नदी किनारे कैंपिंग की 11 बेहतरीन जगहें, रहने का खर्च भी बिल्कुल बजट में!

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घूमना हम सबका शौक़ है। लेकिन हम नौकरीपेशा लोगों की जेब कब गर्म रही है। महीना ख़त्म होते होते जेब में हज़ार दो हज़ार रुपए बचते हैं। उसमें नंगा नहाए क्या और निचोड़े क्या। और यहाँ तो बातें घूमने की चल रही हैं। कैंपिंग का ज्ञान बाँटा जा रहा है।

जब तक आप सोचने का तरीक़ा नहीं बदलोगे, तब तक यही हाल रहेगा। इसलिए नज़रिया बदलना ज़रूरी है। थोड़ा दिमाग लगाने से चीज़ें हल हो जाएंगी।

हम बता रहे हैं नदी किनारे कैंपिंग की 11 जगहें, जो अपने आप में ही टूरिस्ट प्लेस हैं। फ़्री में इन जगहों का आनंद लेने के लिए आपको चाहिए तो एक बेहतरीन टेंट और अपने एचआर से छुट्टियाँ। और हाँ, फिलहाल इस प्लान को अच्छे से पढ़ लीजिए लेकिन घूमने तब ही निकलें जब दुनिया में हालात सुरक्षित नहीं हो जाते।

चलिए सबसे पहले खर्च की बात कर लेते हैं!

टेंट का खर्च

अगर ऑनलाइन टेंट खरीदना चाह रहे हैं तो ₹2,000 में टेंट मिल जाएगा जिसमें दो लोग आसानी से रह सकते हैं। थोड़ा दाम बढ़ा दें तो बढ़िया कंपनी का टेंट भी ख़रीद सकते हैं।

अगर आप दिल्ली में हैं तो बाज़ार में जाकर भी शॉपिंग कर सकते हैं। इस लिंक पर क्लिक करके पता कर सकते हैं कि दिल्ली में टेंट और उससे जुड़ा सामान कहाँ और किस दाम पर मिल जाएगा।

कैंपिंग की 11 बेहतरीन जगहें

फिर देखिए भारत की 10 सबसे दिलकश नदी किनारे कैंपिंग की जगहें, Tripoto हिन्दी के साथ।

1. ऋषिकेश

श्रेय : विकिमीडिया

Photo of ऋषिकेश, Uttarakhand, India by Manglam Bhaarat

भगवान के दर्शन व गंगा के नज़दीक होने के कारण ऋषिकेश में यात्रियों का जलसा हमेशा लगा रहता है। इनमें सैकड़ों की तादाद में यात्री कैंपिंग और राफ़्टिंग के लिए भी आते हैं।

नदी के किनारे मौसम हमेशा ठंडा हो जाता है। रात के वक़्त कैंप लगा कर नाइट आउट करते हैं, खेल खेलते हैं। सुबह के वक़्त बहुत सारे लोग राफ़्टिंग पर भी जाते हैं।

एक बेहतरीन कैंपिंग साइट के तौर पर आपको ऋषिकेश ज़रूर आना चाहिये।

पहुँचने का खर्च

सड़क मार्ग- दिल्ली से ऋषिकेश के लिए आपको सीधा बस मिल जाएगी। बस से ऋषिकेश पहुँचने में आपको क़रीब 7 घंटे का समय लगेगा और लगभग ₹500 तक का खर्च आएगा।

ट्रेन मार्ग- दिल्ली से ऋषिकेश के लिए सीधी ट्रेन जाती हैं। आपको इसमें लगभग 7 घंटे का समय लगेगा और क़रीब ₹200 तक में स्लीपर की टिकट मिल जाएगी।

2. शारावती, कर्नाटक

शारावती अपने आप में जगह नहीं बल्कि एक नदी है, जो भारत के पश्चिमी तट में कर्नाटक से शुरू होती है और जोग जलप्रपात के नज़दीक से गुज़रती है। जोग जलप्रपात के 6 कि.मी. दूर शारावती नदी के किनारे आप कैंपिंग कर सकते हैं। ज़रूरत है तो आपको अपने साथ कैंपिंग बैग ले जाने की।

पहुँचने का खर्च

रेल मार्ग- बंगलौर से आप ट्रेन के सहारे पहुँचना चाहते हैं तो थोड़ा महँगा सौदा पड़ेगा। आपको ट्रेन से जाने पर शिवमोगा उतरना होगा (किराया 185 रुपए) जो जोग जलप्रपात से 88 कि.मी. दूर है। इससे अच्छा बस मार्ग से जाएँ।

बस मार्ग- बंगलौर से 380 कि.मी. दूर जो जलप्रपात तक पहुँचने के लिए आपको बस मिल जाएगी जिसका खर्च ₹800 तक लगेगा और 8 घंटे में आप पहुँच जाएँगे।

3. नैनीताल झील, उत्तराखंड

उत्तराखंड के कुमाऊं ज़िले में नैनीताल झील पर हर साल लोग कैंपिंग करने के लिए आते हैं। साफ़ पानी की नैनीताल झील पर आप केवल कैंपिंग ही न करें। नज़ारा देखने लायक होने के साथ-साथ ही नैनीताल झील पर आप राफ़्टिंग के लिए भी निकल सकते हैं।

पहुँचने का खर्च

सड़क मार्ग- दिल्ली से नैनीताल पहुँचने के लिए आपको बस मिल जाएँगी जो रात भर में आपको पहुँचा देंगी। बस का किराया ₹600 तक होगा।

ट्रेन मार्ग- लगभग ₹200 में आप दिल्ली से काठगोदाम पहुँच जाएँगे। ये सफ़र क़रीब 7 घंटे में पूरा होगा।

4. करेरी झील, हिमाचल प्रदेश

हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा ज़िले की करेरी झील हमेशा से रोमांच पसन्द करने वालों का पसंदीदा टूरिस्ट कैंप रहा है। करेरी झील साल में दिसंबर से अप्रैल तक बर्फ़ बन चुकी होती है। लेकिन इस समय भी यहाँ के नज़ारे देखने लायक होते हैं।

धर्मशाला से 10 कि.मी. दूर इस झील पर जाने के लिए आपको ज़रूरत है तो कैंपिंग बैग की। यहाँ पर आकर आप शाम के बहुत ख़ूबसूरत नज़ारों का लुत्फ़ उठा सकते हैं।

पहुँचने का खर्च

सड़क मार्ग- दिल्ली से सीधी ट्रेन आपको पठानकोट पहुँचा देगी। इसमें 12 घंटे लगेंगे और किराया करीब ₹350 तक होगा। यहाँ से आपको धर्मशाला की बसें मिल जाएँगी।

बस मार्ग- आप दिल्ली से धर्मशाला के लिए बस देख सकते हैं। लगभग 12 घंटे में आप पहुँच जाएँगे और लगभग ₹800 तक लगेंगे।

5. रुपिन नदी, हिमाचल प्रदेश

उत्तराखंड के धौला नामक जगह पर आप अपना कैंप लगा सकते हैं।

रुपिन नदी में कैंप लगाने के अलावा लोग हिमाचल में रुपिन पास की ट्रेकिंग करने के लिए भी जाते हैं। उसकी सारी जानकारी आप यहाँ पर क्लिक करके पा सकते हैं।

पहुँचने का खर्च

सड़क मार्ग- आपको दिल्ली से शिमला तक बस मिलेगी। किराया 650 रुपए तक। शिमला से आपको जीप से रोहरू तक जाना होगा। शिमला से रोहरू तक बस भी जाती हैं, लेकिन बहुत कम संख्या में। ये पूरा सफ़र 15 घंटे में पूरा होगा।

ट्रेन मार्ग- आपको दिल्ली से कालका तक की ट्रेन मिलेगी। यहाँ तक का स्लीपर किराया 240 रुपए है। कालका से शिमला तक आपको बस मिलेगी। किराया 170 रुपए। वहाँ से रोहरू तक आपको जीप से जाना होगा। लगभग 15 घंटे मान कर चलिए। कुल किराया 600 रुपए तक बनेगा।

6. पांगोंग झील, लेह

पांगोंग झील लेह की बहुत प्रसिद्ध झील है। फ़िल्म थ्री इडियट्स की शूटिंग भी इसी झील के किनारे हुई थी। जहाँ पर करीना कपूर ने डेमो देकर बताया था कि नाक बीच में नहीं आती है। याद आ ही गया होगा।

यहाँ पर आप कैंपिंग के लिए आ सकते हैं। बस एक बात का ध्यान रखिए, यहाँ पर आपको मौसम का ख़्याल रखके कैंपिंग करनी होगी। लेह में आधा साल ठंड रहने से जाने की प्लानिंग ध्यान से कर के रखिएगा।

कैसे पहुँचें

रेल मार्ग- दिल्ली से जम्मू तवी तक आप ट्रेन से जा सकते हैं, जो लेह से 700 कि.मी. दूर है। स्लीपर किराया 350 रुपए तक। यहाँ से आपको बस या कैब करनी होगी।

सड़क मार्ग- दिल्ली से बस द्वारा आप लेह जा सकते हैं। मनाली से हिमाचल प्रदेश पर्यटन की बसों मनाली से लेह और वापस मनाली तक का सफ़र का खर्च ₹6000 में होगा, जो कि इस सफ़र के लिहाज़ से बहुत ज़्यादा नहीं है।

7. चन्द्रताल झील, हिमाचल प्रदेश

हिमाचल प्रदेश की स्पीति घाटी में जाने वाले लोग एक शाम के लिए चन्द्रताल झील के नज़दीक ज़रूर रुकते हैं। कैंपिंग के लिए तो मानो ये जगह स्वर्ग है। नज़ारा देखकर आपको अन्दाज़ा लग ही गया होगा।

पहुँचने का खर्च

रेल मार्ग- जोगिन्दर नगर रेलवे स्टेशन चन्द्रताल झील के सबसे नज़दीक रेलवे स्टेशन है जो क़रीब 290 कि.मी. दूर है। यहाँ पहुँचने के लिए आपको पठानकोट पर ट्रेन बदलनी पड़ेगी। फिलहाल ये ट्रेन नहीं चल रही हैं।

सड़क मार्ग- दिल्ली से मनाली तक बस (किराया 800 रुपए तक) और फिर दूसरी बस से मनाली से रोहतांग पास होते हुए कुनज़ुम पास तक (किराया 600 रुपए) आप जा सकते हैं। वहाँ से आप कैब करते हुए चन्द्रताल झील तक पहुँचेंगे (किराया 250 तक)। ये सफ़र क़रीब 2 दिन का होगा। फिर वापस आने में भी 2 दिन लगेंगे।

8. तीस्ता नदी, सिक्किम

तीस्ता नदी सिक्किम से शुरू होकर पश्चिम बंगाल से होते हुए ब्रह्मपुत्र नदी में मिलती है। उत्तरी सिक्किम के नामप्रिक गाँव में आप आसानी से कैंपिंग कर सकते हैं।

पहुँचने का खर्च

रेल मार्ग- कोलकाता से होते हुए आप नज़दीकी रेलवे स्टेशन जलपाईगुड़ी तक पहुँचिए। वहाँ से आपको गाड़ी या बस करके अपनी मंज़िल तक पहुँचना होगा। कोलकाता से जलपाईगुड़ी की टिकट ₹350 तक में मिल जाएगी और पहुँचने में क़रीब 14 घंटे लगेंगे।

सड़क मार्ग- कोलकाता से यहाँ तक पहुँचने में आपको क़रीब 15 घंटे लगेंगे। किराया ₹800 तक।

9. कोल्लूरू, आंध्र प्रदेश

कोल्लूरू में भी आप कैंपिंग के लिए आ सकते हैं। जगह देखकर आप जान सकते हैं कि गोदावरी नदी से लगी यह जगह कैंपिंग के लिए और नज़ारे देखने के लिए ये जगह कितनी अच्छी है।

पहुँचने का खर्च

सड़क मार्ग- बंगलौर से कोल्लूरू सीधा बस मिल जाएगी जिससे आपको क़रीब 16 घंटे का समय लगेगा। खर्चा ₹1200 तक आएगा।

रेल मार्ग- बंगलौर से तेनाली तक आप ट्रेन पकड़ सकते हैं। वहाँ से आपको कोल्लूरू के लिए बस मिल जाएगी। खर्चा करीब ₹700 तक आएगा और सफ़र करीब 13 घंटे में पूरा होगा।

10. गाँदीकोटा, आंध्र प्रदेश

पेन्ना नदी के किनारे पर बसा गाँदीकोटा आपकी कैंपिंग के लिए एक बहुत बेहतरीन टूरिस्ट स्पॉट हो सकता है। इस जगह की तस्वीरें आपने बहुत बार डिस्कवरी चैनल पर देखी होंगी। इस जगह पर पहुँचकर आपको इसके ख़ास होने का अन्दाज़ा भी लग जाएगा।

पहुँचने का खर्च

रेल मार्ग- गाँदीकोटा के सबसे नज़दीकी रेलवे स्टेशन जमलामदगुरु है जो क़रीब 17 कि.मी. दूर है। यहाँ के लिए आप तिरुपति या बंगलौर से ट्रेन देख सकते हैं। येरागुंटला पर आपको ट्रेन बदलनी पड़ेगी। तिरुपति से आपको क़रीब 7 घंटे लगेंगे। कुल किराया 310 रुपए (तिरुपति से येरागुंटला 170 रुपए + येरागुंटला से जमलामदगुरु 140 रुपए) तक लगेगा।

सड़क मार्ग- गाँदीकोटा के लिए आप राष्ट्रीय राजमार्ग 7 से जा सकते हैं। यह बंगलौर से करीब 250 कि.मी. दूर है। अपने वाहन से आपको लगभग 8 घंटे का समय लगेगा। किराया करीब ₹700 बैठेगा।

11. पवना झील, महाराष्ट्र

महाराष्ट्र में कैंपिंग का प्लान है तो आप लोनावला, खंडाला में पवना झील के किनारे कैंपिंग कर सकते हैं।

पहुँचने का खर्च

रेल मार्ग- मुंबई से हर दिन लोनावला होते हुए ट्रेन जाती हैं। स्लीपर का किराया ₹150 रुपए तक है। आप आसानी से 2 घंटे में पहुँच सकते हैं।

सड़क मार्ग- मुंबई से सीधी बस लोनावला के लिए चलती रहती हैं। किराया ₹200 रुपए तक। समय 4 घंटे।

ये तो रहीं भारत की 11 प्रसिद्ध जगहें, जहाँ के नज़ारों के देखने के लिए आपको न तो होटल की बुकिंग करनी है, न ही कोई दूसरा सरदर्द झेलना है। अगर आपको भी नदी किनारे किसी जगह का पता है, जहाँ कैंपिंग करना नायाब है, तो हमसे साझा करें कमेंट बॉक्स में।

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