अगर आप उज्जैन आ कर काल भैरव मंदिर नहीं गए, तो आप कुछ नहीं घूमे। क्योंकि यहां पर चमत्कार देखने के लिए मिलता है।
हमारे देश में ऐसे अनेक मंदिर हैं, जो अपनी अनोखी परंपरा व रहस्यों के लिए जाने जाते हैं।
ऐसा ही एक मंदिर है मप्र के उज्जैन में स्थित भगवान कालभैरव का। इस मंदिर के संबंध चमत्कारी बात ये है कि यहां स्थित कालभैरव की प्रतिमा मदिरा (शराब) का सेवन करती है लेकिन मदिरा जाती कहां है ये रहस्य आज भी बना हुआ है।
प्रतिमा को मदिरा पीते हुए देखने के लिए यहां देश-दुनिया से काफी लोग पहुंचते हैं।
मंदिर से जुड़ी खास बाते -
1.भगवान कालभैरव का मंदिर क्षिप्रा नदी के किनारे भैरवगढ़ क्षेत्र में स्थित है। इस मंदिर की सबसे बड़ी विशेषता है कि यहां भगवान कालभैरव की प्रतिमा को शराब का भोग लगाया जाता है।
2.इस मंदिर से जुड़ी अनेक किवंदतियां भी प्रचलित हैं। जिनके अनुसार उज्जैन के राजा भगवान महाकाल ने ही कालभैरव को इस स्थान पर शहर की रक्षा के लिए नियुक्त किया है। इसलिए कालभैरव को शहर का कोतवाल भी कहा जाता है।
काल भैरव मंदिर कहां पर स्थित है -
उज्जैन का काल भैरव मंदिर उज्जैन से करीब 8 किलोमीटर दूर भैरवगढ़ में स्थित है। काल भैरव मंदिर के पहुंचने के लिए शिप्रा नदी के पुल को पार करना पड़ता है और भैरवगढ़ पहुंच जाते हैं। काल भैरव मंदिर में आप कार या बाइक से आ सकते हैं और यहां पर पार्किंग का थोड़ा दिक्कत रहता है, क्योंकि यहां पर बहुत सारे भक्त दर्शन करने के लिए आते हैं। यहां पर आने के लिए पक्की सड़क है। काल भैरव मंदिर आसानी से आप आ सकते हैं।