अत्यधिक मनमोहक और कश्मीर की पहचान बन चुकी डल झील के किनारे पर, खूबसूरत ज़बरवान पहाड़ियों की तलहटी में स्थित एशिया का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन इंदिरा गांधी ट्यूलिप उद्यान, आगामी अप्रैल महीने में बेहद ही शानदार ट्यूलिप महोत्सव 2022 का आयोजन करने जा रहा है।
श्रीनगर का ट्यूलिप महोत्सव प्राकृतिक सुंदरता को महसूस करने का एक बहुत ही भव्य आयोजन है। जहां टेरेस गार्डन की तर्ज़ पर अलग अलग रंग के ट्यूलिप के फूलों की अनगिनत क्यारियां लाइन से लगी हुई दिखाई देती हैं। यदि आप अप्रैल 2022 में कश्मीर की यात्रा करने की योजना बना रहे हैं तो इस ट्यूलिप गार्डन को देखे बिना वो अधूरी ही रह जाएगी। कश्मीर घाटी का यह शानदार महोत्सव हर साल वसंत ऋतु की शुरुआत में पूरे जोश और उल्लास के साथ मनाया जाता है।
आइए इसके बारे में जानें:
इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्यूलिप गार्डन
इंदिरा गांधी ट्यूलिप उद्यान, श्रीनगर के प्रसिद्ध लाल चौक से 8 किमी. की दूरी पर स्थित है और पहले मॉडल फ्लोरीकल्चर सेंटर के नाम से जाना जाता था। उद्यान बेहद आकर्षक और लुभावना है। करीब 30 हेक्टेयर में स्थित यह एशिया का सबसे बड़ा ट्यूलिप उद्यान है जिसमें लगभग 60-65 प्रजातियों के करीब 15 लाख रंग बिरंगे ट्यूलिप फूल लगाए जाते हैं। इन अनगिनत रंगबिरंगे ट्यूलिप के फूलों को देखकर अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि इस इंद्रधनुष जैसे रंगों वाले फूलों के सागर को लहराने में कितनी मेहनत और लगन लगती होगी। फूलों की संख्या साल दर साल मौसम के हिसाब से बदलती रहती है। इस उद्यान को 2007 में कश्मीर घाटी में फूलों की खेती और पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से खोला गया था। हर वर्ष मार्च - अप्रैल माह के दौरान यहां ट्यूलिप महोत्सव की मेजबानी की जाती है। इसके लिए ट्यूलिप बल्ब एम्स्टर्डम के केकेनहोफ ट्यूलिप गार्डन से लाकर लगाए गए थे। ट्यूलिप्स के अलावा भी अन्य फूलों की 46 किस्में हैं, जिनमें डैफोडील्स, जलकुंभी और रेनकुलस शामिल हैं, जिन्हें उगाने के लिए हॉलैंड से लाया गया था।
कश्मीर में काफ़ी समय तक मुग़लों का दौर रहा है, जिसके कारण यहां के बागों पर ईरानी स्थापत्यकला का बहुत गहरा प्रभाव पड़ा है। जैसे कि टेरेस गार्डन जोकि ईरानी हॉर्टिकल्चर का हिस्सा है। ट्यूलिप गार्डन, निशात बाग़ और शालीमार गार्डन भी इसी तर्ज़ पर बनाये गये है। इसे पहले सिराज बाग भी कहा जाता था। 3 लेवल ( 3 टेरेस ) पर बने इस ट्यूलिप उद्यान में इसकी सुंदरता को और बढ़ा देने वाले कई फव्वारे भी मौजूद हैं। महोत्सव के लिए उद्यान तैयार करने मे लगभग 9 महीनों का समय लग जाता है, जिसके बाद इसे महोत्सव के दौरान सिर्फ 1 महीने के लिए नागरिकों के लिए खोला जाता है क्योंकि, ये फूल केवल 1 महीने के लिए ही खिलते हैं। समापन के बाद फिर अगले वर्ष के लिए उद्यान को दोबारा तैयार करने की तैयारी शुरू हो जाती है।
इस वर्ष यानी 2022 में करीब 62 किस्मों के ट्यूलिप फूलों का प्रदर्शन किया जाएगा। वाकई में ये दृश्य आपकी आँखों को कुछ देर के लिए स्तब्ध कर देगा। ज्यादा से ज्यादा पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए इस बार भी ट्यूलिप महोत्सव का आयोजन बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। इसे कश्मीर टूरिज्म बोर्ड और डिपार्टमेंट ऑफ फ्लॉरिकल्चर द्वारा आयोजित किया जाता है।
ट्यूलिप महोत्सव 2022 में क्या सुविधाएँ और विशेषताएँ हैं ?
कुदरत ने इस वर्ष भी इस ट्यूलिप उद्यान को कई किस्मों के फूलों से नवाजा है। उद्यान को और अधिक हराभरा बनाया गया है। सीढ़ीदार (टेरेस) खेतों के बीच बहता वाटर चैनल उद्यान की सुंदरता में चार चांद लगा देने के लिये तैयार है। कश्मीर के व्यंजनों और हस्तशिल्प को प्रदर्शित करने के लिए सजाए गए स्टॉलों पर आप कश्मीर के ख़ास पकवान जैसे बाक़रख़ानी, चॉकलेट केक और कश्मीरी कहवे का आनंद ले सकते हैं, साथ ही यात्रा के स्मृति चिन्ह भी खरीद सकेंगे। इसके अलावा पर्यटकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए मुफ्त वाई-फाई, वॉशरूम (दिव्यांग व्यक्तियों के लिए अलग सुविधा ) और पीने के पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं की भरपूर उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।
कश्मीरी लोक संगीत के साथ साथ युवा पीढ़ी के म्यूजिक बैंड ग्रुप्स का हुनर भी देख सकेंगे। इसके अलावा एक पेंटिंग प्रतियोगिता भी आयोजित की जाएगी। गौरतलब है कि पिछले साल ट्यूलिप गार्डन के खुलने से एक दिन पहले देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी श्रीनगर में स्थित एशिया के सबसे बड़े ट्यूलिप गार्डन को लेकर ट्वीट किया था।
ट्यूलिप की प्रजातियां
ट्यूलिप फेस्टिवल 2022 फूलों के प्रति उत्साही लोगों, प्रकृति प्रेमियों, फूलों के प्रशंसकों, युवा प्रेमियों, ट्यूलिप प्रेमियों और दुनिया भर के सैलानियों के लिए एक जरूर अनुभव करने वाला आयोजन है। यहाँ अद्भुत ट्यूलिप फूलों की कई किस्में देखने को मिलती हैं, जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं। क्या आप इनमें से कुछ ट्यूलिप प्रजातियों के बारे मे पहले से जानते हैं?
1. मानक ट्यूलिप: ये सामान्य ट्यूलिप हैं जो फूलों की दुकान से लेकर स्थानीय बगीचों में उपलब्ध रहते हैं।
2. डबल ब्लूम: मानक ट्यूलिप की एक पंखुड़ी के बजाय इस डबल ब्लूम में इसकी अधिक परतें होती हैं।
3. तोता ट्यूलिप: इनमें तोते के पंखों की तरह, विभिन्न चटख रंगों वाली झालरदार पंखुड़ियों होती हैं।
इसके अलावा आप फ्रिंज्ड ट्यूलिप, द्वि-रंगी मानक ट्यूलिप, रेम्ब्रांट, फोस्टरियाना ट्यूलिप, लिली-फूल वाले ट्यूलिप, सिंगल लेट ट्यूलिप, ट्रायम्फ और अनेकानेक प्रकार के ट्यूलिप्स देख पाएंगे।
महोत्सव की प्रमुख तारीखें
यह फेस्टिवल 3 अप्रैल 2022 से 30 अप्रैल 2022 तक आयोजित किया जाएगा।
कैसा रहेगा मौसम?
आमतौर पर अप्रैल महीने में देश के अधिकांश भागों में गर्मियों की शुरुआत होने लगती है लेकिन कश्मीर में मौसम बढ़िया रहता है। बारिश होने की सम्भावना भी रहती है। इसलिए कुछ कुछ गर्म कपड़ों को साथ लेकर चलें।
प्रवेश शुल्क
बच्चों के लिए 25 रुपये और वयस्कों के लिए 50 रुपये है। इसके साथ ही आपको जीएसटी भी अदा करना होगा। दो टिकट काउन्टर उद्यान के मुख्य गेट पर और लगभग 6 काउन्टर उद्यान आने के रास्ते पर मिलेंगे।
ट्यूलिप गार्डन के पास घूमने की जगहें
ट्यूलिप गार्डन अपनी लोकेशन के कारण श्रीनगर में सबसे अधिक घूमने वाले कई पर्यटक स्थलों का गढ़ है। यह पार्क सुंदर पहाड़ियों, मुगल काल के आकर्षक उद्यानों से घिरा हुआ है।सबसे महत्वपूर्ण बात कि यहां से विश्व विख्यात डल झील का दीदार बड़े आराम से किया जा सकता है। नीचे कुछ अन्य पर्यटक आकर्षण दिए गए हैं जो निकट ही कुछ किमी की दूरी पर स्थित हैं।
1. चश्मे शाही उद्यान
श्रीनगर के मुगल गार्डन में से एक इस उद्यान में बहने वाला प्राकृतिक मिनरल वाटर झरना इसका मुख्य आकर्षण केंद्र है।
2. परी महल
यह ऐतिहासिक स्मारक कभी बौद्ध मठ हुआ करता था। यहां से आप अद्भुत चश्म-ए-शाही उद्यान का दृश्य देख सकते हैं। ज़बरवान पहाडियों के ऊपर बना ये महल कई रहस्यमय कहानियों और अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है।
3. शंकराचार्य मंदिर
घाटी से 1000 फीट की ऊंचाई पर स्थित इस सदियों पुराने मंदिर से बर्फ से ढकी पीर पंजाल रेंज की सुंदरता देखने लायक होती है। यह महादेव शिव को समर्पित मंदिर कश्मीर के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है।
4. डल झील
इस मनमोहक झील की सुंदरता वर्णन से परे है। यहां शिकारा (लकड़ी की बनी छोटी नाव) राइड जरूर करें। यहां मौजूद अखरोट की लकड़ी से बने बोट हॉउस में एक रात रुककर झील में रहने का अनोखा अनुभव करें, जो यकीनन यादगार रहेगा।
5. निशात गार्डन
ट्यूलिप गार्डन से मात्र 3.0 किमी की दूरी पर स्थित निशात बाग सरू और चिनार के पेड़ों, दुर्लभ फूलों और फव्वारों के लिए जाना जाता है।
6. शालीमार बाग
जहांगीर का बनवाया हुआ एक सुंदर उद्यान, जहां आप बागवानी करने के मुगलशिल्प का कौशल देख सकते हैं।
8. स्थानीय बाजार
श्रीनगर की विशेषताओं जैसे अखरोट की लकड़ी के उत्पाद, कश्मीरी केसर, कश्मीरी चाय, नून चाय, कहवा, कश्मीरी पशमीना शॉल, कालीन, चटाई, ऊनी कपड़े और सूखे मेवे आदि खरीदने के लिए आप लाल चौक और नजदीकी स्थानीय बाजारों को छान सकते हैं।
कैसे पहुँचें ट्यूलिप गार्डन?
हवाई मार्ग से: यहां के शेख उल-आलम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए दिल्ली तथा देश के अन्य प्रमुख हवाई अड्डों से आसानी से फ्लाइट मिल जाती हैं। यहां से 22 किमी दूर स्थित ट्यूलिप गार्डन पहुंचने के लिए हवाई अड्डे से बसें या निजी/शेयर टैक्सी किराए पर ली जा सकती हैं।
रेल द्वारा: ट्रेन से श्रीनगर पहुंचने के लिए, आप या तो जम्मूतवी या उधमपुर रेलवे स्टेशन पर उतर सकते हैं। ये भारत के प्रमुख शहरों से जुड़े हुए हैं। यहां से आप ट्यूलिप गार्डन पहुंचने के लिए निजी टैक्सी या राज्य सरकार की बसें ले सकते हैं।
सड़क मार्ग से: श्रीनगर के लिए उपयोग किए जाने वाले जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग मार्ग पर आपको दिल्ली और चंडीगढ़ जैसे शहरों से बस और टैक्सी सेवायें आराम से मिल जाती हैं। श्रीनगर पहुंचने के लिए आप जेकेएसआरटीसी की बसें ले सकते हैं।
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