भारत विविधताओं से भरा देश है। जहाँ पहाड़, रेगिस्तान और समुंदर सब कुछ है। यहाँ कुदरत की खूबसूरती तो है ही संस्कृति, भाषा और वेशभूषा में विविधता है। विविधता से भरी इस जगह पर कुछ अचरज भरी चीजें हैं जो हैरान कर देती हैं। अगर मैं कहूँ कि चारों तरफ बर्फ ही बर्फ है और वहाँ एक जगह है जहाँ से गर्म पानी निकल रहा है तो आपको विश्वास होगा। अगर आपको यकीन नहीं हो रहा है तो आपको भारत की ऐसी कुछ जगहों की सैर कर आनी चाहिए। जहाँ का पानी हमेशा गर्म रहता है।
कहते हैं कि इन गर्म कुंडों में नहाने से बीमारियाँ दूर हो जाती हैं। ये बात सच हो न हो लेकिन इन हाॅट स्प्रिंग्स में नहाकर आप तरोताजा जरूर हो जाएंगे। इनमें नहाने से आपकी सारी थकान छूमंतर हो जाएगी। अगर आपको भारत की उन जगहों के बारे में नहीं पता है जहाँ गर्म जल स्रोत हैं तो आपकी वो परेशानी हम दूर कर देते हैं। मैं आपको भारत के कुछ गर्म कुंड के बारे में बताने जा रहा हूं। जिनमें आपको एक बार जरूर डुबकी लगानी चाहिए।
गुजरात के जूनागढ़ से 60 किमी. की दूरी पर एक कुंड है, तुलसी श्याम कुंड। दरअसल इस जगह पर एक कुंड नहीं, बल्कि तीन कुंड हैं। तीनों कुंड गर्म हैं लेकिन तीनों कुंडों का तापमान अलग-अलग रहता है। आप इसमें नहा भी सकते हैं। कहते हैं कि इसमें नहाने से सभी प्रकार की बीमारियाँ दूर हो जाती हैं। तुलसी श्याम कुंड के पास 700 साल पुराना मंदिर है जिसको आप देख सकते हैं। अगर आप जूनागढ़ आएं तो तुलसी श्याम कुंड को देखने जरूर जाएं।
2- मणिकरण
आपने गर्म कुंडों में मणिकरण का नाम जरूर सुना होगा, बहुत सारे लोग इस जगह के बारे में जानते होंगे। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू से 45 किमी. की दूरी पर मणिकरण है। मणिकरण पार्वती और व्यास नदी के बीच में स्थित हिन्दुओं और सिखों को तीर्थस्थल है। देश-विदेश से लोग इस जगह पर आते हैं। यहाँ एक गर्म कुंड है जिसके पानी में गुरुद्वारे के चावल पकाये जाते हैं। माना जाता है कि कैसी भी बीमारी हो मणिकरण के कुंड में नहाने से ठीक हो जाती है। खूबसूरत वादियों के बीच स्थित इस गर्म कुंड में आपको एक बार जरूर नहाना चाहिए।
यमुनोत्री भारत की सबसे खूबसूरत और हिन्दुओं की पवित्र जगह है। यमुनोत्री से ही यमुना नदी निकलती है और फिर हजारों किलोमीटर की यात्रा के बाद गंगा में मिलती है। इसी यमुनोत्री में एक गर्म जल स्रोत है। जिसे पहले ब्रम्हकुंड के नाम से जाना जाता था लेकिन अब इसका नाम सूर्यकुंड है। सूर्यकुंड यमुनोत्री मंदिर से लगभग 20 किमी. की दूरी पर है। इस ठंडी जगह पर गर्म पानी का मिल जाना किसी चमत्कार से कम नहीं है। आपको इस जादुई पानी मे जरूर नहाना चाहिए। कहते हैं कि इस पानी से आप तो तरोताजा होंगे दिमाग भी स्वस्थ हो जाता है।
4- यूमेसमडोंग
सुंदरता के मायने में अगर सिक्किम को स्वर्ग कहा जाए तो कुछ गलत नहीं होगा। इसी स्वर्ग जैसी जगह पर यूमेसमडोंग नाम की एक जगह पर एक गर्म जल स्रोत है। समुद्र तल से 15,500 फीट की ऊँचाई पर स्थित इस कुंड में लगभग 14 सल्फर प्राकृतिक रूप से घुले हुए हैं। इस कुंड का तापमान लगभग 59 डिग्री रहता है। टूरिस्टों के बीच ये जगह बहुत फेमस है। सिक्किम घूमने वालों की बकेट लिस्ट में यूमेसमडोंग के गर्म कुंड जरूर रहता है। इसके अलावा सिक्किम में एक और गर्म कुंड है, ऋषि कुंड। ये कुंड फेमस नहीं है, इसके बारे में स्थानीय लोगों को ही पता है। आप सिक्किम की यात्रा में इन गर्म कुंडों को देख सकते हैं।
उड़ीसा के भुवनेश्वर से 42 किमी. दूर अत्रि कुंड है। इस गर्म जल स्रोत में नहाने से सारी थकान दूर हो जाती है। इस जादुई पानी में नहाने के बाद आपको लगेगा कि शरीर से कोई बोझ उतर गया है। अत्रि कुंड के पानी का तापतान 55 डिग्री रहता है। अत्रि कुण्ड के पास हाटकेश्वर मंदिर है, इसे देखना न भूलें। माना जाता कि इस गर्म कुंड में नहाने से सारी बीमारी दूर हो जाती हैं और आप खुद को ताकतवर महसूस करने लगते हो। ओडिशा के इस जादुई कुुंड में एक बार जरूर नहाना चाहिए।
6- राजगीर
बिहार के राजगीर में वैभारगिरी पर्वत पर एक नहीं बल्कि कई गर्म कुंड हैं। इनके बारे में किवंदती है कि इन कुंडों को निर्माण भगवान ब्रम्हा ने देवी-देवताओं के लिए करवाया था। इन जादुई कुंडों में पानी सप्तकर्णी गुफा से आता है। यहाँ पर लगभग 22 गर्म कुंड हैं जिनमें आप नहा सकते हैं। इन कुंडों में सोडियम, गंधक और सल्फर जैसे केमिकल्स हैं जो बीमारियों को दूर करते हैं। इन कुंडों के नाम ऋषियों के नाम पर रखे गए है जैसे ऋषि कुंड, गंगा-यमुना कुंड, गौरी, चन्द्रमा और राम-लक्ष्मण कुंड जैसे नाम दिए गए हैं। लोग दूर-दूर से इन गर्म कुंडों में डुबकी लगाने आते हैं।
7- पनामिक कुंड
भारत की सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है, लद्दाख। घूमने वाला हर इंसान एक बार लद्दाख जरूर जाना चाहता है। इसी लद्दाख के सियाचिन ग्लेशियर से कुछ ही किलोमीटर दूर एक बेहद सुंदर घाटी है, नुब्रा वैली। नुब्रा वैली के एक गाँव में पनामिक कुंड है। समुद्र तल से 10,442 फीट की ऊँचाई पर स्थित ये गर्म कुंड अपने औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। गर्म होने की वजह से पानी में बुलबले साफ दिखाई दे सकते हैं। कुंड का पानी इतना ज्यादा गर्म रहता है कि इसको छूने पर उंगलियाँ जल सकती हैं। आप इस कुंड में नहा तो नहीं सकते लेकिन इस कुंड के बहाने इस खूबसूरत जगह की यात्रा जरूर कर सकते हैं।
बरकेश्वर पश्चिम बंगाल का एक तीर्थ स्थल है जो अपने गर्म कुंडों के लिए जाना जाता है। बरकेश्वर में 10 गर्म कुंड हैं। इन कुंडों में सबसे ज्यादा गर्म पानी अग्नि कुंड का है और सबसे कम गर्म पानी सौभाग्य कुंड का है। कहते हैं कि इन गर्म कुंडों में नहाने से आप तरोताजा हो जाएंगे और शरीर के रोग भी दूर हो जाएंगे।
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