hot Water Spring by Roaming Mayank

बद्रीनाथ-माना रोड पर बद्रीनाथ से निकलते ही इस हेलीपैड से पहाडियों के बीच ऊपर उठते और नीचे उतरते हेलिकाप्टर की कलाबाजियां देखें. भारतीय सैन्य बलों की क्षमता देखें।

नीलकंठ चोटी के ग्लेशियर से निकलने वाली ऋषि गंगा नदी को बलखाते हुए नीचे अलकनंदा में मिलते हुए देखिए। यहां कुछ देर रुककर इस नदी में गिरती उर्वशी धारा के जल-प्रवाह की ध्वनि को सुनिए।

Rishi Ganga enroute Badrinath - Nilkantha trek

Photo of Rishi Ganga by Roaming Mayank

बद्रीनाथ से 2 किमी की दूरी पर अलकनंदा किनारे स्थित इस स्थान पर अपने मृत और पूर्वजों के पिण्ड दान के लिए लोग आते हैं

Photo of Bramha Kapal by Roaming Mayank

यहां आप बद्रीनाथ में रुकने के लिए, खासकर परिवार के साथ यहां आपको अच्छी सुविधाएं मिल जाएंगी।

बद्रीनाथ से नीलकंठ के ट्रेक पर ऋषि गंगा नदी के साथ-साथ चलते हुए समुद्रतल से करीबन 4 किमी की ऊंचाई पर बर्फ से ढके पहाड़ों, सर्दियों में जम जाने वाली नदी और बहुत ही सुंदर नजारे देखिए।

Morning in Badrinath on Nilkantha Peak

Photo of Nilkantha by Roaming Mayank

नर और नारायण पहाड़ों के बीच बद्रीनाथ टाउन बसा हुआ है।

तो आइए अब जानते है माना में स्थित पर्यटक आकर्षणों के बारे में-

बद्रीनाथ से बस 15 मिनट यानी लगभग 5 किमी दूर, 3200 मीटर की समुद्रतल से ऊंचाई पर स्थित है, भारत का आखिरी गांव माना ! ये छोटा सा गांव अपने आप मे देखने के लिए इतनी जगहें और कहानियां समेटे है कि आपको निराशा तो बिल्कुल नहीं होगी। यहां पर इन स्थानों को जरूर विजिट करें-

माना गांव

Photo of Mana by Roaming Mayank

माना गांव

Photo of Mana by Roaming Mayank

माना जाता है कि अपनी स्वर्ग यात्रा के दौरान पांडवों में से भीम ने द्रौपदी को सरस्वती नदी पार कराने के लिए एक बहुत बड़ी चट्टान को नदी के आरपार रखकर एक पुल बनाया था और आज भी वही चट्टान सरस्वती नदी के आरपार एक पुल की तरह रखी देखी जा सकती है।

सरस्वती नदी पर भीम पुल (चट्टान)

Photo of Bheem Pul by Roaming Mayank

मान्यता है कि वेदव्यासजी ने चार वेदों की रचना यहीं पर की थी। पौराणिक काल को महसूस करने यहां जाएं।

माना से 50 किमी लंबा माना पास का रास्ता आपको दुनिया की सबसे ऊंची मोटरेबल रोड पर एसयूवी और मोटरबाइक की सबसे रोमांचकारी राइड करने का सपना पूरा कर सकता है। इसके लिए आपको SDM, जोशीमठ और ITBP से परमिट लेना पड़ेगा।

Photo by world record holder Gautam Dutta while sailing on Deotal enroute Mana Pass

Photo of Mana Pass by Roaming Mayank

अतुलनीय सुंदरता लिए वसुधारा जलप्रपात को देखने माना से लगभग 2 घंटे (9 किमी) का ट्रेक करें। इसकी नदी घाटी के विहंगम दृश्य आपको तरोताजा कर देंगे।

वसुधारा जलप्रपात

Photo of Vasudhara Falls by Roaming Mayank

माना पास या माना ला के रास्ते मे ये एक शानदार झील पड़ती है, जिसे देखने का सौभाग्य कुछ ही लोगों को मिल पाता है।

PC - euttaranchal.com

Photo of Lake Deo Tal by Roaming Mayank

4600 मीटर की ऊंचाई पर स्थित इस प्राकृतिक झील और ग्लेशियर को देखने के लिए आपको कठिन चट्टानी पगडण्डियों पर चलना पड़ेगा।

Satopanth Trek camping during night

Photo of Satopanth lake by Roaming Mayank

Satopanth Lake

Photo of Satopanth lake by Roaming Mayank

यहां सरस्वती नदी का उद्गम होता है, जो आगे जाकर केशवप्रयाग में अलकनंदा में मिल जाती है।

सरस्वती नदी का उद्गम

Photo of Origin of Saraswati River by Roaming Mayank

सरस्वती नदी, माना

Photo of Origin of Saraswati River by Roaming Mayank

गणेशजी जी ने यहां, गणेश गुफा में बैठकर वेदव्यास जी की बतायी हुई महाभारत लिखी थी।

पोस्ट कैसी लगी कमेंट करके अपना फीडबैक दें, धन्यवाद!!

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