पहाड़ों में जितना घूमना अच्छा लगता है उतना रात में किसी अच्छी जगह पर ठहरना, जहाँ से आप रात की रोशनी में नहाए पहाड़ देख सकें, आग जलाकर कई घंटों आसमान को निहार सकें। कितनी खूबसूरत होती होगी ना वो रात? नैनीताल उत्तराखंड की उन जगहों में से एक है जहाँ सबसे ज्यादा टूरिस्ट आते हैं। झीलों के इस शहर को अंग्रेजों ने बसाया था। आज ये लोगों की छुट्टियों के लिए सबसे पसंदीदा जगह है। कुछ टूरिस्ट तो ऐसे हैं जो हर छुट्टियों में नैनीताल आते हैं। इसके लिए नैनीताल में अब अपने तरह का पहला काॅन्सेप्ट रिसोर्ट खोला गया है जिसका नाम है एबॉट्सफोर्ड 1876।
अब आपको नैनीताल की भीड़ में होटले खोजने की ज़रूरत नहीं हैं। जो भी नैनीताल आता है वो अपने लिए सुकून और शांत जगह चाहता है। इसके लिए आपको कहीं जाने की ज़रूरत नहीं है, एबाॅट्सफोर्ड में आपको पूरी तरह से शांति और सुकूल मिलेगा। इस जगह पर आप कुमाऊँ की हरी-भरी प्राकृतिक सुंदरता को देख सकते हैं। यहाँ से दिखने वाले लुभावने नज़ारे देखने के बाद अब समझ जाएँगे कि एबाॅट्सफोर्ड क्यों खास है!
एबाॅट्सफोर्ड 1876
इस घर को एबाॅट्सफोर्ड लाॅज कहते हैं। इसे 1876 में एक अंग्रेज ने बनवाया था। कई सालों बाद इस लाॅज को 1903 में प्रसाद फैमिली ने खरीद लिया जिसके बाद से इसे एबाॅट्सफोर्ड 1876 के नाम से जाना जाता है। लाॅज के मालिक समय-समय पर बदलते रहे और इसके अंदर की सजावट भी बदलती रही। अंदर की सजावट कुमाऊँ के पुराने घरों की तरह है। नैनीताल की भीड़ से थोड़ी ही दूर बसा ये रिसाॅर्ट चारों तरफ से जंगलों से घिरा हुआ है। इस रिसाॅर्ट से नैनीताल झील का खूबसूरत नज़ारा दिखाई देता हे। इसके अलावा खिड़की से उगते हुए सूरज को देखें और पक्षियों को चहचहाते हुए सुन सकते हैं।
बरसात के दिनों में चीड़ की लकड़ी से बने कमरे में बैठकर आनंद लें। कमरे की टिन की छत है जिस पर बारिश की पटर-पटर आवाज़ के साथ सूप की चुस्की लें। पहाड़ में जाकर वहाँ के पहाड़ी घर में रहना हर किसी का सपना होता है। अगर आपका भी ऐसा ही सपना है तो एबाॅट्सफोर्ड आपका वो सपना पूरा करने के लिए परफेक्ट है। एबाॅटसफोर्ड 1876 के हाॅल की दीवारों पर दुनिया भर की कला और सजावट देखने को मिलेगी। इनमें तलवारें, हाथी की सूंड़ और प्रसाद फैमिली की पुरानी तस्वीरें हैं। इनको देखकर आप तारीफ किए बिना रह नहीं पाएँगे।
इवेंट और खाना
इस रिसाॅर्ट में पूरे साल कुछ ना कुछ इवेंट होते ही रहते हैं। ये इवेंट उन लोगों के लिए हैं जो होटल में नहीं रहते हैं। एबाॅट्सफोर्ड गोल्फ, लिटरेचर, वेलफेयर और म्यूजिक जैसे इवेंट्स को होस्ट करता है। इस रिसाॅर्ट में एक लिटरेचर इवेंट बहुत अच्छा होता है जिसमें देश भर से फेमस लेखक और कलाकार आते हैं और कुछ मुद्दों पर चर्चा करते हैं। इस होटल का रेस्तरां, कैफे चीका अपने अनोखे मेन्यू के लिए जाना जाता है। अगर आप होटल में गेस्ट नहीं है तो पहले से इस जगह की टेबल बुक करा लीजिए।
एबाॅटसफोर्ड 1876 के कमरे
यहाँ आपको रहने के लिए कमरे ₹5,000 से ₹10,000 के बीच में मिल जाएँगे। यहाँ के सभी कमरे अलग-अलग और बेहतरीन सजावट है। यहाँ की खिड़की आपको खूबसूरत नैनीताल को दिखाती है। यहाँ पर क्राउन रूम से लेकर जूलियट रूम, किंग्स रूम, प्रिंसेस सूइट, फैमिली सूइट और वर्ड्सवर्थ सूइट है जिनमें से आप किसी एक को चुनते हैं।
जाने का बेस्ट टाइम
वैसे तो आप किसी भी समय यहाँ आएँ आपको एबाॅट्सफोर्ड खूबसूरत ही लगेगा। अगर आप नैनीताल की खूबसूरती को देखना चाहते हैं, ट्रेकिंग करना चाहते हैं और खूबसूरती को देखना चाहते हैं तो इसका सबसे बेस्ट टाइम अप्रैल से जून और अक्टूबर से दिसंबर तक का है।
कैसे पहुँचे?
ट्रेन: नैनीताल से सबसे नज़दीकी रेलवे स्टेशन है, कोठगोदाम। कोठगादाम से एक घंटे के सफर के बाद आप नैनीताल पहुँच जाएँगे। आप रेलवे स्टेशन से सीधे एबाॅट्सफोर्ड के लिए टैक्सी ले सकते हैं।
फ्लाइट सेः नैनीताल के लिए कोई सीधी फ्लाइट नहीं है। सबसे नज़दीकी एयरपोर्ट जाॅलीग्रांट देहरादून है।
सड़क मार्गः आप सड़क मार्ग से भी नैनीताल पहुँच सकते हैं। दिल्ली से नैनीताल जाने में लगभग 7-8 घंटे लगते हैं। नैनीताल पहुँचने के दो रूट हैं। एक हल्द्वानी होते हुए नैनीताल और दूसरा कालाढूंगी होते हुए। आप यहाँ आने से पहले रिसाॅर्ट के कर्मचारियों से बात कर सकते हैं। वे आपको रास्ते और रोड के बारे में अच्छे से जानकारी दे देंगे।
क्या है आसपास?
नैनीताल शहर से एबॉट्सफोर्ड से कुछ ही दूरी पर है जहाँ आप पैदल चलते हुए पहुँच सकते हैं। आप यहाँ नैनीताल लेक में बोट की सवारी कर सकते हैं जो पूरे साल खुली रहती है। आप यहाँ के पहाड़ों को 360 डिग्री का व्यू देख सकते हैं। इस खूबसूरती को आप पूरी जिंदगी नहीं भूल पाएँगे।
अगर आप एक ट्रेकर हैं तो आप यहाँ के स्नो व्यू का ट्रेक कर सकते हैं। यहाँ आप पहाड़ों के खूबसूरज नज़ारों को आसमान से भी देख सकते हैं। ये व्यू आप नैनी लेक के उपर चलने वाली ट्रॉली से देख सकते हैं। इसके अलावा कई छोटे ट्रेक में टिफिन टॉप, कैमल बैक, किलबरी, लैंड्स एंड, और चीन चोटी है, जो नैनीताल की सबसे ऊँची चोटी है। इन सबको आप नैनीताल में देख सकते हैं। अगर आप शाॅपिंग करना चाहते हैं तो भूटिया मार्केट और मार्केट जाएँ। नैनीताल आएँ तो इस रिसाॅर्ट में रुकें जो आपके नैनीताल के सफर को यादगार बना देगा। मैं पूरे विश्वास से कहता हूँ कि आपको इस रिसाॅर्ट और शहर से प्यार हो जाएगा।
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