व्यस्त जिंदगी से लें ब्रेक! ऋषिकेश में मनाएं अंतरराष्ट्रीय योगा फेस्टिवल 

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योगा एक ऐसी प्राचीन भारतीय शैली है जो आपके शरीर, मन और आत्मा को साथ लाकर इसे तरह से स्वस्थ बनाती है। जीने के इस तरीके को आज भारत पूरी दुनिया तक पहुंचा चुका है ये बात जग-ज़ाहिर है। 21 जून का मनाया जाने वाला अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस भी भारतीय प्रधानमंत्री के सुझाव की ही देन है। तो अगर आप भी अपनी व्यस्त जिंदगी से कुछ वक्त निकालकर योगा में लीन होना चाहते हैं तो अभी सबसे अच्छा वक्त है। क्यों? क्योंकि दुनिया की योगा राजधानी माने जाने वाले ऋषिकेश में शुरु हो रहा है अंतरराष्ट्रीय योगा फेस्टिवल

अंतरराष्ट्रीय योगा फेस्टिवल, ऋषिकेश

Photo of ऋषिकेश, Uttarakhand, India by Bhawna Sati

कब- 1-7 मार्च 2019

कहाँ- परमार्थ निकेतन आश्रम, ऋषिकेश

हर साल होने वाला ये अंतरराष्ट्रीय योगा फेस्टिव परमार्थ निकेतन आश्रम आयोजित करता है। इस साल इस कार्यक्रम को अतुल्य भारत, टुरिजम मंत्रालय, आयुष मंत्रायल और भारतीय सरकार मिल कर आयोजित कर रही है। 7 दिन तक चलने वाले इस योगा फेस्टिवल में सुबह 4 बजे से कुंडलीन योगा के साथ आपके दिन की शुरुआत होगी। देश विदेश से आए योगी, साधु और अध्यात्मिक शिक्षक आपको अलग - अलग तरह के योग, आसन और जीवन शैली की सीख देते नजर आएंगे। इस पूरे अनुभव को आप अपनी जरूरत और पसंद के हिसाब से चुन भी सकते हैं। पूरे दिन के कार्यक्रम के बाद रात 09.30 बजे पारंपरिक लोक गीत, नृत्य और गंगा की पावन लहरों के संगीत के साथ आपके दिन का शांत समापन होगा।

Photo of व्यस्त जिंदगी से लें ब्रेक! ऋषिकेश में मनाएं अंतरराष्ट्रीय योगा फेस्टिवल by Bhawna Sati

टिकट- इस योगा फेस्टिवल में हिस्सा लेने के लिए आप हर दिन के हिसाब से या फिर पूरे हफ्ते का पास खरीद कर सकते हैं।

प्रति दिन वाले पास की कीमत 5670रुपए ($79.74) से शुरू होता है।

पूरे हफ्ते वाले पास की कीमत 16,000 रुपए है जिसमें रहने और खाने पीने का खर्च भी शामिल है।

कैसे बुक करें टिकट- अंतरराष्ट्रीय योगा फेस्टिवल के लिए सीधे वेबसाइट के जरिए रजिस्टर किया जा सकता है।

कैसे पहुंचें- परमार्थ आश्रम तक रेल, हवाई जहाज़ या कार से आसानी से पहुंचा जा सकता है। टैक्सी के जरिए देहरादून एयरपोर्ट सेआश्रम की दूरी 45 मिनट (31 किमी) में तय की जा सकती है और हरिद्वार रेलवे जंक्शन से यहां तक का सफर 1 घंटे (32.9 किमी) में तय किया जा सकता है।

अगर आप भी कभी इस तरह के योगा महोत्सव का हिस्सा बने हैं तो अपना अनुभव हमारे साथ साझा करें और Tripoto पर लिखें!