कोरोना में सफर.
दूसरी किश्त..
पहली किश्त में आपने पढा की अचानक से कैसे यात्रा की योजना बनी, ओर किन परिस्थितियों में बनी..
अब आगे ...
इस सफर का पहला पड़ाव था जोधपुर..
जोधपुर जो अपने राजशाही वैभव के लिए जाना जाता है, जो जाना जाता है..
इस शहर में एक मित्र है, यूधिष्ठर स्वामी, तो यहाँ क्या देर थी लगाया स्वामी को फ़ोन..
ओर निकल पड़े भृमण पर..
में थोड़ा फ़ोटो ग्राफी तकनीक के मामले में कच्चा हूँ, ओर आज खुद को तस्वीरों में कैद करने की चूल भी मची थी, हो भी क्यों ना हो..
ओर इस काम मे स्वामी माहिर है..
सफर में पहला डेस्टिनेशन था, विधि संकाय जयनारायण विश्वविधालय, यह विश्वविद्यालय राजस्थान के सबसे पुराने विश्वविधालयो में से एक है, हेरिटेज ओर क्लासिक लुक के साथ सादगी को दर्शाता यह विश्वविद्यालय, जोधपुर के आस पास के क्षेत्र के लिए शिक्षा में अपने योगदान से महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है..
विधि में भी यह लंबे समय से शिक्षा की अलख जगा रहा है..
सफर का दूसरा डेस्टिनेशन था, पुराना हाइकोर्ट....
कानून का छात्र होने के चलते यहाँ आना लाजमी भी है, एक शानदार हेरिटेज भवन, जो भव्यता ओर न्याय का प्रतीक बन चुका है राजस्थान में, जिसने स्वतंत्र राजस्थान की न्यायिक यात्रा को अपने हदय में सँजोकर रखा है...
यह वाकई में कमाल का है..
खैर अब राजस्थान हाइकोर्ट अपने नए भवन में स्थांतरित हो गया है..
यात्रा की अगला ओर अंतिम डेस्टिनेशन है मण्डोर की छतरियां, मण्डोर गार्डन..
जी यही मण्डोर, जो रावण की पत्नी मंदोदरी का जन्म स्थान माना जाता है, साथ मे यह भी है जब पूरे भारत मे दशहरे पर रावण दहन होता है, तब मण्डोर में शोक प्रकट किया जाता है, ओर रावण दहन का तो सवाल ही नही..
जोधपुर शहर से 9 किलोमीटर दूर नार्थ की तरफ स्थित मण्डोर गार्डन अपनी ऐतिहासिक छतरियों, अर्थात जोधपुर राज्य के विभिन्न शासको के स्मारक स्थलों के लिए जाना जाता है..
जिसमे राव राजाओ के स्मारक मुख्य है..
इसके साथी ही महाराज अजित सिंह का स्मारक भी यहाँ पर है..
यह सिर्फ महज समारक स्थल ही नही है, बल्कि जिस तरह से इनको बनाया गया है, जिस तरीके से स्थापत्य को उकेरा गया है, वो वाकई में अद्भुत है,
जैसे ही गार्डन में उपर की तरफ चढ़ाई करेंगे वहाँ पर पुराने किले के कुछ अवशेष भी मिल जाएंगे..
यहाँ पर कुछ देर तक ढलते हुए सूर्य को देखना भी सकूँन भरा पल होगा..
जोधपुर के इस सफर में इतना ही..
कल जोधपुर से एक नए शहर की ओर...😊