जयपुर की मशहूर सांगानेरी प्रिंटिंग

Tripoto
22nd Sep 2020
Day 1

कार्तिक की ज़ुबानी आपने जाना कि उसकी  चंदलाइ झील घुमने और फ्लेमिंगोज के दर्शन की चिर प्रतिक्षित इच्छा अब जा कर  पूर्ण हुई थी . अब कर्तिक का दिमाग तो खुराफाती था ही. जी भर के फ्लेमिंगोज के दर्शन पश्चात उसके  मन में ये ख्याल आया कि अभी तो सुबह के आठ ही बजे हैं और जिस तरह से वह घर में दम्भ भर कर आया था कि वो तो बडा हंस देखने जा रहा है उसके अनुसार तो अगर वह बारह बजे दिन में भी घर पहुचेंगा तो भी घर वालों को चलेगा . एक इच्छा और दबी थी उसके मन में. अब ट्रिपोटो के अलावा कहीं और बोलेगा तो लोग पागल ही कहेंगे कि पता नहीं कोंन कौन और कितनी तरह की इच्छाये मन में है इसके? वैसे है तो वो पागल ही.  पर एक बार की बात है जब वो सोनी के शोरूम में एक म्युजिक सिस्टम लेने गया था तब कैमरे के सेक्शन में भी नज़र मार आया था. हालांकि उसके पास कैनन का DSLR है लेकिन फिर भी कुछ नया देखने की इच्छा कौन रोक पाता है?   तो वहा सोनी के एक कैमरे की पोस्टर लगी थी जिसमे लम्बे लम्बे रंगाई किये हुए कपड़े नदी के घाट पर सूख रहे थे. दिन की चमकीली धूप में वो रंगीन सड़ियाँ या धोती गज़ब का Color बिखेर रहे थे और ऐसा कि सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रहे थे. अब कार्तिक भी ऐसी ही फोटो खींचना चाहता था.  पर कहाँ ? बातो बातो में उसने ये इच्छा अपने एक मित्र अनुभव खंडेलवाल से बताई. अनुभव जयपुर से ही था जिसके कारण उसे ये बात पता थी कि कार्तिक के सवाल का जवाब कहाँ है. उसने तुरंत कहा – सांगानेर!!!!  अब अवसर भी था और समय भी तो कर्तिक ने अपनी कार का रुख सांगानेर की तरफ कर दिया .
सांगानेर जयपुर के टोंक रोड में स्थित एक गांव है. यहाँ लकड़ी के ब्लोक के द्वारा प्रिंट हुए कपडे का काम होता है. यहाँ कई इकाइयाँ है जो ब्लॉक द्वारा छपाई किये बेहतरीन कपडे बनते हैं जो देश विदेश में काफी मशहूर है. ये तकनीकी लगभग  पाँच सदी पुरानी है. पुराने समय में युद्ध के चलते गुजरात के शिल्पकार राजस्थान शिफ्ट हुये और अंतत: सांगानेर में बसे जो अभी तक अपनी शिल्प कला से देश विदेश में नाम रोशन किये हुये हैं.
इस तकनीक में पहले कपडे की धुलाई के पश्चात उनको बांस के बने मचानो में सुखाया जाता है.

मचान में सुखते हुए कपडों की झलक

Photo of जयपुर की मशहूर सांगानेरी प्रिंटिंग by Avinash Kumar
Photo of जयपुर की मशहूर सांगानेरी प्रिंटिंग by Avinash Kumar
Photo of जयपुर की मशहूर सांगानेरी प्रिंटिंग by Avinash Kumar
Photo of जयपुर की मशहूर सांगानेरी प्रिंटिंग by Avinash Kumar
Photo of जयपुर की मशहूर सांगानेरी प्रिंटिंग by Avinash Kumar

इसका ट्रेडमार्क डाइ जो पंजाब और सिंध से आये हुए 'छिपा' बिरादरी के द्वारा लायी गयी थी जिसमे ज्यादातर मुस्लिम थे. ये डाइ लकड़ी के बने होते हैं .

छपाई में प्रयोग होने वाले लकड़ी के ब्लॉक्स

Photo of जयपुर की मशहूर सांगानेरी प्रिंटिंग by Avinash Kumar

इस तरह से लकड़ी के बने इन डाइयों को छपाई के स्याही की सहायता से अलग अलग डिजाईनों से प्रिन्ट किया जाता है.

ब्लॉक्स की सहायता से खूबसूरत छपाई

Photo of Sanganer by Avinash Kumar

ब्लॉक्स की सहायता से खूबसूरत छपाई

Photo of Sanganer by Avinash Kumar

ब्लॉक्स की सहायता से खूबसूरत छपाई

Photo of Sanganer by Avinash Kumar

ब्लॉक्स की सहायता से खूबसूरत छपाई

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ब्लॉक्स की सहायता से खूबसूरत छपाई

Photo of Sanganer by Avinash Kumar

छपाई कारखाने के अंदर का दृश्य

Photo of Sanganer by Avinash Kumar