सच कहूँ तो कभी-कभी मुझे खुशी होती है कि मैं दिल्ली में रहती हूँ | यहाँ की अंतहीन भीड़ या दिन में भी अंधेरा कर देने वाले प्रदूषण के कारण नहीं बल्कि इसलिए क्योंकि सप्ताह के अंत में दिल्ली के आस-पास घूमने की बहुत सारी जगहें हैं | और मेरी इसी खुशकिस्मती से अगर किसी सप्ताह के अंत में मुझे छुट्टी मनाने पहाड़ों में जाने का मन करता है तो मैं हिमाचल प्रदेश या उत्तराखंड निकल जाती हूँ | अगर कुछ दिन कला और संस्कृति से जुड़ने के मन होता है तो राजस्थान की ओर रुख़ कर लेती हूँ | ये आर्टिकल भी उसी तैयारी को ध्यान में रखकर लिखा है।
तो जैसा मैंने बतायाद दिल्ली में रहने की मज़ेदार बात तो यह है छुट्टियाँ मनाने के लिए सिर्फ़ यही राज्य नहीं है बल्कि आस पास पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और कुछ अन्य राज्य भी हैं जहाँ जाना बेकार नहीं जाता | मैं इन सभी जगह जा चुकी हूँ इसलिए यह कह सकती हूँ कि इनमे से कुछ ऐसे कस्बे और शहर हैं जहाँ की हुई मस्ती आप ज़िंदगी में कभी नहीं भूल पाएंगे |
जिन कस्बों और शहरों की मैं बात कर रही हूँ वहाँ आपको लोगों की भीड़भाड़ तो कम मिलेगी ही साथ ही प्रदूषण का स्तर भी न्यूनतम मिलेगा | साथ ही भारत की सभ्यता और संस्कृति को करीब से देखने का मौका भी हैं |
हम आपके लिए लेकर आए हैं कुछ ऐसे छोटे कस्बों की लिस्ट जहाँ आप माहौल ठीक होने के बाद सप्ताह के अंत में जा कर पूरा मज़ा लूट सकते हैं |
1. अलसीसर, राजस्थान
अलसीसर राजस्थान का असली रंग देखने के लिए बहुत बेहतरीन जगह है मगर फिर भी बहुत कम लोग यहाँ जा पाते हैं | दिल्ली से सिर्फ 5.30 घंटे की दूरी पर स्थित राजस्थान का यह छोटा सा गाँव सप्ताह के अंत में छुट्टियाँ मनाने की सबसे बढ़िया जगहों में से एक है | अलसीसर गाँव में राजस्थानी कला और संस्कृति के रंग में रंगने का दुर्लभ मौका मिलता है | ये छोटा सा विचित्र गाँव अपनी विशाल हवेलियों और सुंदर चित्रों के लिए पूरे भारत में जाना जाता है |
दिसंबर में तो ये जगह वैसे ही बहुत प्रचलित है क्योंकि यहाँ पर मैग्नेटिक फील्ड्स म्यूज़िक फेस्टिवल का आयोजन किया जाता है | इस संगीत समारोह में दुनिया भर से मशहूर संगीतकार शिरकत करने आते हैं और आप यहाँ इलेक्ट्रॉनिक डांस म्यूज़िक और लाइव म्यूज़िक का मज़ा ले सकते हैं |
घूमने का सबसे अच्छा समय: नवंबर - मार्च
दिलचस्प कार्यक्रम: संगीत समारोह, महल, स्थानीय सांस्कृतिक प्रदर्शन इत्यादि।
2. बीर, हिमाचल प्रदेश
धर्मशाला से लगभग 70 कि.मी. की दूरी पर स्थित बीर पहाड़ों में छुपा एक छोटा सा शहर है जहाँ आप शांत और सौम्य समय का आनंद ले सकते हैं। यूँ तो अधिकतर लोग सप्ताह का अंत आते ही छुट्टी मनाने के लिए धर्मशाला या मैक्लोडगंज की ओर दौड़ पड़ते हैं पर बीर उन लोगों के लिए सबसे अच्छी जगह है जो सैलानियों की भीड़-भाड़ से दूर किसी खुली जगह पर कुछ वक़्त बिताना चाहते हैं |
यहाँ तिब्बती संस्कृति की जड़ें बहुत गहराई से फैली हैं और आपके लिए यही सही मौका है तिब्बती संस्कृति में डूबने का | आप यहाँ के विभिन्न मठों में तिब्बती धर्म की शिक्षा भी ले सकते हैं | साथ ही मन करे तो पास ही स्थित गुनेहर गाँव में बहती नदी की छोटी सी धारा देखने जा सकते हैं | और कुछ नहीं तो साइकल उठायें और निकल पड़ें इस छोटे से गाँव की यात्रा करने | अगर आप रोमांचक गतिविधियों में दिलचस्पी रखते हैं तो जानते होंगे कि बीर में पैराग्लाइडिंग का खेल काफ़ी मशहूर है | अगर आप ये नहीं भी जानते थे तो अब यहाँ कैंपिंग और पैराग्लाइडिंग का मज़ा ले सकते हैं |
घूमने का सबसे अच्छा समय: अक्टूबर से जून
दिलचस्प कार्यक्रम: पैराग्लाइडिंग, मठ भ्रमण, झरने के दर्शन, ट्रेकिंग, पैदल यात्राएँ, कैम्पिंग
3. मथुरा, उत्तर प्रदेश
उन धार्मिक लोगों के लिए मथुरा एक अच्छी जगह हो सकती है जो आध्यात्मिकता में रूचि रखते हैं, क्योंकि मथुरा आकर आप भगवान कृष्ण के जन्मस्थल के बारे में और अधिक गहराई से जान सकते हैं। होली के समय में इस जगह का रूप काफ़ी रंगीन हो जाता है | हालांकि आपको यहाँ जेबकतरों से थोड़ा सावधान रहना पड़ेगा जो मथुरा की सड़कों पर चारों ओर घूमते ही रहते हैं।
यमुना घाट पर बैठकर शांत बहती यमुना नदी के किनारे यहाँ की पावन ऊर्जा का आनंद तो ले ही सकते हैं साथ ही शाम के समय सूर्यास्त के अद्भुत नज़ारे का लुत्फ़ भी उठा सकते हैं | अगर आप चाहें तो आधे दिन के लिए पास ही स्थित वृंदावन जा सकते हैं | वृंदावन में आपको बहुत सारे सुंदर मंदिर देखने को मिलेंगे जो भगवान श्री कृष्ण को समर्पित हैं |
घूमने का सबसे अच्छा समय: अक्टूबर से मार्च
दिलचस्प कार्यक्रम: मंदिर, बोटिंग, फोटोग्राफी, ध्यान
4. तीर्थन घाटी, हिमाचल प्रदेश
हिमाचल प्रदेश में एक और ऐसा छोटा सा कस्बा है जो अन्य गाँवों से काफ़ी हटकर है | इस जगह का नाम है तीर्थन घाटी | शायद आप जानते होंगे कि हिमाचल की ज़्यादातर जगहों का शहरीकरण और व्यावसायिक रूप से विकास होने से वहाँ की प्राकृतिक सुंदरता खो सी गयी है | मगर ऐसे ताबड़तोड़ शहरीकरण में भी अगर कोई जगह अब भी अपने नैसर्गिक सौंदर्य और शांति के लिए जानी जाती है तो वो है तीर्थन घाटी और यही खूबी इसे सप्ताह के अंत में छुट्टी मनाने की सही जगह बनाती है |
तीर्थन नदी की जलधारा के पास बैठ कर कुछ देर आराम करने से आपकी पूरे हफ्ते की थकान उतर जाएगी | नदी का पानी इतना साफ है कि बैठे- बैठे आपको ऐसी कई प्रकार की अनोखी मछलियाँ देखने को मिलेंगी जो शायद और कहीं नहीं मिले | विश्वास कीजिए, तीर्थन घाटी कोई छोटी मोटी जगह नहीं बल्कि हिमाचल की गोद में छुपा अमूल्य रत्न है |
घूमने का सबसे अच्छा समय: साल में कभी भी
दिलचस्प कार्यक्रम: ट्रेकिंग, मछली पकड़ना, झरनों के पास बैठना, खेती का अनुभव लेना
5. अलवर, राजस्थान
यह राजस्थान का एक और छोटा-सा गाँव है जो दिल्ली के नज़दीक होने के कारण सप्ताह के अंत में घूमने के लिए अच्छी जगह है | दिल्ली से मात्र 3-4 घंटे की दूरी पर स्थित अलवर में आपको करने लायक गतिविधियों की भरमार मिलेगी | सप्ताह के अंत में यहाँ पहुँच कर आप यहाँ का मशहूर अलवर का किला देखने जा सकते हैं | अलवर का किला अपनी नायाब वास्तुकला के लिए काफ़ी जाना जाता है| किले में बने प्रसिद्ध संग्रहालय में कुछ दुर्लभ हस्तलिपियाँ भी देखी जा सकती हैं |
अलवर में घूमने लायक सबसे बढ़िया जगहों में शुमार सिलीसेट झील है जहाँ आप सुबह पहुँच कर उगते सूरज की खूबसूरती निहार सकते हैं और शाम के समय ढलते सूरज की लालिमा को अलविदा कह सकते हैं | चाहें तो झील में नाव की सवारी का आनंद भी लिया जा सकता है | अलवर में रुकने के लिए कई रिसोर्ट और पैलेस हैं जहाँ रात गुज़ारना आपकी छुट्टियों को आरामदेह तो बनाएगा ही साथ ही ये एक रोमांचक अनुभव भी रहेगा |
घूमने का सबसे अच्छा समय: नवंबर से फरवरी
दिलचस्प कार्यक्रम: सिलीसेट झील में बोटिंग, किलों और महलों की सैर
6. भीमताल, उत्तराखंड
नैनीताल में स्थित भीमताल कस्बा अपनी ही बड़ी बहन नैनीताल का छोटा और शांत रूप है | सप्ताह के अंत में अपने परिवार या दोस्तों के साथ छुट्टियाँ मनाने जाना हो तो उत्तराखंड में भीमताल से बेहतर शायद ही कोई जगह हो | नैनीताल से मात्र 22 कि.मी. की दूरी पर स्थित भीमताल की नैसर्गिक सुंदरता और शांति आप को इस जगह का दीवाना बना देगी | और अगर इसके साथ कुछ और भी देखना चाहते हैं तो पास ही नैनीताल तो है ही|
भीमताल में आप नाव चलाने का मस्ती भारा अनुभव ले सकते हो या फिर कुछ चहलकदमी का मन है तो झील के किनारे चारों ओर टहलते हुए यहाँ की हरियाली और कुदरत की खूबसूरती का लुत्फ़ उठा सकते हो | अगर सिर्फ़ आराम करने का मन है तो चैन से अपने होटल या होमस्टे के कमरे में वादियों के बीच आराम फरमाइए |
घूमने का सबसे अच्छा समय: अक्टूबर - मार्च
दिलचस्प कार्यक्रम: भीमताल में नौकायन, पुराने मंदिरों की सैर, पैदल चहलकदमी, ट्रेकिंग
7. उदयपुर, राजस्थान
सप्ताह के अंत में घूमने-फिरने और मौज मस्ती के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है उदयपुर जहाँ अगर आप दो दिन भी रुक जाएँ तो भी करने लायक गतिविधियों और देखने लायक जगहों की कोई कमी नहीं होगी | झीलों के शहर के नाम से लोकप्रिय उदयपुर में कई झीलें हैं जहाँ जा कर आप कुछ समय झीलों की खूबसूरती निहारने में व्यतीत कर सकते हैं | लेकिन यहाँ की सबसे सुंदर और अलौकिक झील का नाम है बादी झील जो शहर के केंद्र से करीब 10 से 15 कि.मी. की दूरी पर स्थित है |
उदयपुर में घूमना है तो झीलों के मामले में आपके पास कई विकल्प हैं जैसे फतेहसागर झील, पिचोला झील इत्यादि | शाम को इन झीलों के किनारे चहलकदमी करते हुए आप ठंडी हवा का आनंद ले सकते हैं | अगर आप पुरातन शिल्पकारी में रूचि रखते हैं तो यहाँ कई ऐतिहासिक महल और स्मारक भी हैं | फोटोग्राफी में दिलचस्पी रखने वालों के लिए शाम के समय उदयपुर की अम्ब्राई घाटी में जाना बेहतरीन रहेगा | शाम के समय इस घाटी से पूरे शहर का प्यारा और चमचमाता दृश्य देखते ही बनता हैं |
यात्रा का सबसे अच्छा समय: सितंबर से मार्च
दिलचस्प कार्यक्रम: झीलों में नौकायन, किले और महलों की सैर, झीलों के किनारे चहलकदमी
8. देवप्रयाग, उत्तराखंड
उत्तराखंड राज्य के टिहरी जिले में स्थित ये छोटी सी शांत जगह उन लोगों के लिए सबसे अच्छी है जो सप्ताह के अंत में औली, ऋषिकेश और हरिद्वार जैसी जगहों पर जा जाके ऊब चुके हैं।
उत्तराखंड का ये छोटा सा शहर अपने प्राचीन मंदिरों के लिए तो जाना ही जाता है, साथ ही यहाँ अलकनंदा और भागीरथी नदियों की धाराओं का संगम होते हुए भी देखा जा सकता है | तो अगर आप पहाड़ों के बीच सप्ताह के अंत में छुट्टियाँ मनाने की सोच रहे हैं और कोई अलग जगह जाना चाहते हैं तो देवप्रयाग आपके लिए बिल्कुल ठीक चुनाव होगा | यहाँ आप वादियों मे बैठकर पहाड़ों से निकलती धाराओं को निहारते हुए पावन गंगा के इतिहास और इसके उदगम स्थल के बारे में और जान सकते हैं |
घूमने का सबसे अच्छा समय: साल में कभी भी
दिलचस्प कार्यक्रम: रिवर राफ्टिंग, रॉक क्लाइंबिंग, ट्रेकिंग, कैम्पिंग, क्लिफ जंपिंग
9. राजगुंध, हिमाचल प्रदेश
हिमाचल प्रदेश के हारे भरे पिटारे में छुपा एक बहुमूल्य रत्न है राजगुंध जो बिलिंग और बरोट घाटी के बीच में कहीं बसा हुआ है | ये शांत और सहज गाँव घाटियों में इस कदर चुप कर बसा है कि बहुत से मुसाफिरों को तो इसके बारे में भनक तक नहीं है | मगर हम बता दें कि ये सुंदर सी जगह धौलाधार पर्वत शृंखलाओं से घिरी है|
इस गाँव तक पहुँचने के लिए अगर आप बिलिंग से शुरुआत करते हैं तो आपको 14 कि.मी. की चढ़ाई करनी होगी | वहीं अगर आप बरोट तक की बस लेते हैं तो चढ़ाई की दूरी घट कर सिर्फ 6-8 कि.मी. ही रह जाती है | राजगुंध पहुँच कर रात में सितारों भरे खुले आसमान के नीचे तंबू में रुकें और सुबह सूर्योदय का दिलकश नज़ारा देखें | अगर शाम के समय पहुँचते हैं तो सूर्यास्त के समय आसमान को रंग बदलते भी देख सकते हैं जिसकी यादें आप ताउम्र अपने मान में सहेज के रखेंगे |
घूमने का सबसे अच्छा समय: अक्टूबर से मार्च
दिलचस्प कार्यकर्म: ट्रेकिंग, कैम्पिंग, नदी की धाराओं में मछलियाँ पकड़ना
10. कसौली, हिमाचल प्रदेश
अंत में ये लिस्ट हमें ले आई है हिमाचल प्रदेश के एक और नायाब नगीने पर जिसका नाम है कसौली | इस कस्बे में जाने पर आज भी ब्रिटिश राज के बने घर और विश्रामग्रह दिख जाते हैं | यहाँ भव्य चर्च, बड़े-बड़े मंदिर और चारों ओर पहाड़ ही पहाड़ हैं | घूमने योग्य स्थलों में से एक मंकी टेम्पल भी है जहाँ शीर्ष पर खड़े हो कर आप बादलों को छू भी सकते हैं |
कसौली एक छोटा सा शांत कस्बा है जहाँ की आबो-हवा साफ और शुद्ध है | इस कस्बे में आप चलते चलते कई नज़ारों का लुत्फ़ उठा सकते हैं और ठंडी हवा के साथ आपको एक नई ताज़गी का एहसास होगा | चाहें तो मशहूर गिलबर्ट ट्रेल पर चढ़ाई कर सकते हैं या शाम को सनसेट पॉइंट से सूर्यास्त का आनंद ले सकते हैं | इस कस्बे में प्रकृति के बीच बिताया हर पल आपके लिए जादुई अनुभव से कम नहीं होगा |
घूमने का सबसे अच्छा समय: पूरे साल
दिलचस्प कार्यक्रम: लंबी पैदल यात्रा, ट्रेकिंग, प्रकृति की सैर, मंदिर और चर्च के दर्शन
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